tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post1620377138938374913..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: क्षणे क्षणे यत् नवतां उपैति, तदेव रूपं ....debashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-39707306465274010282009-02-25T19:53:00.000+05:302009-02-25T19:53:00.000+05:30कविता जी चिट्ठाचर्चा में उल्लेख करने के लिए बहुत -...कविता जी चिट्ठाचर्चा में उल्लेख करने के लिए बहुत -बहुत धन्यवाद .जब ब्लोगिंग की दुनिया में पहला कदम रखा तब से ही लगातार आपका स्नेह और मार्गदर्शन मिल रहा है ,आभारी हूं .स्वास्थ्य का ध्यान रखें .कहानियो पर आपकी बहुमूल्य राय मिलती रहेगी इसी विश्वास के साथ ......<BR/>चिट्ठाचर्चा में आनंद आ गया .सीमा रानीhttps://www.blogger.com/profile/12435916340014716864noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-15322326606282502842009-02-25T00:14:00.000+05:302009-02-25T00:14:00.000+05:30सर्वप्रथम तो अपनी टिप्पणियों से सहयोग देने के लिए ...सर्वप्रथम तो अपनी टिप्पणियों से सहयोग देने के लिए मेरा आभार स्वीकारें।<BR/><BR/>स्वास्थ्य संबन्धी शुभकामनाओं व आत्मीय निर्देशों से मन गद गद हुआ। अच्छा लगता है, मित्रों का यों आत्मीय स्नेह।<BR/><BR/>बूझौने का हल कल की प्रतीक्षा में है। अनूप जी राज-फ़ाश करेंगे, अपने मौजों वाले (मौज का बहुवचन है जी, पैर वाले मौजे नहीं)अन्दाज़े बयाँ में।Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-54850183800753057852009-02-24T21:09:00.000+05:302009-02-24T21:09:00.000+05:30अंततः आस्कर मिला, आभारी होना चाहिए हमें निर्णायकों...अंततः आस्कर मिला, आभारी होना चाहिए हमें निर्णायकों का कि उनका ध्यान भारत कि और गया ! हालाँकि बेहद उच्च कोटि कि कला को सम्मान मिलना बाकी है ! सिर्फ़ एक विश्वास भरी निगाह की जरूरत है !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-40170239805284124132009-02-24T17:06:00.000+05:302009-02-24T17:06:00.000+05:30रहमान चर्चा बहुत जगह पढ़ी। आपक इस चर्चा में बहुत वि...रहमान चर्चा बहुत जगह पढ़ी। आपक इस चर्चा में बहुत विविधता थी।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-62777066793764749292009-02-23T23:24:00.000+05:302009-02-23T23:24:00.000+05:30दीर्घ अंतराल के बाद आपका चर्चा में पुनरागमन हर्षवर...दीर्घ अंतराल के बाद आपका चर्चा में पुनरागमन हर्षवर्धक रहा.<BR/><BR/><BR/>अन्य भाषाओँ के ब्लॉगों के बिना भी यह चर्चा पूर्णतर है.<BR/><BR/><BR/>''भरे हुए कलशों का पनघट में गिर जाना'' - गीतपंक्तियाँ <BR/>अत्यन्त मार्मिक और व्यंजनापूर्ण हैं.चर्चा को इससे क्लासिकी <BR/>संस्पर्श मिल गया.<BR/><BR/><BR/>'आधी आबादी' की सामग्री भी पर्याप्त विचारोत्तेजक बन पड़ी है.RISHABHA DEO SHARMA ऋषभदेव शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09837959338958992329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-85686592108597299352009-02-23T23:17:00.000+05:302009-02-23T23:17:00.000+05:30आपकी चर्चा से बहुत कुछ जानने को मिला ....और आप अपन...आपकी चर्चा से बहुत कुछ जानने को मिला ....और आप अपनी सेहत का ध्यान रखेंअनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-81334272922103136452009-02-23T22:38:00.000+05:302009-02-23T22:38:00.000+05:30यहाँ फिर से आ जुड़ने पर आपका हार्दिक स्वागत। आशा है...यहाँ फिर से आ जुड़ने पर आपका हार्दिक स्वागत। आशा है अब आप बीती बातें बिसारकर आगे की सुधि पूरि ताजगी और तन्मयता से लेंगी। आज की चर्चा तो यही संकेत दे रही है। <BR/><BR/>वैसे एक व्यक्तिगत सलाह देने की गुस्ताखी कर रहा हूँ। यह कि आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। <A>@मध्य रात्रि से चर्चा को टुकड़ा टुकड़ा लिखते पोस्ट करने में दोपहर बीत गई है।</A><BR/>इतने लम्बे समय तक बैठकर काम करना निश्चित सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-76883729848221035032009-02-23T21:00:00.000+05:302009-02-23T21:00:00.000+05:30यूरेका...........यूरेका.........यूरेका...........यूरेका.........चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-63354549809625461242009-02-23T20:58:00.000+05:302009-02-23T20:58:00.000+05:30यह हमारी तीसरी ट्राई है। देखते हैं कि टिपिया पाते ...यह हमारी तीसरी ट्राई है। देखते हैं कि टिपिया पाते हैं या नहीं:)<BR/>अच्छी चर्चा और अच्छॆ स्वास्थ के लिए बधाई। आज थोडे लिखे को बहुत समझना क्योंकि सिस्टम बगावत पर तुला है।चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-22157274610613611952009-02-23T20:01:00.000+05:302009-02-23T20:01:00.000+05:30आपकी चर्चा पढ़कर सुखद अनुभूति हो रही है। धन्यवाद ।आपकी चर्चा पढ़कर सुखद अनुभूति हो रही है। <BR/>धन्यवाद ।Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-60212987589961170952009-02-23T19:43:00.000+05:302009-02-23T19:43:00.000+05:30* अव्वल तो लगता है कि आपकी तबीयत अब दुरुस्त है. बध...* अव्वल तो लगता है कि आपकी तबीयत अब दुरुस्त है. बधाई.<BR/><BR/>* सागर भाई के यहाँ यह हादसा ढाई वर्ष पूर्व हुआ था, हम सभी स्तब्ध रह गये थे उस वक्त.<BR/><BR/>* चर्चा अच्छी लगी.<BR/><BR/>* महाशिवरात्री और आस्कर की बधाई.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-64952654155753194202009-02-23T19:37:00.000+05:302009-02-23T19:37:00.000+05:30निशा का इस कम उम्र में निधन उनके माता पिता के लिए ...निशा का इस कम उम्र में निधन उनके माता पिता के लिए निसंदेह कष्टकारी ओर न भरने वाली शती है ,इश्वर उन्हें इस दुःख से लड़ने के लिए साहस प्रदान करे .आज ओर कुछ कहने की स्थिति नही हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-73792856601043300762009-02-23T19:32:00.000+05:302009-02-23T19:32:00.000+05:30महाशिवरात्री और आस्कर की बधाई.आपकी चर्चा हमेशा ही ...महाशिवरात्री और आस्कर की बधाई.<BR/><BR/>आपकी चर्चा हमेशा ही एक नये आयाम मे होती है. और सही मे उसको पढना हमेशा अच्छा लगता है. बहुत शुभकामनाएं.<BR/><BR/>रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-73747871332599539682009-02-23T19:19:00.000+05:302009-02-23T19:19:00.000+05:30रथी == रहीरथी == रहीShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-42548124261394732632009-02-23T19:18:00.000+05:302009-02-23T19:18:00.000+05:30"पता नहीं, चर्चा आपको कैसी लगती है! बहुधा अपने-अपन..."पता नहीं, चर्चा आपको कैसी लगती है! बहुधा अपने-अपने चिट्ठे की चर्चा से शून्य प्रमाणित होने वाली इस चर्चा से निराशा ही हाथ लगती होगी।"<BR/><BR/>प्रिय कविता जी, जो लोग चर्चा को चर्चा के रूप में देखने के लिये आते हैं उनको किसी भी चर्चा में निराशा नहीं होती. <BR/><BR/>पिछले एक दो महीने में चर्चा में जो विविधता दिखाई देती है वह हर कद्रदान के लिये खुशी की बात है. यह हम पाठकों का सौभाग्य है कि इस तरह केShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.com