शुक्रवार, सितंबर 23, 2005

बबुरी का बबुआ - भये प्रकट कृपाला

बबुरी बालक राजेश कुमार सिंह के जन्मदिन पर आशीष-वर्षा जारी रखी इंद्र कुमार अवस्थी ने। इधर विद्रोही कवि आंसुओं रसायन शास्त्रीय व्याख्या कर रहे हैं। रविरतलामी के गजलों के प्रयोग जारी हैं तथा हृदयेश जी के बारे में संस्मरण की जानकारी दे रहे हैं। सुनील दीपक सच्ची प्रेमकहानी बयान कर रहे हैं तथा लक्ष्मी नारायण गुप्ता जता रहे हैं हिन्दी प्रेम। इधर जीतेन्दर बाबू पूरी तरह से नारद का काम संभाल लिहिन हैं तथा जानकी स्वयंवर के नारदजी की तरह जगह-जगह आशीर्वाद छितरा रहे हैं।

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