- चर्चा करने के लिये समय नहीं कुछ आज,
दफ़्तर का टाइम हुआ जल्दी से अब भाज। - छोटुआ चाय पिला रहा, बैरी भईया को आज
हिंग्स बोसान सिग्मा हुआ,बलियाटिक का नव ताज। - युगल टोटका कर रहे, अलसाये से गिरिराज
, झंडे सा फ़हरा रहा , प्रयाग फ़ाटक का मोचीराज - सोसाइटी के किस्से सुनो, हैं अमित मूड में आज ,
नकल सहित टोफ़ेल किये , कौन शरम क्या लाज
- अगड़म-बगड़म हैं ठेलते, देवांशु महाराज
लौट अमेरिका से आये हैं, खोल रहे हैं सब राज। - माउस सीने से सटा के, अमित लिखिन है पोस्ट,
डेढ़ संचुरी लग गई , ब्लॉगिंग का पिछियाये है घोस्ट! - खिचड़ी मियां नजीर की, है रीता जी का लेख,
पाकर आवाज शेफ़ाली जी, चमक गया आलेख - अदा लिखिन कविता सुनो फ़िर उनकी ही आवाज,
सुबह-सुबह घंटी बजी, मंदिर, देवता का साज!
- बदरा हरजाई आये, धरती से मिले बहुत दिनों के बाद,
हम तो हैं दफ़्तर फ़ूटते, आप जारी रखो संवाद।
शुक्रवार, जुलाई 06, 2012
चर्चा करने के लिये समय नहीं कुछ आज
चर्चाकारः
अनूप शुक्ल
9 टिप्पणियां:
चिट्ठा चर्चा हिन्दी चिट्ठामंडल का अपना मंच है। कृपया अपनी प्रतिक्रिया देते समय इसका मान रखें। असभ्य भाषा व व्यक्तिगत आक्षेप करने वाली टिप्पणियाँ हटा दी जायेंगी।
नोट- चर्चा में अक्सर स्पैम टिप्पणियों की अधिकता से मोडरेशन लगाया जा सकता है और टिपण्णी प्रकशित होने में विलम्ब भी हो सकता है।
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
चर्चा करने के लिये समय नहीं कुछ आज
जवाब देंहटाएंपाठक गण सुन हर्षित हुए हर्षित ब्लॉग समाज
HARKHIT BLOG SAMAJ, MAN MOUJ KO AISE UCHKE...
हटाएंMISHIRJE KE NAHLE PE JAISE SUKULJI KE DAHLA CHIPKE...
PRANAM.
उम्दा चिट्ठा चर्चा
जवाब देंहटाएंजबर लिखा महाराज
जवाब देंहटाएंगज़ब.... गज़ब..
जवाब देंहटाएंका साहेब,
जवाब देंहटाएंआप कहते हैं समय नहीं, तब ई रंगत का काज !!
समय यदि मिल जावे तो का करियेगा महराज ?
महान चिट्ठाचर्चाकार दौड़ते-दौड़ते भी चर्चा करिए लेते हैं..ई चर्चा यही बात का ज्वलंत उदाहरण है..
कहते हैं न चोर चोरी से जावे, हेरा फ़ेरी से न जावे...:)
ठीक उसी प्रकार चर्चा करे की जिसको लत लग जावे, ऊ वृहत चर्चा करे कि न करे..'दू-लाइना' से मुक्ति नहीये पाता है...:)
ई चर्चा भी कौनो कम नहीं है...
हाँ न...(फिल इन दी ब्लैंक्स :))
:)
हटाएंसमय के अभाव में बहुत मेहनती दोहे . :)
जवाब देंहटाएंहमारे पास भी समय नहीं है आज हमने भी चिटठाचर्चा नहीं पढ़ा आज :)
जवाब देंहटाएं