tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post7742796122408837361..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: इलाहाबादी कतरनें, हिन्दी चिट्ठाकारी : एक और नई चाल?debashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-59919735196969232322009-12-04T14:48:19.120+05:302009-12-04T14:48:19.120+05:30यही तो समझाने की बात थी जब हम हमारे साथ ऐसा कुछ हु...यही तो समझाने की बात थी जब हम हमारे साथ ऐसा कुछ हुआ था आपके विचार जाने अच्छा लगा <br /> मंच की गरिमा से छोटे लोग तो खिलवाड़ कर लिए, पर बड़े बड़प्पन दिखाएं तो मज़ा आये ।बाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-47112570531534773172009-11-02T01:14:26.209+05:302009-11-02T01:14:26.209+05:30Wah ab baat our aage aaye
alahabad se aageWah ab baat our aage aaye <br />alahabad se aageAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-30810084833702237522009-11-01T20:38:37.260+05:302009-11-01T20:38:37.260+05:30ये क्या हो रहा है?अपनी समझ से परे है।ये क्या हो रहा है?अपनी समझ से परे है।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-75363674474002257622009-11-01T16:38:14.695+05:302009-11-01T16:38:14.695+05:30कोई भी टेम्पलेट लगाइये , हमें चर्चा पढने से मतलब ह...कोई भी टेम्पलेट लगाइये , हमें चर्चा पढने से मतलब है । <br /><br />चर्चा बढिया चल रही है !अर्कजेशhttps://www.blogger.com/profile/11173182509440667769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-68587263472296324722009-11-01T13:34:05.792+05:302009-11-01T13:34:05.792+05:30हद है! अरे भइया, बस इतना ही तो कहा कि पुराना टेंपल...हद है! अरे भइया, बस इतना ही तो कहा कि पुराना टेंपलेट ज्यादा अच्छा था. आजकल सब मनमाफिक ही सुनना चाहते हैं. <br /><br />बस यही सुनना चाहते हैं न "आज की चर्चा बढ़िया रही... सार्थक चर्चा... अगली चर्चा का इंतज़ार है..."?<br /><br />इलाहाबाद-इलाहाबाद सुनकर कान पक गए थे इसलिए टेंपलेट पर गलती से टिप्पणी कर बैठा. हमसे भूल हो गई, हमका माफी दई दो.निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-50932075861226658552009-11-01T13:26:58.893+05:302009-11-01T13:26:58.893+05:30समाचार पत्रों ने भी इलाहाबाद संगोष्टी का अच्छा कवर...समाचार पत्रों ने भी इलाहाबाद संगोष्टी का अच्छा कवरेज किया। बधाई॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-19073739169843638402009-11-01T12:49:53.004+05:302009-11-01T12:49:53.004+05:30खेद है कि, निर्विवादित बने रहने का श्रेय बरकरार रख...<i><br /><br />खेद है कि, निर्विवादित बने रहने का श्रेय बरकरार रखने के मोह में इसे अनदेखा कर<br />हमारे वरिष्ठतम रवि भाई भी मेरे अनुरोध पर एक लाइन लिखने तक से कन्नी काट गये । यदि अनूप जी उपरोक्त टिप्पणियाँ अपनी मँद मुस्कान के साथ बाँच चुके हों, तो इस पर अपनी तिरछे फ़ोकस वाली टार्च मारें । एक मॉडरेटर के नाते यह उनका अधिकार और कर्तव्य दोनों ही है !<br /><br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-68224404544189871042009-11-01T12:40:53.539+05:302009-11-01T12:40:53.539+05:30आप सब की आलोचनाओं का स्वागत है, मित्रगण !
गौरतलब ह...आप सब की आलोचनाओं का स्वागत है, मित्रगण !<br />गौरतलब है कि, चर्चामँडली में टिप्पणियों के अलावा मेरी अन्य कोई सहभागिता नहीं रही है ।<br />लिहाज़ा, बदलाव की यह मग़ज़मारी मेरी कोई स्वयँसेवी पहल न रही होगी । <br />मेरे कनिष्ठ सहोदर का अल्पायु में असामयिक निधन हो गया है, अतएव ब्लॉगजगत से दूर हूँ ।<br /><b>_______________________________________</b><br /><b> @ One & All <br /><br />HIS MASTER'Sडा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-70840227987401827592009-11-01T11:18:25.133+05:302009-11-01T11:18:25.133+05:30पुराना टेम्पलेट वापस चाहिए । राकेश के परचे को समय...पुराना टेम्पलेट वापस चाहिए । राकेश के परचे को समय मिलने पर पढ़ा जायेगा । लिंक देने के लिए शुक्रियाYunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-75714768676828949322009-11-01T11:05:19.894+05:302009-11-01T11:05:19.894+05:30कतरने बढ़िया हैं।
लिफाफा देख कर ही मजमून का आभास ह...कतरने बढ़िया हैं।<br />लिफाफा देख कर ही मजमून का आभास हो रहा है।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-30486814444096957302009-11-01T10:22:53.813+05:302009-11-01T10:22:53.813+05:30आगे कमेन्ट करने vaale लोगो से आग्रह , "छोटे ...आगे कमेन्ट करने vaale लोगो से आग्रह , "छोटे लोगो " की बातो पर ना जाए । बहुत से लोगो मे "लड़कपन "सदा रहता हैं वो उम्र के किसी भी मकाम पर क्यूँ ना हो । बदलाव को जो सहजता से नहीं स्वीकारते हैं वो समय से पीछे रह जाते हैं । तकनीक का हर एक्सपेरिमेंट नयी सोच और नयी दिशा का प्रतिरूप होता हैं ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-28096307255383224732009-11-01T10:06:12.601+05:302009-11-01T10:06:12.601+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-60138005625769941002009-11-01T09:47:33.286+05:302009-11-01T09:47:33.286+05:30चर्चा महत्वपूर्ण है, पर विवेक की तरह हम भी चाहते ह...चर्चा महत्वपूर्ण है, पर विवेक की तरह हम भी चाहते हैं कि पुराना प्रचलित टेम्पलेट ही अच्छा है वही मन में बस गया है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-35678037805475027062009-11-01T09:25:55.092+05:302009-11-01T09:25:55.092+05:30@पिछले दिनों बहुतेरे लोग इस टेम्पलेट के गुणगान करत...@<b>पिछले दिनों बहुतेरे लोग इस टेम्पलेट के गुणगान करते दिखे, कुछ समझ नहीं आया कि क्यों. शायद हमारी ही आँख में कोई नुस्ख होगा जो हमें नहीं जंचा.</b><br><br>श्रीमान जी एक कहावत है कि जवने रोगी भावे , वही वैद बतावे ...शायद टेम्प्लेट बदलने वाले चाहते ही प्रशंशा है ....और राईट क्लिक करने के बजाय आप जो कापी करना हो उसको सेलेक्ट करके ctrl+c कर दिया करे कोई लेक्चर नहीं आयेगा ....<br><br> @विवेक सिंह<Mishra Pankajhttps://www.blogger.com/profile/02489400087086893339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-61029246811765180752009-11-01T09:18:13.326+05:302009-11-01T09:18:13.326+05:30"मंच की गरिमा से छोटे लोग तो खिलवाड़ कर लिए, प..."मंच की गरिमा से छोटे लोग तो खिलवाड़ कर लिए, पर बड़े बड़प्पन दिखाएं तो मज़ा आये ।" <br /><br />ये छोटे लोग कौन है भाई. तकनीक में बड़ों के कान काटने वाले? :)<br /><br />डिजाइनर लोग रंगरूप का ध्यान रखो भाई...संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-87592440850963875192009-11-01T08:00:44.732+05:302009-11-01T08:00:44.732+05:30बढिया चर्चा-आभारबढिया चर्चा-आभारब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-29598499835714487152009-11-01T07:45:12.166+05:302009-11-01T07:45:12.166+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-90361614926769797732009-11-01T07:34:28.719+05:302009-11-01T07:34:28.719+05:30बढ़िया है सब !!बढ़िया है सब !!प्रवीण त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/02126789872105792906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-3193974863939005362009-11-01T07:20:52.714+05:302009-11-01T07:20:52.714+05:30और कुछ सेलेक्ट करना हो तो "नो राइट क्लिक"...और कुछ सेलेक्ट करना हो तो "नो राइट क्लिक" का ये लेक्चर क्यों आता है? क्या खतरा है आपको राइट क्लिक से? हम तो इसी तरह से रिफ्रेश/रीलोड करने के आदी हैं. और इस ट्रिक का तोड़ तो बहुतेरे जानते हैं.निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-25786532570820926682009-11-01T07:14:49.839+05:302009-11-01T07:14:49.839+05:30पुराना टेम्पलेट बेहतर था. बस एक कमी थी कि कमेंट्स ...पुराना टेम्पलेट बेहतर था. बस एक कमी थी कि कमेंट्स में फॉण्ट साइज़ छोटा था. उसे दुरुस्त कर लेते तो वही टेम्पलेट अच्छा था. विवेक सिंह जी की और हमारी बात को वजन दिया जाय. पिछले दिनों बहुतेरे लोग इस टेम्पलेट के गुणगान करते दिखे, कुछ समझ नहीं आया कि क्यों. शायद हमारी ही आँख में कोई नुस्ख होगा जो हमें नहीं जंचा.<br /><br />एक और बात - फायरफोक्स से इसके कमेन्ट बौक्स में कमेन्ट पेस्ट नहीं होता. बॉक्स को निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-49950623133609439062009-11-01T07:03:34.888+05:302009-11-01T07:03:34.888+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.com