tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post4130047894360788878..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: हौसलों की उड़ान क्या कहियेdebashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-15127498252402806082008-09-29T12:24:00.000+05:302008-09-29T12:24:00.000+05:30सबसे पहले तो आपकी सेवाओ , आपकी उर्जा और आपके कार्य...सबसे पहले तो आपकी सेवाओ , आपकी उर्जा और आपके कार्य के लिए बधाई ! मेरा चिठ्ठा भी आपके चर्चा एक लेना में स्थान पा सका, मैं अभी हिन्दी ब्लागिंग में नवागत हूँ और लिखता नहीं अपितु आप लोगों को पढता अधिक हूँ . <BR/><BR/>दरअसल "कुछ अपनी कुछ जग" की पोस्ट "हिन्दी ब्लागिंग और व्यवसायिकता की चिंता" एक प्रतिक्रियात्मक लेख था, जिसे मैंने उसी मूल स्वरुप में विचारार्थ पोस्ट कर दिया...आपने सही टिप दिया है कि "समीर यादवhttps://www.blogger.com/profile/07228489907932952843noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-49324241104356890922008-09-29T03:10:00.000+05:302008-09-29T03:10:00.000+05:30आपका बहुत - बहुत धन्यवाद. मैंने हिन्दी में अभी चंद...आपका बहुत - बहुत धन्यवाद. मैंने हिन्दी में अभी चंद दिनों पहले ही लिखना शुरू किया है. पर आपके इस चिटठा चर्चा ने तो मेरा मन ही मोह लिया है. पहले आपने मेरे ब्लॉग को नए ब्लोग्गरों की सूची में डाला. फिर आज मैंने देखा कि आपने मेरी पोस्ट को 'एक लाईना' में जगह दी. वो भी पहले स्थान पे. उत्साहवर्धन के लिए बहुत - बहुत शुक्रिया. ये एकदम एक परिवार की तरह ही लगता है.<BR/><BR/>पुन: शुक्रिया<BR/><BR/>नीरजAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-41127820782633811902008-09-28T22:08:00.000+05:302008-09-28T22:08:00.000+05:30आज आपने करीब सत्तर पोस्टों का हालृ-चाल जाना और बता...आज आपने करीब सत्तर पोस्टों का हालृ-चाल जाना <BR/>और बताया। किस किस की नब्ज़ पर हाथ धरे हैं आप ? इतनी बड़ी संख्या देखकर ही गश खा गया मैं तो। ग़जब की ऊर्जा है आपके पास....<BR/>ईश्वर आपका भला करे...<BR/>बहुत खूब...अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-21710818791775263322008-09-28T18:31:00.000+05:302008-09-28T18:31:00.000+05:30"3000 हजार रुपये की चपत के लिये आभार दोस्तों!!:आभा..."3000 हजार रुपये की चपत के लिये आभार दोस्तों!!:आभार की क्या बात आखिर में इसे झेलना हमी को है "<BR/><BR/>पहले से सूचना दे दी है. फिर मत कहना कि मालूम नहीं था!!<BR/><BR/>आपने एक-लाईनाओं की संख्या बढा दी है. यह एक अच्छी बात है क्योंकि इससे काफी चिट्ठाकारों को प्रोत्साहन मिलेगा. <BR/><BR/>प्रोत्साहन मिले तो लोग आसमान छू लेंगे -- और दुवायें देंगे आप को!!<BR/><BR/> -- शास्त्री<BR/><BR/>हिन्दी ही Shastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-52407550654307898022008-09-28T17:56:00.000+05:302008-09-28T17:56:00.000+05:30बहुत अच्छी चिट्ठा चर्चा है। एकलाइना पढ़कर तो मजा ...बहुत अच्छी चिट्ठा चर्चा है। एकलाइना पढ़कर तो मजा आ गया। एकलाइना लंबा रहे तो अच्छा ही है। अधिक से अधिक चिट्ठों की चर्चा हो जाती है और जायकेदार टिप्पणियों में भी इजाफा हो जाता है।Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-19193712735767488972008-09-28T15:52:00.000+05:302008-09-28T15:52:00.000+05:30पुरी चर्चा पढ़ कर आनंद आ गया ! और एक लाइना के ऊपर आ...पुरी चर्चा पढ़ कर आनंद आ गया ! और एक लाइना के ऊपर आपकी<BR/>की गई टिपणी का तो क्या कहना ! बधाई !भूतनाथhttps://www.blogger.com/profile/08246888424952274172noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-10474946162270448592008-09-28T15:50:00.000+05:302008-09-28T15:50:00.000+05:30आज की चिठ्ठा चर्चा बेहद सुंदर बन पडी है ! बहुत धन्...आज की चिठ्ठा चर्चा बेहद सुंदर बन पडी है ! बहुत धन्यवाद और<BR/>शुभकामनाएं !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-7713869168017031012008-09-28T15:23:00.000+05:302008-09-28T15:23:00.000+05:30bahut khoob.....lines to bahut hi achchi lagibahut khoob.....<BR/>lines to bahut hi achchi lagiMANVINDER BHIMBERhttps://www.blogger.com/profile/16503946466318772446noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-76675296214237665042008-09-28T13:18:00.000+05:302008-09-28T13:18:00.000+05:30अनिल सिंह जी और लता मगेंशकर जी को हमारी तरफ़ से भी ...अनिल सिंह जी और लता मगेंशकर जी को हमारी तरफ़ से भी जन्म दिन की ढेर सारी शुभकामनाएं। 67 की मैराथान में हम भी स्थान पा गये, धन्य वाद, आभारी हुए। 67 के गाल की झुरीयों का तो आप ने इंतजाम कर दिया, वो सब मुस्कुराने की कसरत कर रहे हैं। <BR/>आप की पसंदीदा कविता देखते ही आप की माता जी का स्वर जहन में गूंज उठा, बहुत सुंदर गाया था उन्हों ने वो गीत। कैसी हैं माता जी? आशा है स्वस्थ और प्रसन्न होगीं। बकिया डा Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-13282289959714192442008-09-28T12:04:00.000+05:302008-09-28T12:04:00.000+05:30.अभी न जाओ छोड़ कर, अभी ये दिल भरा नहीं ... हमारी ....<BR/><BR/><I>अभी न जाओ छोड़ कर, अभी ये दिल भरा नहीं ... <BR/><BR/>हमारी वाली रानी का निकाल कर भी 66 जन बाकी हैं,<BR/>पढ़े जाने को ! सो, हमहूँ निट्ठलई में बिज़ी हैं ।<BR/><BR/>बाकी चिट्ठाचर्चा को व्यवसायिक हो जाना चाहिये,<BR/>वरना अनूप की समाधि पर लगेंगे हर वर्ष मेले..<BR/>बस अनूप ही न होंगे, गर होंगे तो ब्लागरों के ठेले </I>डा. अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/12658655094359638147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-78375046873344300872008-09-28T11:51:00.000+05:302008-09-28T11:51:00.000+05:30बढ़िया लिखा है आपने। रिकॉर्ड तोड़ ६७ प्रविष्टियाँ ...बढ़िया लिखा है आपने। रिकॉर्ड तोड़ ६७ प्रविष्टियाँ और सभी एकदम मस्त. मजा आ गया. सक्रियता बनाए रखें। शुभकामनाएं।<BR/>www.gustakhimaaph.blogspot.com<BR/>पर ताकझांक के लिए आमंत्रण स्वीकार करें।रंजन राजनhttps://www.blogger.com/profile/03646063513055002728noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-52800935182915683312008-09-28T11:49:00.000+05:302008-09-28T11:49:00.000+05:30ये प्रतिटिप्पणी वाले आपके लिए बेनामी होंगे, लेकिन ...ये प्रतिटिप्पणी वाले आपके लिए बेनामी होंगे, लेकिन हमारा साईटमीटर इनकी पूरी जानकारी दे रहा है. वैसे अंदाजा तो आप भी लगा ही सकते हैं. खैर, उसे छोड़ा जाए. बात ये है कि क्या केवल आग में जलने के बाद ही उसकी विभीषिका का अंदाजा लगाया जा सकता है? औरों के परिणाम से कुछ सबक नहीं लिया जा सकता? साबित हो चुका है कि दुनिया भर में (खास तौर पर भारत जैसे विकास शील देश में) प्रतिवर्ष होने वाली मौतों के एक बड़े Ghost Busterhttps://www.blogger.com/profile/02298445921360730184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-77870397858135994792008-09-28T10:38:00.000+05:302008-09-28T10:38:00.000+05:30कल दिल्ली में फ़िर धमाके हुये। फ़िर इस पर कुछ पोस्टे...कल दिल्ली में फ़िर धमाके हुये। फ़िर इस पर कुछ पोस्टें आयेंगी। क्रिया होगी तो न्यूटन जी की दुआ से प्रतिक्रिया भी होगी।<BR/><BR/>एक लाईना तो क्या खुब कही आपने !! मजा आ गया आभार !!दीपकhttps://www.blogger.com/profile/08603794903246258197noreply@blogger.com