tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post5040651694031039518..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: कोसल में विचारों का अनादर हैdebashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-61447366969452737512010-05-08T13:55:20.922+05:302010-05-08T13:55:20.922+05:30अपूर्व से शब्द-शब्द सहमत...बिना जाने कह सकता हूं अ...अपूर्व से शब्द-शब्द सहमत...बिना जाने कह सकता हूं अपूर्व के अंदर पत्रकार कूट-कूट कर भरा हुआ है...<br /><br />अब आते हैं अपने एंटी हीरो महफूज़ अली पर...<br /><br />यार महफूज़ तू चीज़ क्या है...अपनी समझ से बाहर है...फिल्म अक्स की स्पिलिट पर्सनेल्टी की रियल लाइफ मिसाल है...आपे से बाहर होता है तो तुझे खुद ही पता नहीं चलता क्या कह रहा है...कहीं वही बात तो नहीं खुदा हुस्न (और इल्म) देता है तो गरूर आ ही Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-21542574070914027632010-05-08T09:42:02.646+05:302010-05-08T09:42:02.646+05:30"सलेक्टिव नैतिकता " जिंदाबाद<b>"सलेक्टिव नैतिकता " जिंदाबाद </b>कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-85585364404746651602010-05-08T02:52:52.691+05:302010-05-08T02:52:52.691+05:30बड़े मार्के की बात और पूरी ईमानदारी के साथ ले कर आय...बड़े मार्के की बात और पूरी ईमानदारी के साथ ले कर आये हैं आप..कुछ दिनों से थोड़ी व्यस्तता के बावजूद देख पा रहा था कि निरुपमा प्रकरण के बहाने ब्लॉगजगत पर भी घमासान छिड़ा है..और घटना के सभी संभावित-असंभावित अंगों की आनुषंगिक विवेचना की जा रही है..उल्लेखनीय यह लगा कि मीडिया से लेकर ब्लॉग जगत तक दो गुटों मे विभाजित हो गया है..जहाँ आधुनिकता/समानता/वैयक्तिक-स्वतंत्रता-वादी निरुपमा की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु अपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-51311500777685490182010-05-07T23:58:58.551+05:302010-05-07T23:58:58.551+05:30नास्तिकों का ब्लॉग ~~~~~
हुंह
हुंह
ऐसी जगह पे तो ...नास्तिकों का ब्लॉग ~~~~~<br />हुंह <br />हुंह<br />ऐसी जगह पे तो बिजली गिरके रहेगी <br />ऐसी नापाक जगह को नेस्तनाबूद करने के लिए हवन और जाप शरू किया जा चुका है, जिसका परिणाम अतिशीघ्र (27 से 30 वर्षों के भीतर) ही देखने को मिलेगा <br />-<br />-<br />जय बाबा भैरवनाथप्रकाश गोविंदhttps://www.blogger.com/profile/15747919479775057929noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-89901282739878518082010-05-07T23:11:44.167+05:302010-05-07T23:11:44.167+05:30"अगर आप ईश्वर को मानते हैं (या ज्योतिष/रत्न..."अगर आप ईश्वर को मानते हैं (या ज्योतिष/रत्न/तंत्र मंत्र/) तो आपको इस ब्लॉग को जरूर देखना चाहिए कि कैसा कैसा कुफ्र हो रहा है भगवान (जैसा है जहॉं है के आधार पर) इनके कंप्यूटर पर बिजली क्यों नही गिराता। अगर नहीं मानते तो जरूर जाएं और देखें कि कैसे इस मुद्दे पर इस और उस धर्म के कट्टरपंथी एकसाथ बिलबिलाते हैं... आय एम लविंग इट।"<br /><br />एन्ड आय लव्ड इट.. ब्यूटीफ़ुल लाईन्स...Pankaj Upadhyay (पंकज उपाध्याय)https://www.blogger.com/profile/01559824889850765136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-79433680847303051572010-05-07T22:51:53.448+05:302010-05-07T22:51:53.448+05:30'नास्तिकों का ब्लॉग'[!!]..बहुत अच्छा लगा ज...'नास्तिकों का ब्लॉग'[!!]..बहुत अच्छा लगा जान कर.उनका स्वागत है.आशा है ,सार्थक विषयों पर सार्थक बहस पढ़ने को मिलेगी.<br />-----------------------------------------------Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-78903496134651441992010-05-07T22:24:26.917+05:302010-05-07T22:24:26.917+05:30अब मैं क्या बोलूं..... हर टोपिक बहुत शानदार होता ह...अब मैं क्या बोलूं..... हर टोपिक बहुत शानदार होता है.... और बर्निंग होता है... मैं बहुत ऐप्रेशिईट करता हूँ... लिखने के स्टाइल को.... आपके.... इस चर्चा को क्या कहूँ.... लफ्ज़ नहीं नहीं मिल रहे हैं ....तारीफ़ करने को.... <br />ग्रेट..... <br />विद बेस्ट रिगार्ड्स..<br /><br />just kidding ;)<br /><br />@सागर: मुझे जुकाम है... कोई भी बू नही आ सकती... <br /><br />कुछ भी हो.. चिट्ठाचर्चा राक्स भई :)Pankaj Upadhyay (पंकज उपाध्याय)https://www.blogger.com/profile/01559824889850765136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-69190888255337120652010-05-07T22:23:07.788+05:302010-05-07T22:23:07.788+05:30अच्छा हम तो समझे थे कि ये चिटठा चर्चा है...
अब टिप...अच्छा हम तो समझे थे कि ये चिटठा चर्चा है...<br />अब टिप्पणी चर्चा भी करने लगे आप...कमाल है ऐसी टिप्पणियाँ तो एक हज़ार मिल जायेंगी इस ब्लॉग जगत में ...जिस में चित भी मेरी और पट भी मेरी ...अंटा मेरे चाचा का...फिर महफूज़ मियाँ पर ये वज्रपात क्यों..<br />और फिर आज से पहले क्यों नहीं इस तरह की बात हुई है....<br />इस तरह की पोस्ट से भी तो.... कुछ जाहिर होता ही है....<br />छाप दिए तो ठीक और नहीं छापे तब स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-8259032881039504242010-05-07T22:21:41.552+05:302010-05-07T22:21:41.552+05:30अब देख लीजिये..ऍप्रूवल ?
इसकी कोई घोषित नीति होनी ...अब देख लीजिये..ऍप्रूवल ?<br />इसकी कोई घोषित नीति होनी चाहिये कि नहीं ?<br />किसी टिप्पणी के दिखने पर यह कैसे स्थापित होगा कि इसमें से कौन कौन से ’ असभ्य भाषा व व्यक्तिगत आक्षेप ’ वाले वाक्य हटाये जा चुके हैं ? मेरी असहमति का बिन्दु यहीं पर आकर टिकता है.. यह तो बड़ी टेढ़ी खीर है, भाई !डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-291759327250765502010-05-07T22:11:41.319+05:302010-05-07T22:11:41.319+05:30.
@ सागर जी,
टिप्पणीकारिता के अपनी सीमायें हैं, अप....<i><br />@ सागर जी,<br />टिप्पणीकारिता के अपनी सीमायें हैं, अपनी ख़ामियाँ हैं, अपनी मज़बूरियाँ हैं.. और दुश्वारियों का तो कहना ही क्या ?<br />यूँ ही मत न बदल जाता होगा.. कई जगहों पर ’ मन डोले रे तन डोले रे ’ फ़ैक्टर इतना प्रभावी होता है, कि ’ दिल का करार ’ न चाहते हुये भी बदल ही जाता है, क्या फ़र्क पड़ता है कि ’ कौन कैसी बाँसुरिया बजा रहा है ?’<br />आख़िरकार उसे अपने को ’ ऊँची ऊँची मॉडरेशन की दीवारें डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-62917230473176721602010-05-07T20:30:15.628+05:302010-05-07T20:30:15.628+05:30बढ़िया चर्चा. पर बात तो सही है. यहाँ और भी कई लोग ...बढ़िया चर्चा. पर बात तो सही है. यहाँ और भी कई लोग हैं, जो एक जगह एक बात करके आते हैं और दूसरी जगह उसकी विरोधी टिप्पणी कर देते हैं, तो सिर्फ़ महफ़ूज़ ही क्यों ? <br />आपने नास्तिकों के ब्लॉग की चर्चा की तो बहुत अच्छा लगा. इस ब्लॉग के निर्माण के समय लगा नहीं था कि इसे ऐसा समर्थन मिलेगा, बल्कि समर्थन नहीं नोटिस कहें, तो ज्यादा अच्छा है. संजय जी की पोस्ट पर सिरिल की टिप्पणियाँ बहुत ही तार्किक हैं. muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-44436231431407105722010-05-07T19:00:18.204+05:302010-05-07T19:00:18.204+05:30यहाँ अकेले महफूज जी ही नहीं हैं ......और भी लोगों ...यहाँ अकेले महफूज जी ही नहीं हैं ......और भी लोगों की बात कीजिये न जो यहाँ भी वाह वाह...वहां भी वाह वाह <br />ये भी सही और वो भी सही ..........सिर्फ एक को क्यूँ लपेटा जा रहा है भाई ? <br />-<br />-<br />रचना जी आपसे ही पता चला कि "प्रियभांशु के ऊपर यौन शोषण का केस दर्ज कर लिया गया हैं"<br />क़ानून का ज्यादा ज्ञान तो नहीं है लेकिन शोषण कैसा ? <br />दो बालिग़ पक्षों के एक-दुसरे की रजामंदी सेप्रकाश गोविंदhttps://www.blogger.com/profile/15747919479775057929noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-60021347969094911062010-05-07T18:43:13.426+05:302010-05-07T18:43:13.426+05:30क्या गजब संयोग है की मैंने अपने ब्लॉग पर फोल्लोवेर...क्या गजब संयोग है की मैंने अपने ब्लॉग पर फोल्लोवेर्स का शीर्षक "मगध में कमी नहीं है विचारों की" और "शराबघर तो अटे पड़े हैं विचारों से" दिया है और यहाँ कुछ इसी तर्ज़ पर चर्चा है... वैसे मैंने तो यह शीर्षक कृष्ण कल्पित के ब्लॉग "एक शराबी की सूक्तियां" से लिया था... इस चर्चा में हरकीरत हीर जी की ताज़ा पोस्ट "खूंटियों पर टंगी... " को भी शामिल किया जा सकता था...सागरhttps://www.blogger.com/profile/13742050198890044426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-69714571889817400242010-05-07T18:28:25.879+05:302010-05-07T18:28:25.879+05:30इस चर्चा से बगावत की बू आ रही है... इसपर ज्यादा कम...इस चर्चा से बगावत की बू आ रही है... इसपर ज्यादा कमेंट्स नहीं आयेंगे...सागरhttps://www.blogger.com/profile/13742050198890044426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-72541638904457115682010-05-07T17:09:43.356+05:302010-05-07T17:09:43.356+05:30प्रियभांशु के ऊपर यौन शोषण का केस दर्ज कर लिया गया...प्रियभांशु के ऊपर यौन शोषण का केस दर्ज कर लिया गया हैं ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-87001038275335246622010-05-07T15:19:35.250+05:302010-05-07T15:19:35.250+05:30Sateek charcha.Sateek charcha.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.com