शनिवार, नवंबर 14, 2009

हमहूँ मुक्तिबोध बनिके बीड़ी सुलगैबे।

 

1.प्लास्टिक डिस्पोजल : अस्सी से सौ साल खा जायेगा भैया तब तक बैठो, टिपिया।

2.शायद वो नज़्म थी .:तभी किसी शोख गीत से चिहुंक गयी।

3.कहा था तुमने की कभी बुझना नहीं.....मैं लगातार जल रहा हूँ॥: आओ जिसको रोटियां-फ़ोटियां सेंकनी हो आकर सेंक ले।

4.इस वारदात में मेरा कोई हाथ नहीं है: फ़िर ससुर ये बारदात हो कैसे गयी?

5.मियां करे दलाली, ऊपर से दलील!!: जो सुनेगा वो करेगा सरेआम जलील

6.हम बोलें क्या तुमसे के क्या बात थी: रहने दो बातें बिन बात की

7.हमारा डिकोड तंत्र !: अपना काम करके ही मानता है।
8.प्लेटफार्म पर भटकता बचपन :बिना प्लेटफ़ार्म टिकट के टहलता मिला
9.हमहूँ मुक्तिबोध: बनिके बीड़ी सुलगैबे।

10.बता, तेरा धर्म क्या है बे?: एक ठो पोस्ट लिखनी है धर्म पर!
11.बहुत हो गया अब देखिए तरह तरह की मोनालिसा: इसके लिये कोई लियो नार्दो द विंसी थोड़ी चाहिये।

12. समंदर ने मुझे प्यासा ही रखा...: उसके फ़्रिज में मिनरल वाटर था ही नहीं।

13.मंगल के घर में शनि बैठा है .. क्‍या यह खिल्‍ली उडानेवाली बात है ??: बिल्कुल नहीं बशर्ते शनि नियमित किराया देता रहे।

14. ब्लॉगर दोस्तों, आपके बिचार !:  भी हिटलरी हैं क्या?

15.मैं नाम तलाश रही हूँ : खो गया है तो एफ़ आई आर करा दीजिये पहिले।

16. एक मोटर साईकिल जो सालों पहले खड़ी की थी अब उसकी हालत देखिये….: पेड़ की नीव बन गयी है।

17. मोमबत्तियाँ बुझा देती हूँ और आँसू पोछ देती हूँ: दो काम ही निपट जायेंगे।

18.अब किसानों को गन्ने की मूल्य 180 रुपए प्रति क्विंटल मिलेगा: दलाली के बारे में कोई खुलासा नहीं है।

19.ढोंगी बाबाओं के अमीर भक्त: पत्रकार हषवर्धन के निशाने पर

20.न भाषा की जरूरत और न ही लिपि की दरकार: आज ऐसे ही चलेगा, बाल दिवस है सरकार।

21.हिन्दी के मुंह पर हिंदुत्व का तमाचा: ह वर्ण की आवृति से अनुप्रास अलंकार की छ्टा दर्शनीय है।

ज्ञानजी जन्मदिन मुबारक

ये एक लाइना लिखकर हम चर्चा पोस्ट कर दिये थे तब ध्यान आया कि आज तो ज्ञानजी पैदा लिये थे और विवेक सिंह अच्छे बनने की कसम खा लिये हैं। देखिये विवेक का चलते चलते:

image ज्ञानदत्त जी हो गये, चौवन साला आज ।

करत रहें ब्लॉगिंग सदा, कभी न आयें बाज ॥

कभी न आयें बाज, दुआयें लगें हमारी ।

करते ब्लॉगर-श्रेष्ठ बिलागिंग सबसे न्यारी ॥

विवेक सिंह यों कहें, मचाते मन में हलचल ।

इलाहबाद में बसें, सुनें गंगा की कलकल ॥

वैसे ज्ञानजी के पिछले जन्मदिन पर हम एक ठो पोस्ट लिख चुके हैं --

बाल दिवस पर ज्ञान दिवस

ऊ पोस्ट आज भी काम करेगी। इसके पहले के और लेख उनकी तारीफ़ में लिखे गये वे हैं:

ज्ञानजी, जन्मदिन मुबारक!

ज्ञानजी हिंदी ब्लागजगत के मार्निंग ब्लागर हैं

इन लेखों में हमने जो कहा वो आज भी सच है, सच के सिवा कुछ नहीं है। ज्ञानजी ने भी एक लेख में लिखा था--मित्रों, आप तो मेरा पर्सोना ही बदल दे रहे हैं!

ये लेख अभी मैंने दुबारा पढ़े और आनन्दित हुआ। देखे शायद आप भी आनन्दित हों।

ज्ञानजी को एक बार फ़िर जन्मदिन मुबारक।

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14 टिप्‍पणियां:


  1. लागत है कि कऊनौ पँडित से बिचरवाय के, भोजन पानी निपटाय के, ज्ञान जी के ठीक पैदाईश के समय ई लाइव रिपोर्टिंग टाइप चर्चा ठेल्यौ है ।
    ज्ञान जी को बधाई, अब आज के दिन का महत्व देखि कै हम तो उन पर ज्ञान-चचा का टाइटिल न्यौछावर कर रहे हैं । बाकी पाठक लोग एहिका लपक लियैं, तो चचा ज्ञान की शान मॉ बान हुई जाये । वईसे ई बधावा मॉ हम एकु छौंक मारि देई ? पिछले जनमदिन पर आप उनका कहे रह्यौ के " ज्ञानजी तो करेला ऊपर से नीम चढ़ा ओह सारी सोने में सुहागा संवेदनशील होने के साथ चिंतनशील भी हैं । " बदले मॉ गुरुवर ज्ञान चचा वार्निंग जारी किहे रहे कि, " ट्रांसफॉर्मेशन किसी भी जन्मदिन से शुरू हो सकता है । "
    तौन सँवेदना अउर चिन्तन के बीच 54वाँ अटका पड़ा रहा, अब आगे का पिलानिंग है गुरुवर ? न होय तो एक अतिथि चर्चा गुरुवर के कीबोर्ड से निकस आवै, तो पब्लिकिया निहाल होय जाय । आज हम कऊनौ केकौ नाहिं पावा अउर चर्चा मॉ आजु ख़ास ज़ायकौ नाहिं आवा ।
    बकिया जो है, सो ठीकै है, मुला ज्ञान जन्मदिवस पर फिछले साल एक्ठो पोस्ट लिख के सत्यनारायण कथा की तईं कित्तै बरस तक हम पँचन से बँचवईहौ ?

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  2. बहुत अच्छी चर्चा के लिए आपको साधुवाद।

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  3. चर्चा अच्छी रही..उत्कृष्ट एक लाइना प्रविष्टियों को जल्द से जल्द खंगालने की उत्कंठा व ऊर्जा भर देते हैं..

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  4. चिट्ठा चर्चा रोचक रही!
    ज्ञानदत्त पाण्डेय जी को जन्म-दिन की बधाई!

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  5. ज्ञान जी के जन्मदिन पर लिखी और भी प्रविष्टियों का लिंक मिलना सुखद रहा । आभार ।

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  6. ज्ञानदत्त पाण्डेय जी को जन्म-दिन की हार्दिक बधाई - शरद कोकास

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  7. ज्ञानजी को हैप्‍पी बड्डे

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  8. एक ठो पोस्ट लिखनी है धर्म पर - जय हो धर्मराज :)
    ज्ञान जी का जन्मदिन मुबरक - बाल दिवस मुबारक - जवाहरजी का जन्मदिन मुबारक..... बाल की खाल दिन मुबारक:)

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  9. सच में - बीड़ी पीने से मुक्तिबोध बन पायें तो हम चेन (बीड़ी) स्मोकर बनने को तैयार हैं!
    कौन देगा मुक्तिबोधत्व!

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  10. चिट्ठा चर्चा रोचक रही!
    ज्ञानदत्त पाण्डेय जी को जन्म-दिन की हार्दिक बधाई !

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  11. बढिया रही चर्चा हमेशा की तरह्।

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  12. wahwah bahute badhiya hai ye charcha
    bhaiya ehma lagat nahi kouno kharcha
    na kono chithi na bache kono parchaa
    kuch bhi kaho kisi se kono nahi khatra

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