आज के हिन्दुस्तान टाईम्स में (दरअसल पूरी स्टोरी वाशिंगटन पोस्ट से उधारी ली गई है) अमरीकी संसद में ओबामा की स्पीच का विश्लेषण करने के लिए शानदार तकनीक अपनाई है। ओबामा की स्पीच का वर्ड क्लाउड बनाया गया यानि कीवर्ड्स का उनके भाषण में कितनी बार इस्तेमाल हुआ है के आधार पर उनका आकार तय करते हुए पूरी स्पीच का क्लाउड(बादलनुमा एक आकृति) बनाया गया इससे उनकी चिंताओं व सरोकारों का खाका दृश्य में प्राप्त हो गया। बाद में इसकी तुलना उनके पिछले भाषणों और पिछले राष्ट्रपतियों के भाषण से भी की गई है। इस लिहाज से देखें तरीका लाजबाव है.. आखिर हम अपनी बात शब्दों में ही तो कहते हैं अत: शब्द सघनता हमारे सरोकारों को व्यक्त करती ही है। वैसे तकनीक का इस्तेमाल हम ब्लॉगर अरसे से करते आ रहे हैं... टैग क्लाउड, वर्ड क्लाउड इसी तकनीक के उदाहरण हैं। हमने आज चर्चा के लिए इसी तकनीक का इस्तेमाल करने जा रहे हैं। आज की पोस्टों के शब्दमेघ यानि वर्ड क्लाउड सामने रख रहे हैं ताकि आपको पता चल जाए कि पोस्ट में शब्द सघनता किस ओर है इससे ये अनुमान आपको सहज ही हो जाएगा कि पोस्ट लेखक के मन पर फिलहाल क्या हावी था :)
सबसे पहले तो देखें कि कुल मिलाकर हिन्दी ब्लॉगजगत के दिमाग में आज कया चल रहा है यानि खुद ब्लॉगवाणी मुखपृष्ठ का शब्दमेघ । ये चलने पर इतना बलाघात क्यों यारो ? गनीमत है पुस्तक भी कुछ बड़ा है :) आगे के शब्दमेघ किन पोस्टों के हैं ये जानना मनोरंजक खेल हो कता है, मसलन ये मेघ देखें
और अनुमान लगाऍं। क्या आप जानना नही चाहेंगे कि किसके पोस्ट-व्यक्तित्व के केंद्र में अपन/पोस्ट/ जानकार है :) अनुमान लगाइए और फिर मेघ पर क्लिक कर देखें कि आपका उत्तर ठीक था कि नहीं, इसी बहाने आपको उनकी पोस्ट का केंद्रीय विचार तो हाथ लग ही गया- अपन। तो इसी खेल को नीचे के सभी रंग बिरंगे शब्द-मेघों के साथ खेलें, हर छवि पर संबंधित पोस्ट का लिंक दे दिया गया है-
प्रयुक्त औजार: वर्डल (पोस्ट विशेष के यूआरएल भरने पर शब्दमेघ तैयार होते हैं फिर उसे मनचाहे आकार की छवि में लेने के लिए मैंनें स्क्रीन कैप्चर का शार्टकट अपनाया है, लिंक देने का काम मैन्युअली किया गया है)
ओह सिम्पली सुपर्व! क्या खुराफ़ाती आइडिये हैं भैये। हम गलत नहीं कहते रहे कि मसिजीवी बाई डिफ़ाल्ट खुराफ़ाती ब्लॉगर हैं।
जवाब देंहटाएंमन खुश हो गया इस नये प्रयोग को देखकर। अब देखते हैं ई बना कैसे?
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जवाब देंहटाएंसरजी,आप कहां मसटरी में सिर कूट रहे हो। मैं तो कहता हूं आप किसी भी मीडिया हाउस या प्रोमोशन कंपनी में तहलका मचा दोगे। खैर,परोसते जाओ अपने हुनर का नमूना। पीएचडी लिखने के वखत कुछ कामों के लिए आप ही को पकड़ेंगे।..
जवाब देंहटाएंसरजी,आप कहां मास्टरी में सिर कूट रहे हो। मैं तो कहता हूं आप किसी भी मीडिया हाउस या प्रोमोशन कंपनी में तहलका मचा दोगे। खैर,परोसते जाओ अपने हुनर का नमूना।
जवाब देंहटाएं(विनीत कुमार से साभार.)
सरजी,आप कहां मास्टरी में सिर कूट रहे हो। मैं तो कहता हूं आप किसी भी मीडिया हाउस या प्रोमोशन कंपनी में तहलका मचा दोगे। खैर,परोसते जाओ अपने हुनर का नमूना।
जवाब देंहटाएं(Shiv Kumar Mishra से साभार.)
इम्प्रेसिव. दीस ग्राफ़िक डूडलर इज़ इम्प्रैस्ड.
जवाब देंहटाएंhey bhagwan.........kya khurapati dimag hai...too good.
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जवाब देंहटाएंसरजी,आप कहां मास्टरी में सिर कूट रहे हो। मैं तो कहता हूं आप किसी भी मीडिया हाउस या प्रोमोशन कंपनी में तहलका मचा दोगे। खैर,परोसते जाओ अपने हुनर का नमूना।
(Ashish Shrivastava से साभार.)
nice
जवाब देंहटाएंyae sahii nahin ho rahaa haen saabhar likhnae sae nahin chaelgaa , sabko apna apna likhna hogaa !!!!!!!!!
जवाब देंहटाएंसरजी,आप कहां मास्टरी में सिर कूट रहे हो। मैं तो कहता हूं आप किसी भी मीडिया हाउस या प्रोमोशन कंपनी में तहलका मचा दोगे। खैर,परोसते जाओ अपने हुनर का नमूना।
जवाब देंहटाएं(डा० अमर कुमार से साभार.)
जबरदस्त !
जवाब देंहटाएंगज़ब तरीका ! आभार ।
आपकी पिछली पोस्ट का आइडिया भी बहुत अच्छा लगा और इसका भी। बहुत बढ़िया।
जवाब देंहटाएंTOOOOO GOOOOD !!!
जवाब देंहटाएंहम आपको खुराफ़ाती दिमागवाला हरगिज नहीं कहेंगे...
यह बहुत ही संयमित तरीका लगा आपका ...बहुत बहुत बहुत पसंद आया..
और हम सच कह रहे हैं...
धन्यवाद ..
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंअच्छा प्रयोग है.
जवाब देंहटाएंvaah.
जवाब देंहटाएंसरजी,आप कहां मास्टरी में सिर कूट रहे हो। मैं तो कहता हूं आप किसी भी मीडिया हाउस या प्रोमोशन कंपनी में तहलका मचा दोगे। खैर,परोसते जाओ अपने हुनर का नमूना।
जवाब देंहटाएं(अर्कजेश से साभार)
सब लोग विनीत कुमार की बात दोहरा रहे हैं ! मजेदार!
जवाब देंहटाएंये सही नहीं हो रहा है... साभार लिखने से काम नहीं चलेगा। सबको अपना अपना लिखना होगा !!!!!!!
जवाब देंहटाएं(रचना जी से साभार)
सब लोग विनीत कुमार की बात दोहरा रहे हैं ! मजेदार!
जवाब देंहटाएं(अनूप शुक्ल जी से साभार)
सरजी,आप कहां मास्टरी में सिर कूट रहे हो। मैं तो कहता हूं आप किसी भी मीडिया हाउस या प्रोमोशन कंपनी में तहलका मचा दोगे। खैर,परोसते जाओ अपने हुनर का नमूना।
जवाब देंहटाएं(ये मैंने स्वयं कुंजीपट पर टाइप कर लिखा है, किसी से साभार नहीं लिया है, कसम से!)
सरजीमास्टरी कूट सिर मीडिया हाउस
जवाब देंहटाएंप्रोमोशन कंपनी तहलका
खैरहुनर नमूना
jabardast!!
जवाब देंहटाएंkaahe kisi se saabhar le ke apni baat kahein saaheb ji, baaki je baat hai ki boss, aap to jaao kisi media company me,hilaa k rakh doge baaki sabko. no doubt jee ;)
majaa aa gaya ekdam new style dekh ke
सरजी,आप कहां मास्टरी में सिर कूट रहे हो। मैं तो कहता हूं आप किसी भी मीडिया हाउस या प्रोमोशन कंपनी में तहलका मचा दोगे। खैर,परोसते जाओ अपने हुनर का नमूना।
जवाब देंहटाएंये ऑरीजिनल वाला है मैंने संभालकर रख रखा था्...
बाकी ज्यादातर ने कॉपी किया है...
चर्चा का यह अन्दाज तो बहुत बढ़िया है!
जवाब देंहटाएंआप सिर कूट में मास्टरी का प्रमोशन पा तहलका मचा रहे हो।
जवाब देंहटाएंपीएचडी लिखने के वखत अपने हुनर का नमूना परोसते जाओ
खैर, कुछ नमूना सिर कूट के लिए आप ही को पकड़ेंगे।
विनीत हो कुछ कामों के लिए आभार कहता हूं
ओह!
जवाब देंहटाएंलगता है कॉपी-पेस्ट करते ही वर्ड क्लाऊड बन गया :-)
जाने भी दो यारों
यह पता चला कि मास्टरी में सिर कुट जाता है। :-)
जवाब देंहटाएंमौलिक सोच... मुझे भाया यह तरीका. जारी रखें.
जवाब देंहटाएंभाई हमारे तो सिर के ऊपर से गुजर गया। कमजोर छात्रों की कक्षा में हमारा भी नाम दर्ज करवा दीजिएगा।
जवाब देंहटाएंआभार।
घुघूती बासूती
सरजी,आपलोग तो देखते ही देखते सबके सब हिन्दी विभाग के विद्यार्थियों में कन्वर्ट हो गए।...
जवाब देंहटाएंइम्प्रेसिव. दीस ग्राफ़िक डूडलर इज़ इम्प्रैस्ड.
जवाब देंहटाएं(अंग्रेजी आती नहीं अतः प्रभावित करने के लिए प्रमोड सिंघ से लेकर चस्पाया है) :)