गुरुवार, सितंबर 03, 2009

रचनात्मक राजनीति की मिसाल और ओबामा को चिकोटी

राजनीति में रचनात्मकता न हो, यह ज़रूरी नहीं है. जैसे ब्लॉगर कुछ रच रहे हैं वैसे ही साहित्यकार भी कुछ न कुछ रच ही रहे हैं. लेकिन अब इनकी देखा-देखी राजनीतिज्ञ भी रचने पर अमादा है. जब राजनीतिज्ञ कुछ रच डालता है तो उसे रचनात्मक राजनीति कहते हैं.

अब जे एन यू के वाल पेंटिंग्स और पोस्टर को ले लीजिये. अवनीश मिश्र उनकी फोटो लगाकर बता रहे हैं कि ये पोस्टर और वाल पेंटिंग्स रचनात्मक राजनीति की मिसाल हैं.
पोस्टर और पेंटिंग्स अच्छे हैं. अब इसको रचनात्मक राजनीति या फिर उसकी मिसाल कहा जाना चाहिए या नहीं, यह आप टिप्पणी देकर बता सकते हैं. अवनीश जी के ब्लॉग पर.

अवनीश कोशिश करने वाले ब्लॉगर हैं. ऐसे में उनकी कोशिश कितनी कामयाब है, आप टिपिया कर बताएं.

अमित तिवारी 'संघर्ष' पूछते हैं;

राह कौन सी जाऊं मैं
बातें करूं देश की या फिर
ताजमहल बनवाऊँ मैं
............................
............................

अमित जी का ब्लॉग सुरक्षित है. इसलिए पूरी कविता आप उनके ब्लॉग पर जाकर पढें. ये लीजिये लिंक.

प्रमोद जी ने आठ सौवीं पोस्ट लिखी है. या कहें कि चढ़ाई है. एक फोटो-सविता है. वे लिखते हैं;

आठ सौंवा पोस्‍ट है, अभी हजार नहीं हुआ, हालांकि इस बीच मैं पता नहीं कितने मर्तबे धुआं और धार हुआ.. मचल-मचलकर इस, उस जाने किस-किस फुदकनों पर सवार हुआ.. ओह, बेरोज़गार तो पहले से ही था फिर भी कैसा तो उसका फैला-बढ़ा संसार हुआ..


ई-स्वामी जी को पुत्र-रत्न की प्राप्ति हुई. आज उन्होंने 'छोरे' का फोटू लगाया और 'छोरे' के नामकरण के बारे में बताया है. वे लिखते हैं;

इन्टरनेट पर कई देवताओं के सहस्त्रनाम खंगाले, कई इन्डियन बेबी नेम साईट्स खंगालीं, कोई नाम जमता ही नही था. अब तो नामों के सुझावों में “फ़ालूदाचंद” “ढक्कनसिंग” आदि उछलने लगे. अंतर्राष्ट्रीय कॉल पर कांफ़्रेंसिग हो रही थी. हम कुछ थके हुए भी थे पर सब इस स्थिती के मजे ले रहे थे......


बहुत रोचक कथा है. ज़रूर पढें और अगर अभी तक बधाई न दी हो तो बधाई दें.

राजनीतिज्ञ पूरी दुनियाँ में एक जैसे होते हैं? लोग तो यही कहते हैं. क्यों कहते हैं, यह जानने के लिए बीरेंद्र जैन जी की 'चिकोटी' पढिये जो उन्होंने ओबामा जी को काटी है.

संतोष कुमार सिंह जी पटना के पत्रकारों के बारे में लिखते हुए लिखते हैं;

अगर इस जहा में ईश्वर,अल्लाह,ईशा जैसा कोई भगवान हैं। तो मेरी एक फरियाद सुन ले। अगले जन्म में पटना के पत्रकारों का अगर इंसान के रुप में जन्म देते हो तो।, हलाकि इसकी सम्भावना कम ही हैं तो इन्हे महिला में जन्म देना।

संतोष जी ने ऐसा क्यों लिखा यह जानने के लिए उनका लेख पढिये.

समीर भाई अमेरिका के दौरे पर हैं. उनकी कवितायें चोर चुरा ले गया फिर भी उन्हें कवि-सम्मलेन में कवितायें पढ़ने से नहीं रोक पाया. इसके बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने लिखा है. आप पढ़िये कि क्या लिखा है.

लावण्या जी ने आज अपने परिवार की कुछ दुर्लभ तस्वीरें प्रस्तुत की हैं. बहुत यादगार पोस्ट है. ज़रूर देखें.

हिंदी दिवस पर निबंध लिखें और पॉँच सौ रूपये का इनाम जीतें. जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें.

सोनी पाण्डेय नाम है बच्ची का. बड़ा आदमी बनना चाहती है. अनूप जी ने सोनी के बारे में लिखा है. वे लिखते हैं;

वह कम्प्यूटर सांइस में डिप्लोमा करके एक साल की ट्रेनिंग के लिये आई है फ़ैक्ट्री में। उसकी यूपीटीयू में अच्छी रैंक आई है। अब सीधे बीटेक के दूसरे साल में उसका एडमिशन होना है। कुछ दिन में चली जायेगी। आगे पढ़ने!

बच्ची का नाम है सोनी पाण्डेय! उमर करीब उन्नीस साल! कद पांच फ़ुट के करीब! हौसले आसमान छूते हैं! तमन्ना है- बहुत बड़ा आदमी बनना।

बड़ा आदमी बनके क्या करोगी?- मैं पूछता हूं!

विदेश में जाकर अपना इलाज में करवाऊंगी। मुझे लगता है कि वहीं मेरा इलाज हो सकता है। पढ़ लिखकर मैं विदेश जाऊंगी और अपना इलाज करवाऊंगी।


विवेक सिंह जी का लेख पढ़िये, मैना की अनंत कहानी.

अनंत ने उसे डॉक्टर के पास ले जाने की भी माँग की । उसे समझाया गया कि पक्षी तो स्वयं ही ठीक हो जाते हैं । उनका डॉक्टर ईश्वर होता है । उसके सामने रहीम जी के इस दोहे का दोहे का भी अर्थ सहित पाठ किया गया :

रहिमन बहु भेषज करत, ब्याधि न छाँड़त साथ ।
खग-मृग बसत अरोग वन, हरि अनाथ के नाथ ॥

अनंत और मैना की कहानी है. वैसे कहानी कहना ठीक नहीं होगा. आप ज़रूर पढें.

लवली गोस्वामी का परिचयनामा पढ़िये. ताऊ जी के ब्लॉग पर.

फादर कामिल बुल्के के बारे में जानकारी हासिल कीजिये हिंदी साहित्य मंच पर.

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8 टिप्‍पणियां:

  1. शोर्ट एंड स्वीट चर्चा....बहुत अच्छी रही.....

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  2. शीर्षक सबसे लाजवाब है....वाह !!

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  3. सारगर्भित चिट्ठों की सटीक सार्थक सँक्षिप्त चर्चा ।
    इतनी एन्काईजोलाईजिंग तक़लीफ़ में भी चर्चा करने की आपकी प्रतिबद्धता सराहनीय है !
    चर्चाकार साधुवाद स्वीकार करें !

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  4. एक बेहतरीन चर्चा..कुछ जरुरी पढ़ने से छूट ही गया था कि यहाँ से रिमांडर टाइप मिल गया..बहुत आभार!!

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  5. बहुत अच्छी चर्चा,

    निरुत्तर कर दिया आपने!

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  6. dhanywaad shiv bhai
    श्रध्धा और भक्ति से भरा , माँ भवानी के प्रति सदीयों से
    चला आ रहा अनुष्ठान , शक्ति उपासना का पर्व , नव रात्र
    आपके जीवन में , हर्ष उल्लास व ऊर्जा लाये ...
    इस शुभेच्छाओं के साथ ..

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