बुधवार, अक्तूबर 28, 2009

चर्चा में केवल एक लाईना

  1. रामप्यारी का सवाल : मुझे राष्ट्रीय संगोष्ठी में क्यों नहीं बुलाया गया?

  2. इलाहाबाद से ’ई’गायब :ब्लाग थाने ने रपट लिखने से इंकार किया

  3. आखिर ब्लॉगर हैं..हर स्थिति में अपना झंडा गडेगा ही. : झंडा बायें कोने में सबसे ऊपर लगाना ताकि उसका अपमान न हो

  4. कब आ रही हो!!:चाय चढ़ा दें तुम्हारे लिये?

  5. बहस कम , चर्चे ज्यादा प्रश्न कम , पर्चे ज्यादा :वो तो ठीक है लेकिन उन दो को क्यों छोड़ दिया?

  6. जा कर दिया आजाद तुझे : अब अगली संगोष्ठी में मिलना

  7. ब्लॉगर खाया हो या न हो, अघाया जरूर होता है : उसे हाजमोला का डब्बा दे दो

  8. डाक्टर, ज्योतिषी और वकील खामोखाँ नहीं डराते: वे तो खाली घर-कपड़े बिकवाते हैं

  9. इस पोस्ट को न पढ़ें...खुशदीप:चलो नहीं पढ़ते। लेकिन शीर्षक तो बांच सकते हैं।

  10. गांव में चलते हैं छ: और सात रुपये के नोट : अभी शहर नहीं पहुंचे

  11. प्रसिद्ध लेखकों के अजब टोटके : टोटके अपनायें प्रसिद्ध हो जायें

  12. अखबारों ने फर्जी खबरे छपी : और सिद्ध किया कि वे अखबार ही हैं

  13. आइए आज शाम को ऑनलाइन सीखें कि विंडोज़ 7 पर हिन्दी में काम कैसे करें : हिंदूवादियों और मार्क्सवादियों के लिये समय एक ही रहेगा कि अलग-अलग?


  14. स्वप्न तुम्हारे आकर जब से चूम गये मेरी पलकों को
    :पलकें मुंदी-मुंदी से मुस्काती देख रही अलकों को

  15. मुख्यमंत्री द्वारा हीरा सेम्पल प्रोसेसिंग प्लांट का उद्घाटन :मख्य मंत्री की कैसे हिम्मत हुई यह करने की? क्या सब जौहरी मर गये थे?

  16. हे भीष्म पितामह, हम ब्लॉगर नहीं, पर वहां थे…: आपको पितामह को नहीं भष्मासुर को रिपोर्ट करना है। अब वे आपके बॉस हैं!

  17. हाँकोगे तो हाँफोगे :ग्राहक की संतुष्टि में ही निष्पत्ति है।

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24 टिप्‍पणियां:

  1. अनूप जी एक लाईना
    देखन में छोटे लगे घाव करे गंभीर ..!!

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  2. टिप्पणी में भी एक लाइना..
    "क्या एल.पी.जी. गैस हो गयी ख़तम, चर्चा हो गयी इतनी कम.." :)

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  3. रपट डायरेक्ट इंटर्पोल पहुँच गई है।

    @
    आइए आज शाम को ऑनलाइन सीखें कि विंडोज़ 7 पर हिन्दी में काम कैसे करें : हिंदूवादियों और मार्क्सवादियों के लिये समय एक ही रहेगा कि अलग-अलग?

    इसे तेरहवें नम्बर पर जान बूझ कर रखे या संयोगात ही। हम सीखेंगे इंटर्वल में !

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  4. एसएलएम यानी सिंगल लाईन मिसाईल टारगेट पर रही।

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  5. चर्चा में केवल एक लाईना शब्द इलाहाबाद मे रहगये

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  6. अच्छा...नया अन्दाज़? अच्छा लगा ये भी..

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  7. हिंदूवादियों और मार्क्सवादियों के लिये समय एक ही रहेगा कि अलग-अलग?


    यह तो इस पर डिपेंड करेगा कि किलास कौन ले रहे हैं- नामवरजी या अशोक वाजपेयी जी:)

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  8. cmpershad से सहमत… :)
    एक नाम मेरी तरफ़ से भी, कि विंडोज़ 7 की क्लास अरुण शौरी लेंगे तो आते हैं… :)

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  9. on one corner of the template i found the information that Dr Amar was responsible for this change in the template
    So i wish to congratulate him for the same

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  10. कमाल है जी एकदमे कमाल है ..बहुते बढिया रहा ई प्रयोग

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  11. हम से इस महाकुम्भ की महाचर्चा में एक लाइन भी नहीं बन पायी, आप लाइन पर लाइन दिए जाते हैं। बैडलक ही खराब है स्सा...**।

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  12. आज चर्चा में शिर्फ़ एक लाइना : एक आइना

    बदलाव अच्छा लगा ।

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  13. ये चर्चा भी बढ़िया रही :)

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  14. यह क्या टेम्पलेट है? कापी-पेस्ट नहीं करने देता!

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  15. वाह भी वाह !!!!

    जो बात चार लाईना में नही कह सके वो.....यहाँ इक लाइना में kah deye yah ....:))

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