गुरुवार, मई 07, 2009

चिटठा चर्चा मैगजीन



चिटठा चर्चा गुरुवार ०७ मई २००९
जो साचा है हमने वही बांचा है..

...


नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज की चिटठा चर्चा में पिछले काफ़ी समय से मैं नियमित रूप से अनियमित रहा हु चर्चा करने में.. देखिये चर्चा कल शुरू की थी लेकिन आज ख़त्म हुई.. अब आपका ज्यादा समय नही लेते हुए ले चलता हूँ आपको आज की चर्चा की ओर..


परिचयनामा : श्री समीरलाल "समीर" उडनतश्तरी

ताऊ द्वारा समीर जी का साक्षात्कार पढने के लिए यहाँ क्लिक करे..
ब्लॉग - रामपुरिया का हरयाणवी ताऊनामा !






श्री रबिन्द्रनाथ टैगोर जन्म दिन और गूगल : गूगल पर श्री रबिन्द्रनाथ टैगोर का चित्र देख कर याद आया की आज उनका जन्म दिन { 7 May 1861 – 7 August 1941) } हैं । वाह गूगल अच्छा याद दिलाया । एक कविता ही पढ़ ली टैगोर की दुबारा , आप भी पढे

अनुकरणीय पोस्ट
प्लास्टिक बोतलों का बहिष्कार दस रुपये बचाने के चक्कर में आपको लाखो रुपयों से हाथ धोना पड़ सकता है. पानी की बोतलों में लचीलापन लाने के लिए पिलास्टीसाइजर नामक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है और इसके साथ साथ पोलियर, होक्सी आदि कई केमिकलों का उपयोग किया जाता है जो छोटे छोटे बिल्डिंग ब्लाक्स के रूप में होते है और जो पानी में डिजाल्व होकर मानव शरीर में साइड इफेक्ट्स डालते है. इन बोतलों को इस्तेमाल करने के बाद नष्ट कर देना चाहिए पर लोग बाग़ दिए गए निर्देशों का पालन नहीं करते है

महेंद्र मिश्रा

आख़िरी ज़रूरत – µ पोस्ट एक सफल मनुष्य, जो अपने जीवन में हर कुछ हासिल कर चुका हो, अब और क्या चाह सकता है ? अपने जीवित रहने के चँद ज़रूरतें, और कुछ नहीं ! यानि एक डाक्टर, एक वकील और ज़ेड सेक्यूरिटी !



आज की पोस्ट
लौट आना मेरे नन्हे मित्र! - घुघूतीबासूती

तभी घास में कुछ जगमगाया। मैं पागल बच्ची की तरह उठकर उस ओर भागी। धड़कते हृदय से बस यही सोचते हुए कि यह वही हो। बहुत बहुत वर्षों से खोया, वही हो। मैं पास पहुँची, झुकी और निहारती गई। वही तो था। मेरे बचपन का मनमोहक जीव। मेरी खुशी का कोई अन्त नहीं था। मन किया उसे छू लूँ किन्तु जानती हूँ कि हम ही तो उसके अपराधी हैं सो बिन छुए मंत्रमुग्ध देखती रही।



पठनीय पोस्ट: डा प्रवीण चोपड़ा

अप्राकृतिक यौन-संबंधों का तूफ़ान

आज का दौर देखिये---लगभग हर रोज़ अखबार में बलात्कार की खबरें छप रही हैं लेकिन लोगों की अब इस में रूचि नहीं रही ----अब वे इस में भी क्रूरता के ऐंगल की तलाश करते फिरते हैं ---अब पब्लिक की फेवरिट खबर हो गई है सामूहिक बलात्कार की खबरें ---जिन्हें मीडिया परोसता भी बहुत सलीके से है। आप भी ज़रा सोचिये कि हिंदोस्तानी के वहशी दरिंदों को आखिर इस गैंग-रेप का विचार कहां से आया ?



हिन्दी ब्लॉग सर्वे में भाग लीजिए
अपने तरह के पहले, हिन्दी में बने हिन्दी ब्लॉग सर्वे में भाग लें और अपनी पसंदगी-नापसंदगी दर्ज करें. नोट करें कि सर्वे पहले आएँ पहले पाएँ के आधार पर प्रथम 100 रेस्पांस के लिए ही खुली है (मुफ़्त का जुगाड़ है, जिसमें सीमा है, क्या करें) अत: देर न करें.
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रवि रतलामी का हिन्दी ब्लॉग







व्यंग्य बाण - नीरज भदावर
राजनीति और क्रिकेट का गठजोड़!
क्रिकेट और राजनीति हमारे जीवन के अहम हिस्से हैं। मगर ये देख बहुत अफसोस होता है कि इतने सालों में दोनों ने एक दूसरे से कुछ नहीं सीखा। टीवी पर आइपीएल देखने और राजनीतिक बहसें सुनने के दौरान मैंने महसूस किया कि अगर दोनों एक दूसरे की अच्छाइयां अपना लें तो




चिटठा चर्चा : प्रस्तुतकर्ता कुश






आज का कार्टून

placeholder image is 150 x 350प्रस्तुतकर्ता कप्तान

28 टिप्‍पणियां:

  1. आप आए, बहार आई, पर बहुत थोड़ी आई।

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  2. बेनामीमई 07, 2009 1:54 pm

    छा गए कुश भाई. कमाल की चर्चा.. लेआउट भी बढ़िया लग रहा है.

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  3. ले उड़ी यह ले आउटीय चर्चा!

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  4. स्टाइल ! बॉस ! स्टाइल !

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  5. प्यारे कुश, तुम लौट आये..
    अब देवी के मँदिर में मत्था और टेक लो,
    फिर तुम्हें कोई कुछ न कहेगा, और न ही किसी के मूड पर तुम्हारा मेहनत से बनाया ले आउट बिगाड़ा जायेगा !
    ले-आउटिंग और विज़ुअल भी ब्लागिंग की विधा है, जो इंक ब्लागिंग से कहीं अधिक कठिन है ।

    जो साँचा है, वही बाँचा है, आकर्षित कर रहा,
    बाकी थोड़े लिखे को बहुत समझना
    और... आपको लिंक चर्चा में नियमित रहने पर दिया जायेगा ।
    निट्ठल्ला परदेशियों से यूँ ही अँखियाँ नहीं मिलाया करता !
    नियमित रहें, राबचिक चर्चा के लिये धन्यवाद !

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  6. "देखिये न चर्चा कल शुरू की थी लेकिन आज ख़त्म हुई.. " और कॉफी ठंडी हो गई:)

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  7. भाई ये तो कोई अलग ही चर्चा दिखी. पोस्ट के लेआऊट को निहारते ही रह गये. बहुत सुंदर लगा ये पोस्ट को इस तरह पेश करना. बहुत शुभकामनाएं.

    रामराम.

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  8. बहुत सुन्दर.. नये ले आऊट में कमाल लग रही है.

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  9. बहुत ही खूबसूरत चिट्ठा चर्चा । छोटी है पर शानदार । धन्यवाद

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  10. इस ब्लॉग -कोलाज में कुछ और रंग बिखेरने थे ! आगे इंतजार रहेगा ! अच्छी इस्टाईल मारी है कुश आपने !

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  11. ये भी एक नया रंग हुआ कुश का..हर रंग फबता है!! बधाई.

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  12. बस एक शब्‍द - अद्वितीय।

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  13. कुश ने फिर किया खुश।

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  14. बहुत बढ़िया ले आउट के साथ अच्छी चिठ्ठा चर्चा . मेरी ब्लॉग समयचक्र की पोस्ट प्लास्टिक बोतलों का बहिष्कार करे को चर्चा में स्थान देने के लिए मै आपका आभारी हूँ .

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  15. बड़ी ढिंचक चर्चा ठेल दी आपने। आपकी इश्टाइल का जवाब नहीं। जमाए रहिए जी।

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  16. चिट्ठा-चर्चा का ये पत्रिका-रूप खूब बन पड़ा है, कुश

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  17. वाह! वाह!
    बोले तो झक्कास...ये कुश ही कर सकते हैं.

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  18. आप आये और नया रंग लाये ..बेहतरीन लगी यह चर्चा पर बहुत नन्ही मुन्नी थी :)

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  19. इतने सारे संशिप्त कमेन्ट .....लो जी कल लो बात ......नया रंग....नया कलेवर...खूब...

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  20. नीरज भदावर नहीं

    नीरज बधवार हैं

    राजनीति और क्रिकेट

    का गठजोड़ जिन्‍होंने

    खोला है ब्‍लॉग उनका

    व्‍यंजना का झोला है

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  21. na he ise parkhne ka najar haina hi o nazar paida karna chahta hoon......

    aap baron par etbar hai....
    usi ko duhrana chahta hoon.

    goodam-good sir,

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