ब्लागर मीट तो होती रहती है. क्यों न एक वर्कशाप की जाए? ऐसे नये चिट्ठाकारों को एक जगह ले आया जाए जहां पुराने चिट्ठाकार उनकी समस्याओं का समाधान करें. तकनीकि पहलुओं पर आ रही समस्याओं का निदान करें. एकाध प्रेजेन्टेशन हो जाए. एक दिन का वर्कशाप हो तो कैसा रहेगा?
केवल अच्छा विचार कहने से बात नहीं बनेगी. अपना सुझाव दीजिए और क्या सहयोग कर सकते हैं, यह भी बताईये.
अरे ! वाह संजयजी ! आपने तो मेरे मन की कह दी । यदि ऐसा हो जाता है तो मुझ जैसे तमाम ब्लागियों की तो लॉटरी खुल जाएगी ।
जवाब देंहटाएंचिट्ठे को रंगीन कैसे बनाना, पार्श्व कैसे तैयार करना, चित्र कैसे चिपकाना जैसी पचासों बातों के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है । मेरे गुरू रविजी रतलामी को बार-बार कष्ट देने में संकोच होने लगा है ।
किसी और के लिए न सही, मेरे लिए ही सही, यह वर्कशाप जरूर कीजिये । भगवान आपका भला करेगा ।
संजय यह अच्छा विचार है, कुछ काम पहले से हुआ है। हमने कुछ मैटीरियल तैयार भी कर लिया है।
जवाब देंहटाएंबात आगे बढ़ाएं
साधुवादी विचार हैं वैसे इसी कार्य हेतु शायद सर्वज्ञ की कड़ियाँ हैं. हमारे मास्साब श्रीश बेहतर प्रकाश डाल सकेंगे इस पर. मुझे लगता है कि जो कार्य हो चुका है उससे आगे का कार्य किया जाना चाहिये. उनको बस एक लिंक के माध्यम से नये चिट्ठाकारों को बताना चाहिये. मास्साब बतायें.
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा विचार है, मेरे ख्याल से ऐसी वर्कशाप देश एक अलग अलग हिस्सों मे लगातार होती रहनी चाहिए।
जवाब देंहटाएंइसके लिए सामग्री पाने और डालने के लिए यहाँ पर देखें :
http://wiki.akshargram.com
सही है। अगली ब्लागर मीट में सबसे पहले यही किया जाये!
जवाब देंहटाएंभाई लोगों इस बारे में काफी जानकारी सर्वज्ञ पर है, इसके अलावा कोई भी मदद चाहिए हो तो परिचर्चा पर निम्न दो फोरम हैं।
जवाब देंहटाएंहिन्दी सहायता
वैबसाइट/ब्लॉग संबंधी सहायता