tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post116318623329832548..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: आत्माचोलना का भ्राम फौयलाकॉर राक्खौdebashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1163265281632717982006-11-11T22:44:00.000+05:302006-11-11T22:44:00.000+05:30देबुदा,खुब भालो !देबुदा,<BR/><BR/>खुब भालो !Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1163249220076710642006-11-11T18:17:00.000+05:302006-11-11T18:17:00.000+05:30देबाशीष दा, आपनार लेखा पोढ़के तो होशते-होशते आमार म...देबाशीष दा, आपनार लेखा पोढ़के तो होशते-होशते आमार माथाय घूरने लोगा।<BR/><BR/>ओति शुन्दोर !अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1163234909647895332006-11-11T14:18:00.000+05:302006-11-11T14:18:00.000+05:30खूब भालो!!आमी बँगला जानी ना!!थके थके शीकी जाबो!मेर...खूब भालो!!आमी बँगला जानी ना!!थके थके शीकी जाबो!<BR/><BR/>मेरी दीदी जब आसनसोल मे थी तब कभी ये वाक्य सुने थे.आज की चर्चा मे बँगाली देख कर फिर याद आ गये.चर्चा का एक अलग रंग अच्छा है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1163229825944814762006-11-11T12:53:00.000+05:302006-11-11T12:53:00.000+05:30"आप शोभी का अनेकानेक धोन्नोबाद". वैसे यकीन मानिये ..."आप शोभी का अनेकानेक धोन्नोबाद". वैसे यकीन मानिये एक प्रोबाशी बांगाली के लिये ऐसे लिखना काफी कठोन काम रहा। खुशी हुई की पाठकों को अच्छा लगा।debashishhttps://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1163221659922250232006-11-11T10:37:00.000+05:302006-11-11T10:37:00.000+05:30नए अंदाज की लुभाती गुदगुदाती चर्चा के लिए धन्यवाद....नए अंदाज की लुभाती गुदगुदाती चर्चा के लिए धन्यवाद. उम्मीद है शनिवारी क्रम टूटेगा नहीं...रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1163220350256685782006-11-11T10:15:00.000+05:302006-11-11T10:15:00.000+05:30'पूरे हिंदुस्तान की जवान बन रहा है'- देबाशीष के बू...'पूरे हिंदुस्तान की जवान बन रहा है'- देबाशीष के बूझते पारलाम,अनूप के बोझा मुश्कील.अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1163218735273281262006-11-11T09:48:00.000+05:302006-11-11T09:48:00.000+05:30अरे बाबा रे बाबा, ई के लेखा आशी तुमी. आमी तो बिझते...अरे बाबा रे बाबा, ई के लेखा आशी तुमी. आमी तो बिझते पारे ना, खुब कोष्टो कोरी पोडछीलो.<BR/>भई बांग्ला इतनी ही आती है, अब चिट्ठाचर्चा के माध्यम से थोड़ी बहुत और सिख जाएंगे.<BR/>देबु दा मजा आया, हालाकि पढ़ने की गति थोड़ी कम हो गई, पर बहुत अच्छे. अगले सप्ताह का इंतजार रहेगा.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1163217948753543332006-11-11T09:35:00.000+05:302006-11-11T09:35:00.000+05:30उडी बाबा,दादा एटा की रे? खूब भालो!!और मुझको तो नया...उडी बाबा,<BR/><BR/>दादा एटा की रे? खूब भालो!!<BR/><BR/>और मुझको तो नया बंगाली किस्म का नाम भी दे दिया.. पोंकोज..पंकज बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/05608176901081263248noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1163210110347483322006-11-11T07:25:00.000+05:302006-11-11T07:25:00.000+05:30बड़ी खुशी हुयी कि देबाशीष भे आ गये मैदान में.भाषा द...बड़ी खुशी हुयी कि देबाशीष भे आ गये मैदान में.<BR/>भाषा देखकर यह खुशी हो रही हो रही है कि चिट्ठचर्चा पूरे हिंदुस्तान की जवान बन रहा है. अब शनिवार की जिम्मेदारी से मुक्ति का अहसास भी बड़ा सुकूनदेह है.अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1163200059037060362006-11-11T04:37:00.000+05:302006-11-11T04:37:00.000+05:30बहुत बढ़ियां, एक और नया अंदाज, वाह.बहुत बढ़ियां, एक और नया अंदाज, वाह.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1163187744448319282006-11-11T01:12:00.000+05:302006-11-11T01:12:00.000+05:30यार ये सही मे बांग्ला भाषा है कि वही बंगला है जो ह...यार ये सही मे बांग्ला भाषा है कि वही बंगला है जो हम पुराने कानपुर मे बंगाली मोहाल मे सुनते थे, बड़ी मीठी लगती थी और सबसे बढ़कर समझ मे भी आ जाती है। जीतू भाई खुलासा करो जरा।<BR/><BR/>लगे रहो देबु भाई, सही जा रहे हो।Atul Arorahttps://www.blogger.com/profile/00089994381073710523noreply@blogger.com