tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post8340027306171634440..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: इक सुनहरी किरण पूर्व में आ गईdebashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1461916581823670322007-03-26T12:44:00.000+05:302007-03-26T12:44:00.000+05:30शुभकामनाओं के लिये शुक्रिया!!!खुदा आपको मह्फूज़ रखे...शुभकामनाओं के लिये शुक्रिया!!!<BR/>खुदा आपको मह्फूज़ रखे,खुश रखे...<BR/><BR/>स्नेह <BR/>अनुपमा चौहानAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-41997254971768583322007-03-26T06:06:00.000+05:302007-03-26T06:06:00.000+05:30आपकी बात पर कुछ्क कहें ? न कहेंसोच में लेखनी सकपका...आपकी बात पर कुछ्क कहें ? न कहें<BR/>सोच में लेखनी सकपकाने लगी<BR/>हाशिये पे फिसलती हुई याद थी<BR/>देखिये लौट कर फिर से आने लगी<BR/>आपका एक अंदाज़ है, जो नया<BR/>नित्य आयाम वह कुछ नये छू रहा<BR/>जो किरन भोर की आस लेकर उठी<BR/>सांझ आंखों में अब वो बसाने लगीराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-52410158589053677572007-03-26T05:05:00.000+05:302007-03-26T05:05:00.000+05:30अब हुई न बात!!समस्त नये चिट्ठाचर्चाकारों का स्वागत...अब हुई न बात!!<BR/><BR/>समस्त नये चिट्ठाचर्चाकारों का स्वागत है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com