tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post1016298439223613377..comments2023-09-21T18:12:30.204+05:30Comments on चिट्ठा चर्चा: द साईलेंस इज़ डेफनिंगdebashishhttp://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-4951092912904353762007-08-28T12:30:00.000+05:302007-08-28T12:30:00.000+05:30ये तो मौज मजे की बात है। बस इससे ज्यादा कुछ नहीं। ...ये तो मौज मजे की बात है। बस इससे ज्यादा कुछ नहीं। :)अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-79855439918446521252007-08-27T04:55:00.000+05:302007-08-27T04:55:00.000+05:30अभय: आप जिस पोस्ट का ज़िक्र कर रहे हैं वो कोई कोरी...अभय: आप जिस पोस्ट का ज़िक्र कर रहे हैं वो कोई कोरी पोस्ट नहीं है। ब्लॉगर पर ये सुविधा है कि आप पोस्ट की टाईटल को एक कड़ी बना सकते हैं। तो जाने या अनजाने इरफ़ान नारद की एक पोस्ट को लिंक कर रहे थे।debashishhttps://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-7652190746904875922007-08-27T04:51:00.000+05:302007-08-27T04:51:00.000+05:30अभिनयः अवव्ल तो हर चीज़ को इतनी गंभीरता से लेने की...अभिनयः अवव्ल तो हर चीज़ को इतनी गंभीरता से लेने की कोई तुक नहीं है। ये आप भी जानते हैं और मैं भी कि शायद प्रकाशन की किसी तकनीकी त्रुटि से ये काम हो गया। आपकी टिप्पणी से रिक्त पोस्ट के भी मायने निकल आये तो हमने उसकी मौज लेते हुये चर्चा कर दी जो इस जालस्थल का काम है। इस प्रसंग में इससे अधिक महत्व प्रविष्टि लेखक और टिप्पणीकार का नहीं है। चुटकी लेती पोस्ट में फिर भी मैंने "शायद" लफ़्ज़ का इस्तेमाल debashishhttps://www.blogger.com/profile/05581506338446555105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-39217508549305572442007-08-26T18:58:00.000+05:302007-08-26T18:58:00.000+05:30चक्रधर तो इस सम्मेलन की हस्ती रहे है। उनसे तो लगता...चक्रधर तो इस सम्मेलन की हस्ती रहे है। उनसे तो लगता है गलती से कुछ छूट गया और भाई लोग मेरे मजाक को ले उड़े। <BR/><BR/>देबाशीष तो हर बात में पहला ढूंढने के चक्कर में रहते हैं अभय भाई। इससे पहले इरफान के अलावा और भी कई पोस्ट आचुकी हैंअभिनवhttps://www.blogger.com/profile/11121711401559687930noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-16767459.post-4464854173471288652007-08-26T17:19:00.000+05:302007-08-26T17:19:00.000+05:30इस के पीछे क्या राज़ है, कौन जानता है? पर एक पोस्ट ...इस के पीछे क्या राज़ है, कौन जानता है? <BR/>पर एक पोस्ट पहले भी आई थी ऐसी..<BR/>http://tooteehueebikhreehuee.blogspot.com/2007/06/blog-post_12.htmlअभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.com