tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post116234689007709290..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: अक्ल बड़ी या भैंस...debashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1162434563433457872006-11-02T07:59:00.000+05:302006-11-02T07:59:00.000+05:30आप सबका प्रोत्साहन के लिये धन्यवाद.अमित भाई, अगर ऐ...आप सबका प्रोत्साहन के लिये धन्यवाद.<BR/><BR/>अमित भाई, अगर ऐसे ही आप उत्साहवर्धन करते रहे तो यकिन मानें उड़न तश्तरी का तेल कभी भी समाप्त नहीं होगा. :)<BR/><BR/>बहुत शुक्रिया.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1162389324481252602006-11-01T19:25:00.000+05:302006-11-01T19:25:00.000+05:30चिट्ठे वाले सभी जानते आप बड़ी हैं अक्लों वालेइसीलिय...चिट्ठे वाले सभी जानते आप बड़ी हैं अक्लों वाले<BR/>इसीलिये तो सब ने अपने तरकस में से तीर निकाले<BR/>लिये कामना, चर्चा करके आप उन्हें भी ऊंचा कर दें<BR/>क्योंकि और चर्चाकारों से, इतने जाते नहीं संभाले<BR/><BR/>और जहां तक बात काव्य के रस की है तो इतना सुन लें<BR/>जिस रस में भी चाहें इसको पढ़ें और चाहें ज्यों गुन लें<BR/>बीबी ने हमको मारा यह रोकर पढ़ें, करुण रस होता<BR/>चिल्ला कर यदि पढ़ें, वीर रस होता, राकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1162370104347319682006-11-01T14:05:00.000+05:302006-11-01T14:05:00.000+05:30वाकई, चिट्ठे बाँचना कौनो मजाक का काम नहीं है, बढ़िय...वाकई, चिट्ठे बाँचना कौनो मजाक का काम नहीं है, बढ़िया काम करने पर समीर जी को बधाई। हमार दुआ है कि उनकी उड़नतश्तरी का तेल कभी समाप्त ना हो। :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1162357758850030462006-11-01T10:39:00.000+05:302006-11-01T10:39:00.000+05:30मेहनत का इनाम होती यह टिप्पणी, पर ह आपको इनाम देने...मेहनत का इनाम होती यह टिप्पणी, पर ह आपको इनाम देने लायक है नहीं. इसे उपहार समझ स्वीकार करें.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1162347662635195122006-11-01T07:51:00.000+05:302006-11-01T07:51:00.000+05:30हमारा तो यही कहना है कि ३० से अधिक चिट्ठों को इतनी...हमारा तो यही कहना है कि ३० से अधिक चिट्ठों को इतनी खूबसूरती से पेश करने का आपने काबिले तारीफ़ अंदाज में किया है.अगर खुदा कहीं है तो वो देखे और आपकी मेहनत का इनाम आपको दे.अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.com