वैसे तो कई हैं, पर उदाहरणार्थ कुछ प्रस्तुत हैं -
ऐसा नहीं लगता कि आपके शहर / मुहल्ले का भी ऐसा कोई समाचार स्थल होना चाहिए? आपके विचार में, ब्लॉग के चंद बेहतर प्रयोगों के बेहतरीन नमूनों में से एक, नहीं लगते हैं ये?
(साइट पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें.)
रवि जी श्रद्धा जी के ब्लॉग पर ... आपने जो ब्लॉग पर कंटेंट चुराने वालो के लिए कमेन्ट दिया है कृपया उसे भी इस मंच पर दे ताकि बहुत से लोगो को उस नियम की जानकारी हो सके ....
जवाब देंहटाएंचिट्ठाचर्चा में ब्लॉगाचार ! बढ़िया है ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही मेहनत और अच्छी सोच से उपजी विवेचना के लिए धन्यवाद / ब्लॉग एक समानांतर मिडिया के रूप में उभर कर देश और समाज में बदलाव लाने का सशक्त माध्यम बन सकता है / बस जरूरत है एकजुटता और सच्ची लगन के साथ ब्लोगरों की भागीदारी की / इस बारे में आपका क्या ख्याल है लिखियेगा / हमारे द्वारा एक विचार और सुझाव का अभियान चलाया जा रहा है / जिसमे उम्दा विचारों को सम्मानित करने का भी हमने व्यवस्था कर रखा है / आशा है देश हित के इस अभियान में आप अपना विचार जरूर रखेंगे / आप इस http://honestyprojectrealdemocracy.blogspot.com/2010/04/blog-post_16.htmlपोस्ट के पते को कॉपी कर सर्च बॉक्स में पेस्ट कर उस पोस्ट पर पहुच सकते है जिसके टिपण्णी बॉक्स में आपको अपने विचार लिखने हैं /
जवाब देंहटाएंब्लॉग में भी समाचार और समाचार में भी ब्लॉग !!
जवाब देंहटाएंबढ़िया है जी...
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग को शामिल करने के लिए धन्यवाद रविजी।
जवाब देंहटाएंदरअसल, कुछ महीनों पहले एक मित्र तेहरान में कमाने खाने गए थे।
उन्हीं ने बताया था कि विदेशों में रहने वाले लोग अपने क्षेत्र की खबरों
के लिए तरसते हैं। इसीलिए मैंने छत्तीसगढ़ खबर और दुर्ग-भिलाई न्यूज
के नाम से दो ब्लॉग बनाए।
चर्चा की अभिनव युक्तियाँ !
जवाब देंहटाएंसुन्दर ! आभार ।
बहुत से लोगों के घटिया विचारों को पढ़ने से अच्छा है कि समाचार ही पढ़ लो.. कुछ तो खुराक मिलेगी। अन्यथा आपको भी पता है कि भाई लोग क्या कूड़ा-करकट कर रहे हैं। ज्यादा नहीं लिखूंगा लोग फिर नाइस लिखने से भी डरने लगते हैं।
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