अनुगूंज के
बारहवें आयोजन का अवलोकन करते हुये
अनुनाद सिंह ने सारे हिंदी चिट्ठाकारों द्वारा भेजे गये सुभाषितों के संकलन का उल्लेखनीय काम किया। आशीष कुमार को यह विक्रम ने बताया कि
केनेडी क्यों मुस्कराये थे। सुनील दीपक जी
यादों के रंग में डूब गये। लक्ष्मी नारायण गुप्ता
नयी गज़ल के साथ हाजिर हैं। वहीं रवि रतलामी बता रहे हैं कि
ज्यादा वजन की चिंता नहीं करनी चाहिये।
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