- ऐसी आजादी और कहां?: जो मिल जाता है वह नाकाफी लगता है। रवि रतलामी आजादी की ५९वीं वर्षगांठ पर पूछते हैं क्या ये सचमुच आजाद हैं।
- गीत बनाओ सुर मिलाओ: रमण कौल का मन है कि भारत की हर भाषा में 'मिले सुर मेरा तुम्हारा'को उपलब्ध करा सकें। आप अपनी भाषा में यह गीत लिखकर हाथ बंटा सकते हैं।
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