tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post8946407005274638515..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: ब्लॉगिंग बिना चैन कहां रेSSSdebashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-52830611583404322742009-04-22T00:00:00.000+05:302009-04-22T00:00:00.000+05:30ब्लोगिंग की विविध अवस्थाओं का अच्छा आंकलन है। आप स...ब्लोगिंग की विविध अवस्थाओं का अच्छा आंकलन है। आप से हमने ये तो अक्सर सुना है कि लो्ग ब्लोगिंग से क्युं सन्यास ले लेते हैं लेकिन ब्लोगिंग में लोग आते ही क्युं हैं इस पर आप के विचार जानना चाहेगें हांलाकि कुछ कारण डा अनुराग जी ने बताये हैं लेकिन फ़िर भी आप के सोच इस पर क्या है? <br />आप की चिठ्ठाचर्चा की नियमत्ता के हम हमेशा से कायल रहे हैं, अपनी सारी व्यस्ताओं के बावजूद आप कैसे इतने लंबे समय से Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-16374086166502014062009-04-21T21:36:00.000+05:302009-04-21T21:36:00.000+05:30आप नियमित इतना समय दे रहे हैं यह तो आपने अच्छी तरह...आप नियमित इतना समय दे रहे हैं यह तो आपने अच्छी तरह से समझा ही दिया है <br /><br />बधाईअनुपम अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/14259746714891353242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-21215303636482933742009-04-20T23:03:00.000+05:302009-04-20T23:03:00.000+05:30वह व्यक्ति बड़ा अभागा होता है जिसे कोई टोकने वाला न...वह व्यक्ति बड़ा अभागा होता है जिसे कोई टोकने वाला नहीं होता...<br />क्या बात कह दी देव...<br />बेमिसाल चर्चा आज कीगौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-68340940528121130742009-04-20T21:30:00.000+05:302009-04-20T21:30:00.000+05:30गूगल गोंसाँई की दया से यहाँ टिप्पणियों में बढ़ोत्तर...<I>गूगल गोंसाँई की दया से यहाँ टिप्पणियों में बढ़ोत्तरी होती रहे ..<br /><br />आज पहली बार <A HREF="http://coffeewithkush.blogspot.com/2009/04/blog-post.html" REL="nofollow"><B>" क़ाफ़ी का कप "</B> </A> देखने गया । <br />पाया कि उड़ी बाबा, अनूप जी जनता को मेरे लिये पहले से ही चेता चुके हैं<br /> " चिट्ठाचर्चा के मामले में उनके रहते यह खतरा कम रह जाता है कि इसका नोटिस नहीं लिया जा रहा । वे हमेशा डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-47288420431416532802009-04-20T21:12:00.000+05:302009-04-20T21:12:00.000+05:30और हाँ,चर्चा के मेरे दिन पर इस सहयोग के लिए आभारी ...और हाँ,चर्चा के मेरे दिन पर इस सहयोग के लिए आभारी हूँ। पुस्तक के प्रोजेक्ट को पूरा करने का यह कठिन समय है। ऊपर से दिल्ली यात्रा पर निकल रही हूँ। सो,आभार स्वीकारें।Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-14160487736560921692009-04-20T20:57:00.000+05:302009-04-20T20:57:00.000+05:30ब्ळॉग लेखन के कई प्रश्नों को समेटती हुई बढि़या चर्...ब्ळॉग लेखन के कई प्रश्नों को समेटती हुई बढि़या चर्चा। घायल की गति घायल जाने.... इसी तर्ज़ पर चर्चाकार की गति चर्चाकार ही जाने। भारत में बीमार को हर कोई नुस्खा थमा देता है,अब अगर डॉ. अनुराग जी व डॉ. अमरकुमार जी से पूछा जाए तो वे अवश्य सबको सलाह देंगे की नीम हकीम खतरा-ए-जान। चर्चाकारी के बीमारों को उनकी वह सलाह मानने में कोई हर्जा नहीं। बाकी का आपने बता ही दिया है।Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-53444462258025904332009-04-20T20:36:00.000+05:302009-04-20T20:36:00.000+05:30तो देबू दा ब्लॉगगीतकार भी हैं :) गजब के हैं ये ब्...तो देबू दा ब्लॉगगीतकार भी हैं :) गजब के हैं ये ब्लॉगगीत।<br />अनिल पुसदकर जी को चिट्ठे की सालगिरह पर बधाई।Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-89450366702825999052009-04-20T20:20:00.000+05:302009-04-20T20:20:00.000+05:30लेकिन अगर ब्लागिंग से अधिक दिलचस्प कुछ हाथ लग जाए ...<B>लेकिन अगर ब्लागिंग से अधिक दिलचस्प कुछ हाथ लग जाए तो फ़िर ब्लागिंग हाशिये पर डल जाती है.</B> <br />---------<br /><br />बिल्कुल किसी काम की चीज के होने का इंतजार है!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-21764513538070992402009-04-20T20:14:00.000+05:302009-04-20T20:14:00.000+05:30बाप्पी दा इश्टाईल मज़ेदार है. अनिल जी को ब्लॉग की...बाप्पी दा इश्टाईल मज़ेदार है. अनिल जी को ब्लॉग की सालगिरह मुबारक....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-76891937408255845742009-04-20T19:00:00.000+05:302009-04-20T19:00:00.000+05:30आज तो आपकी पोस्ट अलग अंदाज मे दिखी. शुरु से ही आपन...आज तो आपकी पोस्ट अलग अंदाज मे दिखी. शुरु से ही आपने ऐसा संवाद बना लिया कि पढते पढते पोस्ट खत्म हो गई. आज की पोस्ट कई मायने मे लाजवाब है. आपको बहुत बधाई और अनिल पूसदकर जी को भी बहुत हार्दिक बधाई.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-82456257345728203852009-04-20T18:05:00.000+05:302009-04-20T18:05:00.000+05:30आप भी चिट्ठाजगत के आदि पुरुषों में से रहे हैं आपने...आप भी चिट्ठाजगत के आदि पुरुषों में से रहे हैं आपने तो नहीं छोडी ब्लागिंग ! छोड़ भी देते को आपकी सेहत को कोई ख़ास फर्क नहीं पड़ता -पर कहीं न कहीं कोई कमिटमेंट है ! कुछ अभी भी अनकहा रह गया है ! इसलिए अपने तमाम निजी समस्याओं के बाद इस माध्यम को भी अपना अन्गुलि बल देते चल रहे हैं और विनिमय में आपको जो सम्मान मिल रहा है यद्यपि वह आपके समर्पण की भरपाई नहीं कर सकता मगर लोगों को कुछ नसीहत तो देता ही है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-18226306383899300692009-04-20T17:31:00.000+05:302009-04-20T17:31:00.000+05:30बढ़िया चर्चा. सवाल-जवाब सेक्शन बहुत अच्छा लगा. संव...बढ़िया चर्चा. सवाल-जवाब सेक्शन बहुत अच्छा लगा. संवाद होना आवश्यक है. अनिल जी हमारे भी बहुत फेवरिट हैं. एक साल पूरा करने के लिए अनिल जी को बधाई. <br /><br />ब्लॉगर प्रभावशाली हो रहे हैं. वाह!Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-54839700011375394012009-04-20T17:01:00.000+05:302009-04-20T17:01:00.000+05:30सहमत हूँ, " प्रेमलता पांडे जी " ! श्री भारतेन्दु...<I>सहमत हूँ, <A HREF="http://man-ki-baat.blogspot.com/" REL="nofollow">" प्रेमलता पांडे जी " </A> ! श्री भारतेन्दु जी को ईश्वर लम्बी एवं सार्थक आयु दे , उनकी पोस्ट का यह लिंक<br />रावण ही रह गये आज प्रभु को उपासने<br />रुई बंद कर दी देना देशी कपास ने<br />प्रभु चोरों का भाग्य विधायक <br />ये कहते हैं ,वो कहते हैं।<br />लिखने वाले नईम जी के लिये <A HREF="http://wwwchhandprasang.blogspot.com/2009डा. अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/12658655094359638147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-75680447639277700982009-04-20T16:46:00.000+05:302009-04-20T16:46:00.000+05:30सचमुच बहुत समय लगता है आपको
भारी भरकम काम है! इत...सचमुच बहुत समय लगता है आपको <br /><br />भारी भरकम काम है! इतने ब्लॉगर्स को झेलनाराजीव जैनhttps://www.blogger.com/profile/07241456869337929788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-2598917620876033112009-04-20T16:09:00.000+05:302009-04-20T16:09:00.000+05:30अनूप जी,धन्यवाद.
कुश भाई, सही बात है, मैं सहमत हूँ...अनूप जी,धन्यवाद.<br />कुश भाई, सही बात है, मैं सहमत हूँ.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-40975833089193127662009-04-20T15:17:00.001+05:302009-04-20T15:17:00.001+05:30आज तो आदि अनादि काल के चिट्ठाकार कवर हो लिए. :)
अ...आज तो आदि अनादि काल के चिट्ठाकार कवर हो लिए. :)<br /><br />अनिल जी को बहुत बधाई एवं शुभकामनाऐं.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-1719030396101746662009-04-20T15:17:00.000+05:302009-04-20T15:17:00.000+05:30मैं अनिल जी से मिला हूँ। वाकई बेहतरीन और ईमानदार व...मैं अनिल जी से मिला हूँ। वाकई बेहतरीन और ईमानदार व्यक्तित्व है। और जो सोचते हैं वही लिखते भी हैं। चर्चा वाकई बहुत अच्छी बन पड़ी है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-69853626098580201672009-04-20T14:37:00.000+05:302009-04-20T14:37:00.000+05:30बहुत बढिया ...बहुत बढिया ...संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-8263293787948615012009-04-20T13:42:00.000+05:302009-04-20T13:42:00.000+05:30''जैसा " लिखने वाले श्री मिश्रा जी " अब हमारे बीच ...''जैसा " लिखने वाले श्री मिश्रा जी " अब हमारे बीच नहीं रहे !<br />धन्यवाद !'' <br />bhai mishraji to jivit hain apni naukari kar rahe hain.प्रेमलता पांडेhttps://www.blogger.com/profile/11901466646127537851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-51194628308080563572009-04-20T12:45:00.000+05:302009-04-20T12:45:00.000+05:30बढ़िया लगी यह चर्चा ..बहुत बेहतरीनबढ़िया लगी यह चर्चा ..बहुत बेहतरीनरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-47427132227259430562009-04-20T12:24:00.000+05:302009-04-20T12:24:00.000+05:30जीवन की आपा धापी में ब्लोगिंग शायद अपने आप को रिच...जीवन की आपा धापी में ब्लोगिंग शायद अपने आप को रिचार्ज करने की कोशिश.भर है .या बरसो से उस अनकहे को बाहर निकलने की कोशिश जो कब से आपके भीतर जमा पड़ा है ..... सूचनायो के इस विस्फोटक युग में .रोजी -रोटी की जद्दो जेहद में गुम हुआ इन्सान .कम्पूटर की इस मायावी दुनिया में अपने अपने कारणों को ढूंढता है ...अपने अपने कारण रखता है ..वास्तविक जीवन की प्राथमिकताओ से संतुलन बैठाना भी अनिवार्य शर्त है ...डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-90095895553131734522009-04-20T12:06:00.000+05:302009-04-20T12:06:00.000+05:30बढ़िया चर्चा .... देबाशीष जी से मिलने का कार्यक्रम...बढ़िया चर्चा .... देबाशीष जी से मिलने का कार्यक्रम धरा का धरा ही रह गया. :( समय मिलते ही उनको परेशान करता हूँ.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-52198226473554143212009-04-20T11:30:00.000+05:302009-04-20T11:30:00.000+05:30अनिल पुसदकर जी के शीर्षकों का मैं भी प्रेमी हूँ! ब...अनिल पुसदकर जी के शीर्षकों का मैं भी प्रेमी हूँ! बहुत बढ़िया चर्चा, गागर में सागर हो गया! धन्यवाद!Anil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/06680189239008360541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-42898707972381035732009-04-20T10:43:00.000+05:302009-04-20T10:43:00.000+05:30यहाँ " ऎसे विघ्नसंतोषी तत्वों को " आख़िर इत...<I>यहाँ <A HREF="http://binavajah.blogspot.com/2009/04/blog-post_18.html" REL="nofollow">" ऎसे विघ्नसंतोषी तत्वों को " </A> आख़िर इतना महत्व ही क्यों दिया जा रहा है ?<br /><br />काशी साधे नही सध रही, चलो कबीरा मगहर साधें<br />सौदा सुलुफ कर लिया हो तो, चलकर अपनी गठरी बाँधें । <br /><br />जैसा <A HREF="http://wwwchhandprasang.blogspot.com/2009/04/blog-post_19.html" REL="nofollow">" लिखने डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-30378682532113300242009-04-20T10:39:00.000+05:302009-04-20T10:39:00.000+05:30आज की चर्चा स्टार्ट टू एंड की तर्ज़ पर पढ़ी.. बहुत ...आज की चर्चा स्टार्ट टू एंड की तर्ज़ पर पढ़ी.. बहुत मज़ा आया.. एक लाईना नहीं थी इस बात का पता भी नहीं चला.. सवाल जवाब का सेशन दमदार था आगे भी रहे तो बढ़िया रहेगा.. पुरानी प्रविष्टिया पढाने के लिए धन्यवाद्.. कार्टून वाली पोस्ट तो कई बार आती है.. शायद काजल कुमार जी देख नहीं पाए होंगे.. अन्यथा कई बार चर्चा में हमें कार्टून वाली पोस्ट की चर्चा मिल ही जाती है..<br /><br />तीन घंटे में चर्चा???<br />हमसेकुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.com