tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post7589006051110050497..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: रूपाली जी, आप मेरे बारे में ऐसा सोच कैसे सकती हैं?debashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-63504370846165888862013-08-22T02:00:42.372+05:302013-08-22T02:00:42.372+05:30चिट्ठाचर्चा चालू होता है तो जैसे टेलिपैथी से हमको ...चिट्ठाचर्चा चालू होता है तो जैसे टेलिपैथी से हमको पता चल जाता है :) इधर वाला सब पढ़ डाले. सोच ही रहे थे कि फुरसतिया टाईप चर्चा कहियो कोई नै कर पाया. <br />वापस आने का धन्यवाद. Puja Upadhyayhttps://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-55176663424153018562013-08-16T22:59:11.942+05:302013-08-16T22:59:11.942+05:30प्रमोद जी की आधुनिक कविता में ज़िन्दगी का दर्द बखू...प्रमोद जी की आधुनिक कविता में ज़िन्दगी का दर्द बखूबी बयां हुआ है.<br />चिट्ठा चर्चा की रोचक प्रस्तुति.<br />Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-56707501682059254012013-08-16T21:10:39.872+05:302013-08-16T21:10:39.872+05:30गलत कह रहे हैं. मैं तो घुसने के पहले ही निकल आता ह...गलत कह रहे हैं. मैं तो घुसने के पहले ही निकल आता हूं, रोज़. मुश्किल नहीं है, बहुतै आसान है.azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-3648031042775679722013-08-16T20:37:18.645+05:302013-08-16T20:37:18.645+05:30मस्त पॉडकास्ट।मस्त पॉडकास्ट।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-59570938669933644432013-08-16T15:33:57.800+05:302013-08-16T15:33:57.800+05:30चिट्ठाचर्चा चलती रहे चकाचक! चिट्ठाचर्चा चलती रहे चकाचक! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-79531645861296261972013-08-16T14:11:27.927+05:302013-08-16T14:11:27.927+05:30बड़े दिनों बाद आयी नई चर्चा..
अज़दक जी का ब्लॉग तो...बड़े दिनों बाद आयी नई चर्चा..<br />अज़दक जी का ब्लॉग तो गज़ब ही है.. जाने के बाद निकलना मुश्किल हो जाता है..Satish Chandra Satyarthihttps://www.blogger.com/profile/09469779125852740541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-49024497707224575702013-08-16T13:16:43.612+05:302013-08-16T13:16:43.612+05:30ट्रेफिक बहुतै दूर खड़ी है
प्याज़ से किल्लत य...ट्रेफिक बहुतै दूर खड़ी है<br />प्याज़ से किल्लत यहां बड़ी है। <br /><br />बकिया फिर, जय हो.. हिम्मत की बिन-पालोंवाली नाव का फेसबुकिया फुदकन समर में विलय हो?azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-73745969836057256022013-08-16T12:36:41.635+05:302013-08-16T12:36:41.635+05:30दोनों पोडकास्ट सुन डाले !!! मजा आ गया !!!
इसैई लि...दोनों पोडकास्ट सुन डाले !!! मजा आ गया !!!<br /><br />इसैई लिए तो कहते हैं चिट्ठा चर्चा चालू रहे तो मजा आता रहे :) :)देवांशु निगमhttps://www.blogger.com/profile/16694228440801501650noreply@blogger.com