tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post6806549763880274666..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: भगवान बहुत चालू चीज होता है मित्रों!debashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-48271940349152726132010-04-17T08:26:02.758+05:302010-04-17T08:26:02.758+05:30God is truly Bhola-bhala. He, by mistake created t...God is truly Bhola-bhala. He, by mistake created the shrewd lot called human beings.<br /><br />Number of Gods and Goddesses are still 33 crores, but human beings are multiplying in geometrical progression.<br /><br />Chaloo to wo hai jisne Ishwar ki chaal-bazion ko samajh liya !<br /><br />'A trick fails the moment it is noticed !'ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-58597759510724369532010-04-13T22:10:16.065+05:302010-04-13T22:10:16.065+05:30अनूप जी आप 2 घंटे में इतने सारे काम निपटा लेते हैं...अनूप जी आप 2 घंटे में इतने सारे काम निपटा लेते हैं! यहां तो 2 घंटे माणस बनने में ही निकल जाते हैं उस पर तुर्रा ये कि फिर भी बात बन ही जाए ...इसकी भी कोई गारंटी नहीं रहती:)<br /><br />दूसरे, आपके कविता रस का मैं क़ायल हूं. समय-समय पर इतनी सुंदर कविताएं पढ़वाने के लिए आपका आभार व कवि मित्रों को हार्दिक साधुवाद.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-225317816597191492010-04-13T08:17:47.729+05:302010-04-13T08:17:47.729+05:30अमित जी की कविता ने मुझे भी बहुत प्रभावित किया। इत...अमित जी की कविता ने मुझे भी बहुत प्रभावित किया। इतना कसा हुआ व्यंग्य कम ही पढ़ने को मिलता है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-8751780503739314252010-04-13T00:29:54.758+05:302010-04-13T00:29:54.758+05:30शोएब का चरित्र ???
हुन्ह्ह्ह ...
घी के लड्डू टेढो ...शोएब का चरित्र ???<br />हुन्ह्ह्ह ...<br />घी के लड्डू टेढो भलो .....<br />हाँ नहीं तो...!!स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-17862202855132964382010-04-12T23:27:52.329+05:302010-04-12T23:27:52.329+05:30चर्चा तो अच्छी ही है, लेकिन उसके लिखे जाने के बीच ...चर्चा तो अच्छी ही है, लेकिन उसके लिखे जाने के बीच किये जाने वाले काम ज़्यादा अच्छे लगे. ऑनलाइन बतियाये, एसएमएसियाये, तो फोन पे भी बतिया लेते न किसी से, वो काम काहे छोड़ दिया?वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-92124494875396696842010-04-12T23:21:53.814+05:302010-04-12T23:21:53.814+05:30देवेंद्र जी का ब्लॉग भाषा के स्थानीय स्वाद को साहि...देवेंद्र जी का ब्लॉग भाषा के स्थानीय स्वाद को साहित्यिक रेसिपी मे पेश करता है..गंभीर बात को बेहद सरल और साधारण शब्दों मे और किसी नाहक बौद्धिकता के आवरण को लपेटे बिना कह जाना उनकी विशेषता लगी मुझे..और आपकी पसंद ही हमारी पसंद बन गयी इस बार!अपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-14508960806810479152010-04-12T23:03:45.443+05:302010-04-12T23:03:45.443+05:30अपने पिता की म्रत्यु होने के एक महीने बाद ही जो इं...अपने पिता की म्रत्यु होने के एक महीने बाद ही जो इंसान अर्ध नगन अवस्था में नशे की हालत में अपने दोस्तों के साथ सुबह एक फ़ार्म हायूस में मिलता है ....अधिक नशे की हालत के कारण उसके दोस्त की म्रत्यु हो जाती है .....पिता के राजनैतिक रसूख से वो कानूनी कार्यवाही से बच जाता है ..कुछ महीने बाद उसकी पत्नी उससे तलाक लेती है ...क्यूंकि वो शराब पीकर उसे मारता है ....एक चैनल उसका सव्यम्वर सजाता है ..बाज़ारडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-62570140856137986642010-04-12T22:50:36.745+05:302010-04-12T22:50:36.745+05:30कनिष्क कश्यप का चित्र और मुस्कान तो मन को मोह र...कनिष्क कश्यप का चित्र और मुस्कान तो मन को मोह रहे हैं।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-69705967191688959232010-04-12T22:40:24.791+05:302010-04-12T22:40:24.791+05:30विवेक सिंह की मेल से प्राप्त टिप्पणी:
भगवान अगर च...विवेक सिंह की मेल से प्राप्त टिप्पणी:<br /><br /><b>भगवान अगर चीज है तो वह 'होता' नहीं 'होती' है ! पुरुषवादी कहीं के !</b>अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-47868721202577015972010-04-12T22:36:56.045+05:302010-04-12T22:36:56.045+05:30भगवान को चालू चीज कहने वाले अक्सर यहाँ वहाँ ठिबिया...भगवान को चालू चीज कहने वाले अक्सर यहाँ वहाँ ठिबिया जाते हैं जी। हा हा। चर्चा ज़ोरदार हमेशा की तरह।बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-11322907191495207552010-04-12T21:13:15.894+05:302010-04-12T21:13:15.894+05:30प्रसिद्ध वैज्ञानिक सिगमंड फ़्रायड के बारे में लवली ...प्रसिद्ध वैज्ञानिक सिगमंड फ़्रायड के बारे में लवली जी ने बड़ी रोचक जानकारी दी । <br /><br />ज्ञानजी के नाऊ के किस्से में एक किस्सा मेरा भी था टिप्पणी के मार्फत । और फिर आपके लिंक के द्वारा गुम्मा हेयर कटिंग सैलून की भी तो ज्ञानवार्धक जानकारी मिली । <br /><br />निशांत जी का साक्षात्कार बड़ा पौष्टिक रहा । <br /><br />बेचैनजी की कविता से तो हंसी के मारे बलगम निकाल गया । आज कल मौसमी सर्दी जुकाम से पीड़ितकृष्ण मोहन मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/14783932323882463991noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-53681726712190973192010-04-12T20:37:29.927+05:302010-04-12T20:37:29.927+05:30हत्त तेरे की जय हो ।
ऍप्रूवल का लटका आजौ है ?
बता ...<i><br />हत्त तेरे की जय हो ।<br />ऍप्रूवल का लटका आजौ है ?<br />बता दिये का रहा तौ कुँजी न खटखटाइत ।<br />अम्मा जी केर भूत अबहूँ डोलि रहा है, का ?<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-51146594904544580522010-04-12T20:35:03.093+05:302010-04-12T20:35:03.093+05:30त्या भौगवान दी, बीलागींग भी कलते हैं ?
वो सबकुथ ज...<i><br />त्या भौगवान दी, बीलागींग भी कलते हैं ? <br />वो सबकुथ जानते हैं, तो त्या वो तँकी पे भी रहते हैं ? <br />लोग ऊपल की ओल मूँ कलके फिल त्यों उन्को पूकालते हैं ?<br />उनती तालीफ़ न कलो, तो वो गुस्से होकल कुत्ती कल लेते हैं ?<br /><br />लेकिन आज एक पईसा वसूल लिंक दिहौ, गुरु !<br />मान गये भाई कि पोस्ट खँगाले मा आपकेर बड़ी गिद्ध दृष्टि है !<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-58856408557741862922010-04-12T20:23:47.440+05:302010-04-12T20:23:47.440+05:30सार्थक शब्दों के साथ अच्छी चर्चा, अभिनंदन।
हां भग...सार्थक शब्दों के साथ अच्छी चर्चा, अभिनंदन। <br />हां भगवान चीज़ तो नहीं ही है और चालू तो कदापि नहीं वरना वह इंसान बानाता ही क्यॊं?मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-71769963421943895232010-04-12T20:15:49.245+05:302010-04-12T20:15:49.245+05:30ऐल्लो ये कही बात पते की अविनाश जी ने। इंन्सान से ज...ऐल्लो ये कही बात पते की अविनाश जी ने। इंन्सान से ज्यादा चालू चीज कोई नहीं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-73509236339455797862010-04-12T19:29:03.999+05:302010-04-12T19:29:03.999+05:30आत्मा से महसूस करो तो किसी मशीन की जरूरत नहीं पड़े...आत्मा से महसूस करो तो किसी मशीन की जरूरत नहीं पड़ेगी।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02964602014678479457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-58361663305080862062010-04-12T18:02:40.511+05:302010-04-12T18:02:40.511+05:30वाह !!
बहुते nice !!वाह !!<br />बहुते nice !!स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-34238226977833737302010-04-12T15:36:02.911+05:302010-04-12T15:36:02.911+05:30बढ़िया चर्चा ! ये कोरिया के रंग में कार्टून कब आ र...बढ़िया चर्चा ! ये कोरिया के रंग में कार्टून कब आ रहे हिं काजलजी के?Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-52144927014722625012010-04-12T14:59:20.692+05:302010-04-12T14:59:20.692+05:30बहुत दिनों बाद चिट्ठा-चर्चा पढ़कर अच्छा लगा। कुछ अ...बहुत दिनों बाद चिट्ठा-चर्चा पढ़कर अच्छा लगा। कुछ अच्छी पोस्टें व चिट्ठे पता चले, धन्यवाद।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-42868311565336022302010-04-12T13:32:01.447+05:302010-04-12T13:32:01.447+05:30बढिया चर्चा.. आपके धीरे से पूछे गये सवाल का उत्तर ...बढिया चर्चा.. आपके धीरे से पूछे गये सवाल का उत्तर नही आया अभी? :P देवेन्द्र जी की कविता जबरदस्त है... आप सब लोग अपने अपने आफ़िस मे एक ठो जीराक्स करके लगवा लीजिये :)Pankaj Upadhyay (पंकज उपाध्याय)https://www.blogger.com/profile/01559824889850765136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-19013956189578020772010-04-12T13:14:54.295+05:302010-04-12T13:14:54.295+05:30जे बात तो सई कही उनने कि भगवान बहुत चालू चीज होता ...जे बात तो सई कही उनने कि भगवान बहुत चालू चीज होता है<br />;)<br /><br />बढ़िया चर्चा। शुक्रियाSanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-17106647065055170242010-04-12T12:33:35.632+05:302010-04-12T12:33:35.632+05:30भगवान बहुत चालू चीज होता है मित्रों । पकड़ में अब ...भगवान बहुत चालू चीज होता है मित्रों । पकड़ में अब आया है! :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-41576413497119844882010-04-12T11:10:47.264+05:302010-04-12T11:10:47.264+05:30चर्चा अच्छी लगी आज की. बेचैन आत्मा की पिछली कविता ...चर्चा अच्छी लगी आज की. बेचैन आत्मा की पिछली कविता पढ़ी थी, इसे भी पढ़ुँगी. बहुत सरल भाषा और लोकबिम्बों का प्रयोग होता है उनकी कविता में...सिगमंड फ़्रायड पर लवली की पोस्ट के विषय में लिंक पाकर अच्छा लगा. वैसे मैं भी फ़्रायड के निष्कर्षों से पूरी तरह सहमत नहीं हूँ, हालांकि कुछ बातें सही लगती हैं. पर मेरा साइकोलॉजिस्ट जे.एन.यू. बेस्ड मित्र उनका परम भक्त है.... निशांत मेरे भी मनपसंद ब्लॉगर हैं और muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-26984813004830642342010-04-12T10:05:17.992+05:302010-04-12T10:05:17.992+05:30इंसान से चालू कोई नहीं
भगवान को नाहक बदनाम न करें...इंसान से चालू कोई नहीं<br /><br />भगवान को नाहक बदनाम न करेंअविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-86605951120810969682010-04-12T09:39:45.819+05:302010-04-12T09:39:45.819+05:30अच्छी चर्चा रही। निशांत जी के विचार अच्छे लगे।...अच्छी चर्चा रही। निशांत जी के विचार अच्छे लगे।जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.com