tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post116037840055865156..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: कैसा है तेरे भीतर का आदमी, झांक जरा...debashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1160466911260324122006-10-10T13:25:00.000+05:302006-10-10T13:25:00.000+05:30आपने मेरे द्वारा सुझाए गए मानदंडों पर खरा उतरने की...आपने मेरे द्वारा सुझाए गए मानदंडों पर खरा उतरने की कोशिश की, यह आपका बड़प्पन है। मुझे पूरा विश्वास है कि धीरे-धीरे चिट्ठा चर्चा की इस विधा का विकास होता जाएगा और आने वाले दिनों में हमें बेहतर से बेहतर समीक्षाएँ पढ़ने को मिलेंगी।Srijan Shilpihttps://www.blogger.com/profile/09572653139404767167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1160424376937190992006-10-10T01:36:00.000+05:302006-10-10T01:36:00.000+05:30बहुत बेहतरीन और व्यंजल के तो क्या कहने:"जनता समझेग...बहुत बेहतरीन और व्यंजल के तो क्या कहने:<BR/><BR/>"जनता समझेगी तेरे विचारों को भी रवि<BR/>अपने अबूझे चरित्र को पहले ढांक जरा"<BR/><BR/>-वाहUdan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1160409153473957372006-10-09T21:22:00.000+05:302006-10-09T21:22:00.000+05:30चिट्ठा चर्चा का नया रूप बहुत अच्छा है मगर लैपटॉप क...चिट्ठा चर्चा का नया रूप बहुत अच्छा है मगर लैपटॉप के स्क्रीन पर दांयी ओर के विजेट नजर नहीं आते।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1160405906263082552006-10-09T20:28:00.000+05:302006-10-09T20:28:00.000+05:30हमे तो पसन्द आया, अब सृजनशिल्पीजी भी अनुमोदन कर दे...हमे तो पसन्द आया, अब सृजनशिल्पीजी भी अनुमोदन कर दे बस.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1160402506984371632006-10-09T19:31:00.000+05:302006-10-09T19:31:00.000+05:30परवर्तित रुप में बहुत अच्छा है। धन्यवाद।-प्रेमलतापरवर्तित रुप में बहुत अच्छा है। धन्यवाद।<BR/>-प्रेमलताप्रेमलता पांडेhttps://www.blogger.com/profile/11901466646127537851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1160394496519476332006-10-09T17:18:00.000+05:302006-10-09T17:18:00.000+05:30बहुत बढिया लिखा आपसे यही उम्मीद थी :-)बहुत बढिया लिखा <BR/> आपसे यही उम्मीद थी :-)Pratyakshahttps://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.com