tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post6170884805636994957..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: आदमी था काम का सिफ़र हो गयाdebashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-84926743184388507992008-08-18T04:30:00.000+05:302008-08-18T04:30:00.000+05:30तिरंगे को झाड़ू में बांधकर फ़हराया: जिम्मेदार लोगों ...तिरंगे को झाड़ू में बांधकर फ़हराया: जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा! सटीक जवाब। चलते रहिएNitish Rajhttps://www.blogger.com/profile/05813641673802167463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-40036819417497019692008-08-17T22:54:00.000+05:302008-08-17T22:54:00.000+05:30अज दी चिठ्ठाचर्चा मस्त रई जी- मानस ते अनिल भैया ते...अज दी चिठ्ठाचर्चा मस्त रई जी- मानस ते अनिल भैया ते बौत वदिया हैगे ने जी। अलोक जी ते हमेशा ही सही कैंदे ने जी। एस वारी भी सही बोले, वन लाइनर दा बोलबाला होणा है, तुसी वेख लेना॥रखड़ी दी फ़ोटो वदिया है जीAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-24493093493865283702008-08-17T13:28:00.000+05:302008-08-17T13:28:00.000+05:30"हार जीवन का अंत नहीं है! : तब क्या? एक जीवन हजारो..."हार जीवन का अंत नहीं है! : तब क्या? एक जीवन हजारो हार का स्कोप देता है।"<BR/><BR/>एक हार हजारों जीत के द्वार खोल सकता है -- नजरिया सही हो तो!!!Shastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-49840799633875810962008-08-17T12:17:00.000+05:302008-08-17T12:17:00.000+05:30शानदार चिट्ठाचर्चा...शानदार 'पसंद'...और सबसे शानदा...शानदार चिट्ठाचर्चा...शानदार 'पसंद'...और सबसे शानदार फोटो.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-77449873577162779862008-08-17T10:24:00.000+05:302008-08-17T10:24:00.000+05:30डा. साहब की खैनी है तो हमारी चाय है.. साहित्य-प्र...डा. साहब की खैनी है तो हमारी चाय है.. <BR/><BR/>साहित्य-प्रेमियों का स्वागत है : कोई असाहित्यिक घुसा तो समझ ले! <BR/><BR/>वैसे ये तो ग़ज़ब लिखा आपने..कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-86264891817439703252008-08-17T09:48:00.000+05:302008-08-17T09:48:00.000+05:30जमाये रहियेजी। एसएएमएसी फ्यूचर देखकर ही कहता हूं स...जमाये रहियेजी। <BR/>एसएएमएसी फ्यूचर देखकर ही कहता हूं सारा मामला वन लाइनर ही होने वाला है। <BR/>आपके वन लाइनर इतिहास में जायेंगे।बकिया फुरसतिया पोस्ट पढ़ने की फुरसत सिर्फ फुरसतियाजी को ही होगी।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-37793626382373217022008-08-17T09:20:00.000+05:302008-08-17T09:20:00.000+05:30.आई एम सारी गुरु, का करें ? ई ससुर चिट्ठाचर्चा हमा....<BR/><BR/><I>आई एम सारी गुरु, का करें ? <BR/>ई ससुर चिट्ठाचर्चा हमारी सबेरे की खैनी हुई गयी है, <BR/>सो पहली टिप्पणी आजौ जाय रही है ।<BR/>सबेरे छः बजे से हाज़त रोक के कंप्यूटर अगोरे बइठे थे ।<BR/>बाकी लिखा पढ़ा माफ़ करना ।</I>डा. अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/12658655094359638147noreply@blogger.com