पहले कुछ दीपावली संदेशों की झलक पा ली जाए-
साथी चर्चाब्लॉग 'ब्लॉगआनप्रिंट' अपनी सारी सज्जा में दीवालीमय हो गया है, वैसे नई सूचना समीर को सम्मान मिलने की है। समीर को बधाई। ब्लॉग के अनेकानेक दीपों में से एक दीपपंक्ति-
अल्पना के चिट्ठे का हैडर-
पंडितजी ने एक दीया जलाया है और बल्लमबल्ले नरक फरक सामने रखते हुए कुछ गिनाया है-
इस बार 17 अक्तूबर को संयुक्त तिथि होने के कारण नरक चतुर्दशी और दीपावली (अमावस्या) दोनों का एक ही दिन संयोग बन रहा है । भारतीय समयानुसार दोपहर काल 12 बजकर 27 मिनट तक नरक चतुर्दशी(रूप चतुर्दशी) रहेगी,तत्पश्चात अमावस्या तिथि आरंभ होगी जो कि अगले दिन 18 अक्तूबर दोपहर 11 बजकर 07 मिनट तक रहेगी
तो एइसन करें कि कोई नरक वाले नाराज न हों इसलिए दीवाली के पटाखे-दीप सुबह सात से ग्यारह के बीच जला लें :)) वैसे इस नरक चतुदर्शी या फरक तेरहवीं के सवाल को इग्नोर कर स्पैम फोलडर में न डालें इट्स अ सीरियस मैटर...नाट जस्ट से क्वैश्चन आफ लाइफ एंड डैथ बट अ क्वैश्चन आफ मेनका एंड मंथरा-
मालूम नहीं आज नरक चौदस है
आज जो ब्रम्ह मुहूर्त में स्नान करता है
वो सीधा स्वर्ग में जाता है
वहां परम पद को पता है
जो सूर्योदय के बाद स्नान करता है
वो सारे नरकों को भोगता है
मास्साब प्रवीणजी ने भी एक दीप सजाया है-
स्नेह अपना दो ना दो,
दीप बन जलता रहूँगा|
हर अंधेरी रात में,
जब अकेले ही चलोगे
तुम्हारी राह का तम
दूर मैं करता रहूँगा|
स्नेह अपना दो ना दो,
दीप बन जलता रहूँगा|
लगभग हम चिट्ठे पर दीवाली-धनतेरस की शुभकामनाओं की टिप्पणी सजी हुई हैं, उदाहरध भर के लिए चंद टिप्पणीकारों का नाम परिगणन कर दें- विनोदजी के चिट्ठे से (किसी भी चिट्ठे से दे सकते हैं पर इससे दे रहे हैं ताकि कापी-स्केप की निरर्थकता का भी बोध करा सकें :))
महफूज अली-
गगन में फुलझड़ियाँ लहराते,
हाथ में लेकर बम बजाते,
खूब पटाखे तब छोड़े थे,
नये नये बंधन जोड़े थे,
बचपन-बचपन मिल उठता था,
पुष्प प्रेम का, खिल उठता था,
समीर-
सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!
योगेन्द्र-
थोड़े दीये और मिठाई सबकी हो
चाहे थोड़े मिलें पटाखे सबके हों
गलबहियों के साथ मिलें दिल भी प्यारे
अपने-अपने खील-बताशे सबके हों
---------शुभकामनाऒं सहित
रूपचंद्र शास्त्री-
दीवाली का रंग चढ़ता था,
बचपन चंचलता गढ़ता था,
अद्भुत लगता था, संसार,
आज वही मद्धिम त्योहार,
लालच,स्वार्थ भुला कर सब,
निच्छल प्रेम घुला कर तब,
जो पैमाना छलकाते थे,
अब वो पैमाना खाली है.
चिट्ठाकार दोस्तों को हमारी ओर से भी दीपावली की अमित शुभकामनाएं
सेम टू यू।
जवाब देंहटाएंदीपपर्व की अशेष शुभकामनाएँ।
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आइए हम पर्यावरण और ब्लॉगिंग को भी सुरक्षित बनाएं।
दीपावली पर चिट्ठाचर्चा के सभी पाठकों को हार्दिक शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंसुंदर बहुत सुंदर चिट्ठा चर्चा...बधाई!!
जवाब देंहटाएंआप सभी को दीपावली की हार्दिक बधाई और शुभकामना।
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंआओ सब मिल-जुल के दीप पर्व मनाएँ
भई ये तो आप नाइन्साफी कर रहे हैं....आपने हमारी पोस्ट को चर्चा में तो शामिल कर लिया लेकिन उसका लिंक तो डाला ही नहीं !!
जवाब देंहटाएंये कोई अच्छी बात नहीं हैं :)
दीपोत्सव का यह पावन पर्व आप सभी के जीवन में धन-धान्य-सुख-समृद्धि ले कर आए!
जवाब देंहटाएंआप सभी साथियो को ओर आप के परिवार जनो को दिपावली की शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंसुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
जवाब देंहटाएंदीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!
-समीर लाल ’समीर’
थैंक्यू-थैंक्यू.........
जवाब देंहटाएं@ वत्सजी, लिंकदोष के लिए खेद है....उपचार कर दिया है।
जवाब देंहटाएंसुंदर चिट्ठा चर्चा
जवाब देंहटाएं...बधाई!!
सुख, समृद्धि और शान्ति का आगमन हो
जीवन प्रकाश से आलोकित हो !
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दीपावली की हार्दिक शुभकामनाए
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क्रियेटिव मंच
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएं@मसिजीवी जी, अभी तो दिपावली है,कोई अप्रैल फूल नहीं....ये अच्छा मजाक है,चर्चा में पोस्ट हमारी ओर लिंक अपनी ही चिट्ठा चर्चा का लगा डाला।
जवाब देंहटाएंभई अगर लिंक डालने का मन न हो तो कोई बात नहीं:) हम आपसे कोई शिकायत नहीं ।
आजकी चिट्ठाचर्चा और दिन भर कई ब्लॉग पलटते हुए बस एक ही बात जेहन में आती रही, कि कितना सुखद है की सभी ब्लोगर आपस में एक वृहद् परिवार है, अपने मेल पर मैंने कितने लोगों की शुभकामनायें पायीं, उतनी तो आज तक नहीं पायी थी, कईयों ने तो कई -कई बार बधाइयाँ दीं....मै पहली बार घर से दूर दीवाली मनाऊंगा पर मुझे मेरे परिवार की कमी उतनी नहीं खलने दी मेरे नए ब्लोगर परिवार ने...हम सभी एक-दूसरे की खुशियों में, गम में शरीक होते हैं..बिलकुल भरा-पूरा परिवार..बस कोई नज़र ना लगे,टचवुड ...अभी पंकज जी ने मुझसे बात की तो लगा कि ये परिवार निरा वर्चुअल नहीं है ये रीयल भी है और खासा रीयल....इस दीवाली पंकज जी के माध्यम से आप सभी को हार्दिक शुभकामनायें....आप हम सभी ऐसे ही पारिवारिक सूत्र में बंधे रहे..बस यही आरजू रहेगी इस दीपवर्ष में......
जवाब देंहटाएंमतलब समझें पर्व का हम,
जवाब देंहटाएंतभी मनाएं ईद दिवाली,
जीवन में ही उतर आये ये,
ऐसे मनाएं हम ये दिवाली..
aap sab ko deepawali ki shubhkamanayein...
[link]http://ambarishambuj.blogspot.com/[/link]
Wishing you and your family a very happy, prosperous, and successful Deepawali. May this diwali bring all happiness sparkles to your life.
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जवाब देंहटाएंदीपावली पर्व पर आपको मेरी मंगलकामनाएं!!!
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स्नेह अपना दो ना दो,
दीप बन जलता रहूँगा|
हर अंधेरी रात में,... अधिक पढ़ें
जब अकेले ही चलोगे
तुम्हारी राह का तम
दूर मैं करता रहूँगा|
स्नेह अपना दो ना दो,
दीप बन जलता रहूँगा|
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"प्राइमरी का मास्टर" की ओर से आपको दीपावली की हार्दिक मंगल कामनाएं !!
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@वत्सजी,
जवाब देंहटाएंपुन: खेद है। भूल मेरी ही थी। अब ठीक हो गया है।
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंलिंकोपचार के लिए धन्यवाद....
जवाब देंहटाएंआपको सपरिवार दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाऎँ!!!!!!
दीपावली, गोवर्धन-पूजा और भइया-दूज पर आपको ढेरों शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएं