tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post959935652196907928..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: विकलाँगता व्यक्ति के शरीर में नहीं समाज में होती हैdebashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-86753967201072461982007-02-12T23:54:00.000+05:302007-02-12T23:54:00.000+05:30अनूप जी धन्यवाद, आपने मेरे चिट्ठे को भी स्थान दिया...अनूप जी धन्यवाद, आपने मेरे चिट्ठे को भी स्थान दिया । सब चिट्ठों के विषय में इतने विस्तार से बताने के लिए धन्यवाद । <BR/>घुघूती बासूती<BR/>ghughutibasuti.blogspot.comAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-83887975065541012402007-02-11T21:05:00.000+05:302007-02-11T21:05:00.000+05:30उत्तम चर्चा, काफी मेहनत से की गयी चर्चा।उत्तम चर्चा, काफी मेहनत से की गयी चर्चा।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-15590287373061503902007-02-11T17:53:00.000+05:302007-02-11T17:53:00.000+05:30सभी साथियों का चर्चा पसंद करने के लिये शुक्रिया! व...सभी साथियों का चर्चा पसंद करने के लिये शुक्रिया! वैसे शुक्रिया तो मुझे देबाशीष का अदा करना चाहिये क्योंकि कल वे ऐन समय पर अचानक व्यस्त हो गये! और ये दूसरे देवाशीष जी कोई डरपोक टिप्पणीकार हैं जो फर्जी ब्लाग बना कर टिपियाते हैं। जगदीश भाई, आप चिंता न करो कभी आपकी सारी पोस्ट का एक्सक्लूसिव कवरेज हो जायेगा! बस आप लिखते रहो!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-63558170185329050352007-02-11T14:38:00.000+05:302007-02-11T14:38:00.000+05:30वाह खूब प्रवाहमय चर्चा थी। चिट्ठों के साथ-साथ टिप्...वाह खूब प्रवाहमय चर्चा थी। चिट्ठों के साथ-साथ टिप्पणियों का जिक्र करके चर्चा और भी प्रासंगिक हो गई। इससे टिप्पणीकारों को प्रोत्साहन भी मिलेगा तथा वे बेहतर टिप्पणियाँ भी लिखेंगे।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-16209199322759944112007-02-11T13:50:00.000+05:302007-02-11T13:50:00.000+05:30This time also, u play best inning bcoz some inner...This time also, u play best inning bcoz some inner fault i can't type in hindi soorry for that but u r doing a fine job Thnx...Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-10562807962437780712007-02-11T13:12:00.000+05:302007-02-11T13:12:00.000+05:30वाह, निखरती जा रही है चर्चा। समीक्षा के तत्व भी दि...वाह, निखरती जा रही है चर्चा। समीक्षा के तत्व भी दिख रहे हैं।Srijan Shilpihttps://www.blogger.com/profile/09572653139404767167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-35795765044397728782007-02-11T12:43:00.000+05:302007-02-11T12:43:00.000+05:30बढ़िया चर्चा:) एक स्पष्टिकरण, उपर उल्लिखित टिप्पणीक...बढ़िया चर्चा:) <BR/><BR/>एक स्पष्टिकरण, उपर उल्लिखित टिप्पणीकर्ता <B>देवाशीष</B> हैं, <I>देबाशीष</I> नहीं, (यानि की मैं तो कतई नहीं)।debashishhttps://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-12030554425188915122007-02-11T11:58:00.000+05:302007-02-11T11:58:00.000+05:30अनूप की चिट्ठाचर्चा-विस्तृत और समग्र ।इनकी 'चर्चा'...अनूप की चिट्ठाचर्चा-विस्तृत और समग्र ।<BR/>इनकी 'चर्चा' मे अपनी चर्चा पढ़ने के लिए,सब व्यग्र ।अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-85372504141549046512007-02-11T10:42:00.000+05:302007-02-11T10:42:00.000+05:30आपको सलाम करता हूँ, कितनी विस्तृत व साज-सज्जापूर्ण...आपको सलाम करता हूँ, कितनी विस्तृत व साज-सज्जापूर्ण चर्चा की है. <BR/>बहुत खुब.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-53278021627241408792007-02-11T09:29:00.000+05:302007-02-11T09:29:00.000+05:30चर्चा की साज सज्जा बहुत अच्छी की है :)चिट्ठों की च...चर्चा की साज सज्जा बहुत अच्छी की है :)<BR/>चिट्ठों की चर्चा भी बहुत विस्तार के साथ रुचिपूर्ण तरीके से की है।<BR/>आप चर्चा करते हैं तो छोटी से छोटी और मामूली से मामूली पोस्ट को भी पूरा महत्व देते हैं, जब भी आप चर्चा करते हैं तो मन कहता है कि काश कल मैंने भी कॊइ पोस्ट लिखी होती जिसकी चर्चा आप करते ।<BR/>कई अच्छे चिट्ठे जो हमसे पढ़ने से छूट जाते हैं, आपकी समीक्षा उन चिट्ठों को पढ़ने के लिये मजबूर कर Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-32619076287800509272007-02-11T00:22:00.000+05:302007-02-11T00:22:00.000+05:30अरे भाई, बड़ी लम्बी और विस्तारित चर्चा कर गये. बहुत...अरे भाई, बड़ी लम्बी और विस्तारित चर्चा कर गये. बहुत बढ़िया फ्लो बना रहा, बधाई.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com