एक लाईना
- वर्धा में ब्लॉगर सम्मेलन की तिथि दुबारा नोट कीजिए…:और उनके बदले जाने का इंतजार करिये!
- आपके ब्लॉग का नाम क्या होना चाहिए :झकास.ब्लॉगस्पाट.काम
- जन्मदिन के किस्से..हैप्पी बर्थडे मोमेंट :):जाओ जाके धरती की शोभा बढ़ाओ अब
- जब तुम होगे साठ साल के............. घुघूती बासूती :होंगी पचपन की
- लड़कियां खुद देती है यौन संबंध बनाने के आफर :बेचारे कोच लोगों को उनके आफ़र स्वीकार करने पड़ते हैं
- मेरा मोहल्ला मोहब्बत वाला :मिश्रित संस्कृति वाला, हाथों में हाथ का ताला- झिंगालाला
- राजनीतिक स्वार्थ ........! :पूरे कीजिये।महंगाई का ब्रेकफास्ट,आश्वासनों का लंच कीजिये ,
- सौंदर्य जब शबाब पर होता है...तो वह इकतीस का होता है:पोस्ट लेखक की उम्र बावन वर्ष
- तो तुम याद आती हो.... :ये याद कमबख्त चीज़ ही ऐसी है :)
- हीरो या जीरो....? :एक्कै बात है।
- जीवन के ये 17 मूल आधार :मुफ़्त में पाइये
- ये पोस्ट bharat भारती की है क्रप्या इसे पढ़कर टिपण्णी ज़रूर दो :भगवान आपका भला करेगा
- अपनेब बच्चे,बच्चे और दूसरों के मुसीबत : होते तो अपने बच्चे भी मुसीबत ही हैं लेकिन कहें कैसे वे सुन लेंगे!
- ….जिंदगी का एक इतवार :मंगलवार तक पसरा है
आया सावन झूम के ... :ठुमके लगाये घूम के- ये मुंबई आमा हल्दी..............सतीश पंचम नाम लिखने लगे पोस्ट में ताकि लोग देखते ही बांचने लगें
- चप्पलें खूब खुश हैं (अविनाश वाचस्पति) :के हवाले से
- सावधान, आजकल ईमेल की हेकिंग हो रही है शुक्र है हम ईमेल नही हैं। वैसे परसों क्या बन्द हो जायेगी हैकिंग!
- एक डुबकी गंग धार में :कांवर के त्यौहार में
नितीश जी के बिहार में बाढ़ नियंत्रण और आपदा प्रबंधन सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार का प्रबंधन करता है .... :कहां नहीं करता है?- स की शमश्या!! : शे मुकाबला करिये!
लाजवाब चर्चा- नहीं छूटा कोई पर्चा
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा
जवाब देंहटाएंझिंगालाला ! क्या एकलाइना पोस्ट है. एकदम झकास !
जवाब देंहटाएं:D Mukti ji ke comments se[copy/paste] saabhaar-:
जवाब देंहटाएंझिंगालाला ! क्या एकलाइना पोस्ट है. एकदम झकास !
:) :) :)
वाह क्या एक लाइना है !!! अच्छी चर्चा !
जवाब देंहटाएंअपनेब बच्चे नहीं .....अपने बच्चे ..........
बढ़िया है ...
जवाब देंहटाएंवैसे जेब के कागज़ और मोबाइल पन्नी में रख , झमाझम वारिश में थोडा भीग लोगे तो मूड चकाचक हो जायेगा गुरु !
पोस्ट शामिल करने का शुक्रिया ...
जवाब देंहटाएंचर्चा बढ़िया है !
जवाब देंहटाएंबड़ा उदास सा नीरस शीर्षक है जी, किसी मॉडरेटर से बोल कर निष्पक्षता से इसे ठीक करवाइये जी,
इसे होना तो यह चाहिये था..
सावन का महीना... पवन करे सोर के बीच खालिस तीखा फुरसतिया अँदाज़.... चर्चा में चंद एक लाईना... असली अनूप शुक्ल... कानपुर से 21 पोस्टों पर नज़र !
बुरा न मानियो, पँचम भईया.. हम्मैं तो पटको एक किनारे.. इससे पाठक को खास करके शीर्षक से मज़मून भाँप कर टिप्पणी करने वालों को बहुत सुभीता रहती है ।
bahut sundar charcha.
जवाब देंहटाएंउम्दा चर्चा .....आभार !
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा. बधाई.
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स! आभार!
शानदार एक लाईना चर्चा ...!
जवाब देंहटाएंसुन्दर च मनभावन चर्चा.....
जवाब देंहटाएंधन्यवाद जी!
वाह क्या एक लाइना है !!! अच्छी चर्चा !
जवाब देंहटाएंजेई लिये तो गुरू जी कहता हूं । गुरू पूर्णिमा पर सलामी नहीं दागी उसके लिये माफी ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा की पंडित जी .... चर्चा में पोस्ट को सम्मिलित करने के लिए आभारी हूँ ....
जवाब देंहटाएंटिप्पणी में एक लाइना.
जवाब देंहटाएंचर्चा अच्छी है :)
आप की इस एक लाइना चर्चा की लहरों में ब्लॉग जगत की हलचल साफ-साफ़ देखी जा सकती हैं।
जवाब देंहटाएंअरे मनोज बिटवा ई लहर तो इस अनूपवा ने कब की खत्म करदी है. अब का बचा है? ई चार लाईन की चर्चा करके काहे लहर उठावत हो? अऊर आजकल तुमने चर्चा नाही की? का बात है? तबियत तो ठीक बा?
जवाब देंहटाएंसंक्षिप्त तरीके से की गई बेहतरीन चर्चा
जवाब देंहटाएंबहुत दिन बाद लौटा हूं और आते ही मेरी पसंदीदा एकलाइना
जवाब देंहटाएंवाह क्या बात है...
शुक्रिया सर, मेरे पोस्ट को इस चर्चा में शामिल करने के लिए...बाकी के कुछ लिंक्स तो पढ़े हुए थे, फिर से पढ़ लिए :)
जवाब देंहटाएंवाह, बढिया एक लाइना.
जवाब देंहटाएंइसे कहते है भिगो-भिगो के मारना...
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