tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post1536053784881461099..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: एक रोशनी भरा दिन हाथ से फिसल जाता हैdebashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-52911528713975162912008-08-02T02:08:00.000+05:302008-08-02T02:08:00.000+05:30.*:o)कोई समझा ? नहीं न..तो यह मेरा प्रतीकात्मक सेन....<BR/><BR/><BR/><B>*:o)</B><BR/><BR/><I>कोई समझा ? नहीं न..तो यह मेरा प्रतीकात्मक सेन्स ओफ ह्यूमर <BR/>है,प्रतीकात्मक कविता, कहानी,व्यंग,आलेख के बाद कुल ले दे कर<BR/>अब यही बचा है..सेन्स ओफ ह्यूमर की प्रतीकात्मिकता । यहाँ पर<BR/>केवल आप सब के संज्ञानार्थ प्रेषित किया जा रहा है । धन्यवाद !</I>डा. अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/12658655094359638147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-40091350933683014872008-08-01T22:48:00.000+05:302008-08-01T22:48:00.000+05:30चिठ्ठाजगत का ट्रेलर वास्तव में बड़ा कारगर है। इसमें...चिठ्ठाजगत का ट्रेलर वास्तव में बड़ा कारगर है। इसमें अपना नाम देखकर मेरे जैसे नौ-सिखिए फूले नहीं समाते हैं। बस ऐसे ही नज़रे-इनायत करते रहें। हम तो आप के मुरीद हैं हीं।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-16437678476204280972008-08-01T19:35:00.000+05:302008-08-01T19:35:00.000+05:30हिन्दी ब्लॉग जगत का नारीवाद:विष रस भरा कनक घट जैसे...हिन्दी ब्लॉग जगत का नारीवाद:विष रस भरा कनक घट जैसे <BR/><BR/>मुझे इन सामाजिक जाल स्थलों से बचाओ : कम्प्यूटर बन्द करो बाहर निकल आओ। <BR/><BR/>मेरी ज़िन्दगी में भीड़ बहुत थी : फोटो तो अकेली की लगा रखी <BR/>~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~<BR/>हमेँ भी शामिल करने का शुक्रिया और ये ऊपर के सारे लिन्क पढकर आपके सेन्स ओफ ह्यूमर के फेन/ *FAN* :) हो गये हैँ <BR/>-लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-73645407011177589792008-08-01T13:32:00.000+05:302008-08-01T13:32:00.000+05:30चिच (चिठ्ठा चर्चा) बहुत चकाचक है!:)<B>चिच</B> (चिठ्ठा चर्चा) बहुत चकाचक है!:)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-58652520737647828482008-08-01T13:20:00.000+05:302008-08-01T13:20:00.000+05:30बढिया है ,...कितना करे हे हे हे हे ......बाल किशन...बढिया है ,...कितना करे हे हे हे हे ......बाल किशन जी सही कह रहे है।आभाhttps://www.blogger.com/profile/04091354126938228487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-10876583050109671122008-08-01T12:13:00.000+05:302008-08-01T12:13:00.000+05:30अच्छा लगा!अच्छा लगा!Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-34424930918927023812008-08-01T11:16:00.000+05:302008-08-01T11:16:00.000+05:30सच पूछिए तो बस आपकी ये "लाइना" पढ़ना यहाँ खीच लात...सच पूछिए तो बस आपकी ये "लाइना" पढ़ना यहाँ खीच लाता है.......कुछ तो ऐसी है बस .......झकास.......डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-3837633586236455942008-08-01T11:07:00.000+05:302008-08-01T11:07:00.000+05:30रोचक चर्चा :)रोचक चर्चा :)रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-3509909498379425352008-08-01T10:00:00.000+05:302008-08-01T10:00:00.000+05:30आज की चर्चा आपने पूरे मूड में की है :-)आज की चर्चा आपने पूरे मूड में की है :-)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-19573738402597244132008-08-01T09:14:00.000+05:302008-08-01T09:14:00.000+05:30वाह जी वाहक्या जबरदस्त चिटठा चर्चा है.सबसे बड़ी खास...वाह जी वाह<BR/>क्या जबरदस्त चिटठा चर्चा है.<BR/>सबसे बड़ी खासियत मुझे ये लगती है कि अगर किन्ही कारणों से दो चार दिनों ब्लाग पर आना न मुमकिन हो तो आने के बाद आपकी चिटठा चर्चा पढ़ लेने से अधिकांश जानकारी मिल ही जाती है.<BR/>नाचीज का जगह देने के लिए आभार.<BR/>मैंने तो कुश के पास अर्जी लगा भी दी है.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-65245268740706631532008-08-01T08:44:00.000+05:302008-08-01T08:44:00.000+05:30आहा!! आज की चर्चा में तो हम भी शामिल है.. एक विनती...आहा!! आज की चर्चा में तो हम भी शामिल है.. एक विनती भी है जहा आपने लिखा है सेवाए ली जानी चाहिए वहा पर सेवाए के आगे बोल्ड अक्षरो में 'सशुल्क' लिख देते तो.. ही ही ही समझ रहे है न आप.. <BR/><BR/>वैसे आज की चर्चा शानदार रही.. ख़ासकर ये पंक्तिया<BR/>किस्सा -ए-होस्टल : किस्सा बी हास्टल कल आयेगा। डिबिया खरीद लें रखने के लिये। <BR/>मेरी ज़िन्दगी में भीड़ बहुत थी : फोटो तो अकेली की लगा रखी है। <BR/>मेरी कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-23997976770279590062008-08-01T08:27:00.000+05:302008-08-01T08:27:00.000+05:30कविता तो सुनाये रहे हो पर जेकाहे भूल जाते हो कि प ...कविता तो सुनाये रहे हो पर जेकाहे भूल जाते हो कि प से पंगेबाज से पंगा मत लेना , अब लिये हो तो भुगतने को तैयार रहना :)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-67455475372623563912008-08-01T08:26:00.000+05:302008-08-01T08:26:00.000+05:30आनन्द आ गया चर्चा पढ़ कर. ऐसी ही नियमितता बनाये रखे...आनन्द आ गया चर्चा पढ़ कर. ऐसी ही नियमितता बनाये रखें. इन्तजार रहता है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com