आज हिन्दी दिवस के मौके पर सभी साथी चिट्ठाकारों को मुबारकबाद देते हुये चर्चा का काम आगे बढ़ाते हैं। शुरुआत गांधी जी के विचार से
मेरा यह विश्वास है कि राष्ट्र के जो बालक अपनी मातृभाषा के बजाय दूसरी भाषा में शिक्षा प्राप्त करते हैं , वे आत्महत्या ही करते हैं . यह उन्हें अपने जन्मसिद्ध अधिकार से वंचित करती है . विदेशी माध्यम से बच्चों पर अनावश्यक जोर पडता है . वह उनकी सारी मौलिकता का नाश कर देता है . विदेशी माध्यम से उनका विकास रुक जाता है और अपने घर और परिवार से अलग पड जाते हैं . इसलिए मैं इस चीज को पहले दरजे का राष्ट्रीय संकट मानता हू
हिन्दी दिवस के मौके पर कई प्रवृष्टियां लिखीं गयीं उनमें से कुछ ये हैं:
प्रदीप कुमार पाण्डेयजी ये छंद पेश करते हैं और पूछते हैं पूरा किधर मिलेगा?
सूर की कुटी में अड आसन जमाइए।
केशव के कुंज में किलोलि केलि कीजिए,कि
तुलसी के मानस में डुबकी लगाइए।
देव की दरी में दूर दिव्यता निहारिए
या भूषण की सेना के सिपाही बन जाइए।
अन्य भाषा भाषियों मिलेगा मनमान सुख,
हिंदी के हिंडोले में जरा सा बैठ जाइए।।
जिस बात पर आप गर्व करते हैं उसी की कोई कैसे खिल्ली उड़ा सकता है देखिये चिपलूनकर का लेख- भारतीय महिला सैनिक वेश्यायें हैं पाकिस्तान अखबार की निगाह में हम तो यही कह सकते हैं जो जैसा होता है वैसा ही सोचता है!
फ़रीदाबाद में हुये ब्लागर नहीं भाई महाब्लागर सम्मेलन के किस्से अजय झा की जुबानी सुनिये। बेचारे शेफ़ाली पाण्डेय और उनकी बहन को हमशक्ल देखकर क्या किये देखिये-शेफ़ाली जी अपनी बहन के साथ आयी थीं.....दोनों की एक सी सूरत.....सो बीच में नमस्कार किया ...जो शेफ़ाली हों ..वे स्वीकार करें..और बहन जी को ...copy to ....कर दिया
ब्लॉगर्स मीट में ये भी हुआ.. अन्दर की बात बाहर ला रहे हैं खुशदीप सहगल!
हमारे साथी अनुनाद सिंह अन्तर्जाल पर हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये लगातार मेहनत करते रहे हैं। हिन्दीपिकिपीडिया पर हिन्दी के लेख बढ़ाने के बारे में उनका आवाह्नन है:
कुछ उत्साही बंधुओं ने हिन्दी दिवस तक हिन्दी विकिपीडिया को ५० हजार लेखों तक ले जाने का संकल्प लिया था जिसकी प्राप्ति केवल १२०० लेख दूर है। आज हिन्दी दिवस पर इससे अच्छा क्या हो सकता है कि हम सब अंधेरे का रोना रोने के बजाय हिन्दी विकि का दीपक जलायें - अंधेरा निश्चित रूप से गायब होगा।
हिन्दी विकि (hi.wikipedia.org/) पर आइये। किसी महापुरुष, लेखक,वैज्ञानिक, खिलाड़ी, राजनेता आदि की जीवनी लिखिये। किसी देश, प्रदेश,जिला, नगर, कस्बा के बारे में लिखिये। किसी नदी, नहर, पहाड़, झील के
बारे में लिखिये। किसी सिद्धान्त, फेनामेनन, नियम, फार्मूला या प्रक्रम के बारे में लिखिये। इतिहास पर लिखिये, कृषि पर लिखिये, मनोविज्ञान, शिक्षा, दर्शन पर लिखिये। किसी उपयोगी सॉफ्टवेयर के बारे में लिखिये;किसी औजार, उपकरण , युक्ति, मशीन के बारे में लिखिये।
बूँद-बूंद से घड़ा भरता है। हम सभी मिल जांय तो बहुत बड़ा काम बहुत आसानी से हो जायेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि आप सभी के योगदान से हिन्दी विकि आज ५० हजार लेखों की सीमा को पार कर जायेगा। किन्तु सबको
इस कुंए में एक लोटा दूध डालना ही पड़ेगा। यह सोचना बहुत बड़ी गलती होगी कि "और सब तो दूध डालेंगे ही, मैं पानी ही डाल देता हूँ" !
विकिपीडिया के बारे में जानकारी और कैसे इसमें लेख हिंदी मे डाल सकते हैं इस बारे में ये लेख देखिये- विकिपीडिया - साथी हाथ बढ़ाना…
कबाड़खाना हमारे ब्लागजगत की एक उपलब्धि है। यह वह खिड़की है जिसके माध्यम से हम भारतीय और विश्वसाहित्य में से उत्कृष्टतम की झलकियां पा सकते हैं। दो दिन पहले कबाड़खाना ने अपनी हजारवीं पोस्ट चढ़ाई! कबाड़खाना की एक खासियत यह भी है कि सस्ती टीआरपी के चक्कर में विवादों को हवा नहीं दी। वे पोस्टों भी हटा दीं जिन पर सनसनीखेज अन्दाज में सैकड़ों टिप्पणियां थीं।
इस मौके पर कबाड़खाना के साथियों खासकर अशोक पाण्डेयजी को बधाई!
पिछली यात्रा के दौरान अभय तिवारी बनारस भी गये थे। वहां के उनके किस्से सुनिये- ई रजा काशी है भाग १ , भाग २ , भाग ३ , भाग ४ । बनारस के किस्से ठेठ कनपुरिया अन्दाज में मुम्बई में बैठकर!
और अंत में
फ़िलहाल इतना ही। आप सबको आज का दिन मुबारक। हिन्दी दिवस की शुभकामनायें। आप बताइये कि आपने विकिपीडिया पर कितने लेख शुरु किये आज! करिये भाई! टालिये मत!
हिन्दी-दिवस की शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंregards
हिन्दी दिवस न दें केवल बधाई- आए मिलकर हिन्दी को सबसे भाषा बनाए भाई। हमेशा की तरह सुंदर चर्चा
जवाब देंहटाएंहिंदी दिवस की शुभकामनाऍ
जवाब देंहटाएंराजभाषा दिवस पर शुभकामनाएँ। इसे विश्वभाषा बनाएँ।10 जनवरी भी स्मरण रखें।
जवाब देंहटाएंअनूप जी, क्यों मेरा अगले ब्लॉगर महासम्मेलनों में जाने का रास्ता बंद करवाते हैं...वैसे ये अंदर की बात है...है, न...
जवाब देंहटाएंहिन्दी दिवस पर बधाई.
जवाब देंहटाएंबताओ, लगातार तीसरी पोस्ट भी चर्चा से छूट गई-ये तो हैट्रिक ही कहलाया.
गुट से निकाल दिए हो क्या?
बहुत चिट्ठे को समेटा .. पर हिन्दी दिवस के मौके पर आज दिनभर हिन्दी के न जाने कितने पोस्ट होंगे .. ब्लाग जगत में आज हिन्दी के प्रति सबो की जागरूकता को देखकर अच्छा लग रहा है .. हिन्दी दिवस की बधाई और शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंहिन्दी दिवस पर बधाई.
जवाब देंहटाएंरामराम.
हिन्दी दिवस से पहले हुआ ब्लॉगर स्नेह महासम्मेलन पूरे हिन्दी माह में जोर जमाएगा। आप हंसते रहो पर जाओगे तो आपको महासम्मेलनीय स्वरूप में राजीव तनेजा द्वारा हंसाया जाएगा। आप ब्लॉगवाणी पर चौकस रहें और किसी पोस्ट को न छोड़ें अभी तो फोटो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। जल्द ही एक और प्रतियोगिता का आयोजन होगा जिसमें ई + नाम घोषित किए जाएंगे। बिना भाग लिए मत भागें हो सकता है बेहतरीन पोस्ट और बेहतरीन टिप्पणी प्रतियोगिता भी जल्दी ही घोषित हो जाए।
जवाब देंहटाएंऐसी चर्चाएं हिन्दी दिवस पर हिन्दी को बढ़ा रही हैं और अंग्रेजी को किनारे लगा रही हैं जबकि मैं चाहता हूं अंग्रेजी को किनारे भी न लगने दिया जाए, उसे पाताल में तलने के लिए जोड़ दिया जाए।
ये हिंदी की बाते बाकी के साल कहाँ जाती है..? हिंदी के हिमायतियों को सिर्फ हिंदी दिवस के दिन ही हिंदी की याद क्यों आती है.. ?
जवाब देंहटाएं(नो ओफेंस)
ऐसे मंचों पर हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग किया जाय जहां अंग्रेजी बोलना शिष्टता और साख की बात समझी जाती है ।
जवाब देंहटाएंहिन्दी दिवस की बधाई !
अभी आस है।
जवाब देंहटाएंहिन्दी हमारे पास है।
अनूनाद सिंह जी
जवाब देंहटाएंआज शाम को हिंदी विकी पर पांच लेख अवश्य लिखूंगा |
हिंदी दिवस की बधाई...! हम राजभाषा संबंधी कर्मचारियों के ये पंद्रह दिन सहालग के दिन होते हैं और हम भी अपने को व्यस्त बताते हैं इन दिनों... :)
जवाब देंहटाएंचर्चा में काफी जोड़ लिया आपने। वैसे हिंदी दिवस के मौके पर कोशिश रहेगी कि हिंदी ही हिंदी हो। साथ ही रजिया जी के कमेंट से अंत करना चाहूंगा।
जवाब देंहटाएंअभी आस है,
हिंदी हमारे पास है।
हैलो, लेडीज़ एंड जैंटलमैन, टूडे हमको हिंडी डे मनाना मांगटा...
जवाब देंहटाएंअंग्रेज़ चले गए लेकिन अपनी....छोड़ गए...
"कबाड़खाना ने अपनी हजारवीं पोस्ट चढ़ाई!.."
जवाब देंहटाएंअब कबाड़खाना है तो हज़ारों का कबाड़ जमा होगा ही:)(नो ओफेंस)
पर इसीमें मिलेंगे गुदड़ी के लाल!! अशोकजी को हज़ारवीं पोस्ट की हज़ारों बधाइयाँ॥
अब तो हिन्दी दिवस पर आप भी बोल ही दीजिये न -क्वचि,,,,,,,!
जवाब देंहटाएंअनूप जी,
जवाब देंहटाएंहिन्दी दिवस पर सभी चिट्ठाकारों को बधाई और सभी के प्रयासों को नमन की विकिपीड़िया भी हिन्दी में अपने पृष्ठों को बढाने की कोशिश में है यह हन सभी हिन्दी वालों के लिये गर्व की बात है।
चर्चा की व्यापकता, रोचकता और सारगर्भिता के क्या कहने।
सादर,
मुकेश कुमार तिवारी
समस्त चिट्ठाकरों से:
जवाब देंहटाएंहिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.
कृप्या अपने किसी मित्र या परिवार के सदस्य का एक नया हिन्दी चिट्ठा शुरु करवा कर इस दिवस विशेष पर हिन्दी के प्रचार एवं प्रसार का संकल्प लिजिये.
हमें तो लगता है अब हिंदी का ज्यादा भला होगा ....अब तो मोबाइल तक में हिंदी में एस एम एस भेजने की सुविधा आ रही है ...बस एक अड़चन है जिसका शायद कोई कंप्यूटर ज्ञाता ही निवारण कर सकता है .हिंदी की अच्छी रचनाओं का अंग्रेजी में अनुवाद ताकि वे ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुँच सके ....
जवाब देंहटाएंवैसे दुष्यंत कुमार पे डाक टिकट जारी हुआ है ...ये भी अच्छी खबर है
अनूप जी , जब तक स्कूलों में हमारे जैसे अंग्रेजी पढ़ाने वाले मौजूद हैं , हिन्दी का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता ....हिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ ..
जवाब देंहटाएं'हैप्पी हिंदी डे'
जवाब देंहटाएंहिन्दी दिवस की बधाई । चर्चा हिन्दी दिवस केन्द्रित रही - काफी कुछ पढ़ने को मिल गया । आभार ।
जवाब देंहटाएं