tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post5159264937583083352..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: अन्तर्मन् से अनेक मन तकdebashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-30720408744598657522010-12-18T01:47:03.255+05:302010-12-18T01:47:03.255+05:30नमस्ते तरुण दाज्यू :)
तथा सारे टिप्पणीकार हिन्द...नमस्ते तरुण दाज्यू :) <br />तथा सारे टिप्पणीकार हिन्दी ब्लॉग जगत के मित्र , बंधु, साथी गण <br />आज ही इस लिंक पर - चर्चा पर नज़र पडीं हैं यहां पधारे सभी महानुभावों का तथा उनके महान संवेदनाशील भावनाओं का<br /> विनम्रता से , स्वीकार करती हूँ <br />- देर से आने पर क्षमाप्रार्थना -<br /> आपने मेरे " लावण्यम - अंतर्मन " ब्लॉग को <br />चर्चा का केंद्र बनाया उसके लिए आपका कोटिश आभार - <br />लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-16443911396843334622010-09-19T21:28:21.906+05:302010-09-19T21:28:21.906+05:30बेहतरीन लिंक्स......बेहतरीन वार्ता ............
इ...बेहतरीन लिंक्स......बेहतरीन वार्ता ............<br /><br />इसे भी पढ़कर कुछ कहे :-<br /><a href="http://oshotheone.blogspot.com/2010/09/blog-post_19.html" rel="nofollow">आपने भी कभी तो जीवन में बनाये होंगे नियम ??</a>ओशो रजनीशhttps://www.blogger.com/profile/02490589981699767958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1021168809235890232010-09-19T10:26:00.214+05:302010-09-19T10:26:00.214+05:30लावण्या जी एक सह्रदय इंसान है जिनके भीतर भारतीय म...लावण्या जी एक सह्रदय इंसान है जिनके भीतर भारतीय मूल्य ओर संस्कार देश में रहने वाले कई लोगो से कही ज्यादा है ...वे एक सरल ह्रदय की मालिक है जिनके लिए ब्लोगिंग का उद्देश्य शायद भारत ओर अपने अतीत से जुड़ना भी है ...उनके पास यादो का एक बड़ा खज़ाना है ..जिसके परिपेक्ष्य में आप वक़्त के कई दौर देख सकते है ...ओर कई चीजों की पुर्नव्याख्या भी कर सकते है ..... निर्मला कपिला जी तरह वे एक डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-50902612399010621102010-09-19T08:51:36.951+05:302010-09-19T08:51:36.951+05:30सुन्दर है। लावण्याजी की पोस्टों के संस्मरण वाले अं...सुन्दर है। लावण्याजी की पोस्टों के संस्मरण वाले अंश और फोटो तो अद्भुत हैं।<br /><br />जिस चिट्ठाकार का परिचय दे रहे हैं उसके बारे में अपनी राय रखना , चाहे कलेवर के बारे में हो या सामग्री के बारे में, सहज है। अच्छा है। जारी रखना चाहिये।<br /><br />अब अगले शनिवार का इंतजार है।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-66228156643581563342010-09-19T08:23:57.770+05:302010-09-19T08:23:57.770+05:30डा.अमर कुमार की यह टिप्पणी मेल में मिली पोस्ट पर न...डा.अमर कुमार की यह टिप्पणी मेल में मिली पोस्ट पर नहीं है इसलिये डाल रहा हूं:<br /><br />डा० अमर कुमार ने आपकी पोस्ट " अन्तर्मन् से अनेक मन तक " पर एक टिप्पणी छोड़ी है:<br /><br />मुझे याद है कि मार्च 2009 में उनके ब्लॉग पर किसी कि कुछ गड़बड़ शड़बड़ टिप्पणी को लेकर <a href="http://chitthacharcha.blogspot.com/2009/03/blog-post_15.html?showComment=1237134240000#c2253789752504187626" rel="अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-2893014563755562542010-09-19T01:23:10.627+05:302010-09-19T01:23:10.627+05:30मुझे याद है कि मार्च 2009 में उनके ब्लॉग पर किसी क...<i>मुझे याद है कि मार्च 2009 में उनके ब्लॉग पर किसी कि कुछ गड़बड़ शड़बड़ टिप्पणी को लेकर <b>पालिमिक्स माने बहसबाजी या विवाद की एक कला </b>शीर्षक से एक पोस्ट आयी थी । ज़ाहिर है.. लावण्या दी उन दिनों बहुत आहत थीं । <br />इसी<a href="http://chitthacharcha.blogspot.com/2009/03/blog-post_15.html?showComment=1237134240000#c2253789752504187626" rel="nofollow"> पोस्ट पर मैंनें अपनी टिप्पणी दी थी,</a>कि..<br /डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-19088510831734017902010-09-19T01:18:44.566+05:302010-09-19T01:18:44.566+05:30मुझे याद है कि मार्च 2009 में उनके ब्लॉग पर किसी क...<i>मुझे याद है कि मार्च 2009 में उनके ब्लॉग पर किसी कि कुछ गड़बड़ शड़बड़ टिप्पणी को लेकर पालिमिक्स माने बहसबाजी या विवाद की एक कला शीर्षक से एक पोस्ट आयी थी । ज़ाहिर है.. लावण्या दी उन दिनों बहुत आहत थीं । <br />इसी पोस्ट पर <a href="http://chitthacharcha.blogspot.com/2009/03/blog-post_15.html?showComment=1237134240000#c2253789752504187626" rel="nofollow">मैंनें अपनी टिप्पणी दी थी</a>, कि.. <br डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-66703904167729320442010-09-18T22:08:44.831+05:302010-09-18T22:08:44.831+05:30ओहो हो हो..
तो शनीवासरीय चर्चा में तरूण भाई मुस्तै...<i><br />ओहो हो हो..<br />तो शनीवासरीय चर्चा में तरूण भाई मुस्तैद हैं,<br />बेहतरीन और सधे तरीके से आज जिक्र लावण्या दी का, साथ में उनकी स्वयँ की चार तुरुप लाइनें<br />पूरी बोतल ना सही, एक जाम तो हो जाय<br />मिलना ना सही, दुआ सलाम तो हो जाय<br />जिनकी याद में हम बीमार बैठे हैं<br />उन्हें बुखार ना सही, जुकाम तो हो जाय<br />इसे आगे बढ़ाते हुये अर्ज़ है.. <br /><b>कहाँ ख़ुदा की ऎसी है रहमत कि, हम यूँ डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-63777670623649912522010-09-18T17:42:30.724+05:302010-09-18T17:42:30.724+05:30पूरी बोतल ना सही, एक जाम तो हो जाय
मिलना ना सही, द...पूरी बोतल ना सही, एक जाम तो हो जाय<br />मिलना ना सही, दुआ सलाम तो हो जाय<br />जिनकी याद में हम बीमार बैठे हैं<br />उन्हें बुखार ना सही, जुकाम तो हो जाय<br /><br />बहुत ही अच्छी पंक्तिया लिखी है .......<br />http://oshotheone.blogspot.com/2010/09/blog-post_16.htmlओशो रजनीशhttps://www.blogger.com/profile/02490589981699767958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-86514323726755502892010-09-18T17:30:56.040+05:302010-09-18T17:30:56.040+05:30आज आपका ब्लॉग चर्चा मंच की शोभा बढ़ा रहा है.. आप भ...आज आपका ब्लॉग चर्चा मंच की शोभा बढ़ा रहा है.. आप भी देखना चाहेंगे ना? आइये यहाँ- http://charchamanch.blogspot.com/2010/09/blog-post_6216.htmlदीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-86813008301713839782010-09-18T15:07:43.728+05:302010-09-18T15:07:43.728+05:30`विस्तार है अपार.. प्रजा दोनो पार.. करे हाहाकार......`विस्तार है अपार.. प्रजा दोनो पार.. करे हाहाकार...<br />निशब्द सदा ,ओ गंगा तुम, बहती हो क्यूँ ?'<br /><br />इस गीन के सृजनकर्ता की पुत्री और एक सफ़ल ब्लागर पर अच्छी चर्चा के लिए आभार॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-54146919671146107812010-09-18T11:30:12.642+05:302010-09-18T11:30:12.642+05:30पूरी बोतल ना सही, एक जाम तो हो जाय
मिलना ना सही, द...पूरी बोतल ना सही, एक जाम तो हो जाय<br />मिलना ना सही, दुआ सलाम तो हो जाय<br />जिनकी याद में हम बीमार बैठे हैं<br />उन्हें बुखार ना सही, जुकाम तो हो जाय<br /><br />Dua karti hun,aapki dua unhen lag jaye!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-45292228483911076652010-09-18T10:25:16.108+05:302010-09-18T10:25:16.108+05:30charchakar ko sadhuwad .....
jinki charcha ki unn...charchakar ko sadhuwad .....<br /><br />jinki charcha ki unneh pranam....<br /><br /><br />sadar.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-80066245767003910592010-09-18T10:24:39.325+05:302010-09-18T10:24:39.325+05:30लावण्या जी की तारीफ़ में जितना भी kahaa जाए कम है, ...लावण्या जी की तारीफ़ में जितना भी kahaa जाए कम है, धन्यवाद!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-44477894328383967022010-09-18T09:40:13.316+05:302010-09-18T09:40:13.316+05:30आज की चर्चा में लावण्या दी के बारे में पढ़कर अच्...आज की चर्चा में लावण्या दी के बारे में पढ़कर अच्छा लगा। उनके बारे में जितना कहा जाए कम है। उनके चिट्ठे में भारतीय संस्कृति के विविध रंग तो देखने को मिलते ही हैं, घर बैठे हमारे जैसे लोग अमेरिका की सैर भी कर लेते हैं।Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-80203555436283343242010-09-18T07:45:48.433+05:302010-09-18T07:45:48.433+05:30Sundar charcha ke liye aabhar.Sundar charcha ke liye aabhar.रानीविशालhttps://www.blogger.com/profile/15749142711338297531noreply@blogger.com