tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post2127987097716158497..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: पेश है देसी गूगलवा...debashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-39587340678458859472007-06-04T20:29:00.000+05:302007-06-04T20:29:00.000+05:30बढ़िया आईड़िया है अनियमित चर्चा का भी...साथ ही साथ न...बढ़िया आईड़िया है अनियमित चर्चा का भी...साथ ही साथ नियमित वाली भी चलती रहे. और हमारे कॉफी कप वाले संजय महाराज भी हफ्ते में एक दो बार लिखते रहें तो मौज बनी रहे. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-82424172316922696762007-06-02T22:28:00.000+05:302007-06-02T22:28:00.000+05:30संजय जी,इस कड़ी को देखें -http://raviratlami.tumbl...संजय जी,<BR/><BR/>इस कड़ी को देखें -<BR/><BR/>http://raviratlami.tumblr.com/<BR/><BR/>यहाँ पर गूगल देव ऐसी चीजों को खुद ब खुद ढूंढ कर लाते रहते हैं.:)रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-21845977935802253652007-06-02T09:40:00.000+05:302007-06-02T09:40:00.000+05:30कहाँ से खोद लाये? :)अच्छे स्वास्थय के लिए नेट भ्रम...कहाँ से खोद लाये? :)<BR/>अच्छे स्वास्थय के लिए नेट भ्रमण कम करें :)संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-58446695733722345302007-06-02T06:13:00.000+05:302007-06-02T06:13:00.000+05:30रवि जी गर्मी और क्या गर्म गर्म आइटम ढूंढ लाए हैं। ...रवि जी गर्मी और क्या गर्म गर्म आइटम ढूंढ लाए हैं। अच्छी रिसर्च की है। :)ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-19865897830989167382007-06-02T03:12:00.000+05:302007-06-02T03:12:00.000+05:30रोहिणी तप रही है] बैरन बरखा सामने है और यह विरिहण...रोहिणी तप रही है] बैरन बरखा सामने है और यह विरिहणी फागुन की आग में जल रही है । सच मानिए, हिंगलिश के इस समय में, 'देसी गुगलवा' ने मन के जेठ में गुलमोहर खिला दिए ।<BR/><BR/>चर्चा जारी रखिएगा । हम प्रतीक्षा करेंगे ।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-86540929099320402192007-06-01T21:29:00.000+05:302007-06-01T21:29:00.000+05:30बहुत सही। सभी साथी चर्चाकार इसी तरह जब मन आये तब च...बहुत सही। सभी साथी चर्चाकार इसी तरह जब मन आये तब चर्चा करना भी शुरू करें तो अच्छा है। लेकिन नियमित कम से कम एक चर्चा हो तो मजा है।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.com