तिरंगा झंडा
आजाद है या पराधीन भारत ? : ये सवाल हर साल आता है पन्द्रह अगस्त के इम्तहान में।
क्या करेंगे 15 अगस्त की पैदाइशी विकलांगता का? : करेंगे क्या भाषण-वाषण होगा जी, झंडा फ़हरेगा, लड्डू बांटेगे।
आजादी की बधाई( मुक्त या मुफ़्त) : एज यू लाइक इट।
एक दिन/ रात आज़ाद : इसके बाद की कोई गारंटी नहीं।
बीती कहानी बंद करो........ : बोरियत हो रही है।
बंदूकों के साए में तिरंगा... टी वी के कैमरों के लिये अच्छा मसाला है।
आज़ादी के रंग उतर गए : ये रंगरेजवा बड़ा बदमाश है। कोई अच्छा रंगाई वाला पकड़ो।
श्री सादिक अली: आल इंडिया कमेटी की याद: क्या यादे हैं। शुक्रिया।
दिल पर हाथ रखकर कहिये देश क्या आजाद है: कोई दिलवाला मिले तो सही, किसके दिल पर रखे हाथ?
मेरे परिवार के छोटेसदस्य: बड़े होकर नाम करेंगे।
हमारा देश: आपका भी है भाई।
‘किताबी शिक्षा समय की बर्बादी है!’: हमने समय बर्बाद किया, आप भी करें।
इस देश में चौकते हैं लोग एक स्वाधीन व्यक्ति से: अजीब बीमारी है।
आज़ादी- एक नव इंटरप्रिटेशन.. : नया है फ़िर भी चलेगा।
छूने तक को न मिला असल झण्डा : अब जो मिला उसी से काम चलाओ।
मेरी पसंद
इंदिरा गांधी को मारने वाले शहीद हैं
1984 में सिखों को मारने वाले शहीद हैं
राजीव गांधी को मारने वाले शहीद हैं
तमिल टाइगरों को मारने वाले शहीद हैं
श्रीलंकाई सैनिकों को मारने वाले शहीद हैं
गांधी को मारने वाले शहीद हैं
यहूदियों और सोवियत रूसियों को मारने वाले जर्मन शहीद हैं
फ़लस्तीनियों को मारने वाले इस्त्राइली शहीद हैं
इस्त्राइलियों को मारने वाने फ़लस्तीनी शहीद हैं
अरबों को मारने वाले अमरीकी शहीद हैं
अमरीकियों को मारने वाले अरब शहीद हैं
विधर्मियों को मारने वाले हिंदू शहीद हैं
काफिरों को मारने वाले मोमिन शहीद हैं
दलितों को मारने वाले सवर्ण शहीद हैं
आदिवासियों को मारने वाले शहराती शहीद हैं
पाकिस्तानियों को मारने वाले हिंदुस्तानी शहीद हैं
हिंदुस्तानियों को मारने वाले पाकिस्तानी शहीद हैं
चीनियों को मारने वाले भारतीय शहीद हैं
भारतीयों को मारने वाले चीनी शहीद हैं
हिंदुस्तानियों को मारने वाले अंग्रेज शहीद हैं
कश्मीरियों को मारने वाले ग़ैरकश्मीरी शहीद हैं
ग़ैरकश्मीरियों को मारने वाले कश्मीरी शहीद हैं
हिंदीभाषी कामगारों को मारने वाले असमिया शहीद हैं
लोगों को मारने वाले पुलिसकर्मी शहीद हैं
पुलिसकर्मियों को मारने वाले लोग शहीद हैं
कालों को मारने वाले गोरे शहीद हैं
गोरों को मारने वाले काले शहीद हैं
शियों को मारने वाले सुन्नी शहीद हैं
सुन्नियो को मारने वाले शिया शहीद हैं
औरतों बच्चों को मारने वाले मर्द शहीद हैं
कम्यूनिस्टों को मारने वाले ग़ैरकम्यूनिस्ट शहीद हैं
सबको मारने वाले सभी शहीद हैं
सभी को मारने वाले सब शहीद हैं
विष्णु खरे
वँदे मातरम्`
जवाब देंहटाएंसही लिखा है !
अरे अनूप जी,
आप हमारी पोस्ट के साथवाली फोटुवा यहाँ ले आये :) ..
तब तनिक रुकते तो सही ..
आपको स्वतँत्रता की बधाई दे देते ..
..चलिये यहीँ कहे देते हैँ और मिठाई तो वहीँ रह गई !..
भारत माता की जय !
- लावण्या
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
जवाब देंहटाएं-इस पावन मौके पर आपका नियमित चिट्ठा चर्चा करते रहने का हार्दिक नागरिक अभिनन्दन समस्त चिट्ठाकारों की ओर से. इसे ऐसे ही नियमित जारी रखें. बधाई एवं शुभकामनाऐं. :)
स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंजय हरे!
जवाब देंहटाएंजय, जय विष्णु खरे!
पंद्रह अगस्त को भी चर्चा हो गयी... जमे रहिए.. सभी ब्लॉगर मित्रो को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना अनूप जी
जवाब देंहटाएंएक पंक्ति लगता है छूट गयी
"ग़ैरकम्यूनिस्टों को मारने वाले कम्यूनिस्ट शहीद हैं"
मस्लन नक्सली शहीदों को तो आप भूल ही गये :)
सही कह रहे हैं आप
सबको मारने वाले सभी शहीद हैं।
सभी को मारने वाले सब शहीद हैं
केवल यह देश मारा गया है।
***राजीव रंजन प्रसाद
स्वतंत्रता दिवस की बधाई
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जवाब देंहटाएंकविता का बेहतरीन चुनाव,
मुझे भी लगा करता था कि..
यह मुलुक हमारा शहीदों का मज़ार ही है,
आज इसको बल मिला, विष्णु जी सटीक हैं ।
आजाद है भारत,
जवाब देंहटाएंआजादी के पर्व की शुभकामनाएँ।
पर आजाद नहीं
जन भारत के,
फिर से छेड़ें संग्राम
जन की आजादी लाएँ।
विष्णु जी ढेरो साधुवाद ..आपने इसे चुना ओर हम तक पहुंचाया इसके लिए आपका शुक्रिया......जोशिम जी की कविता भी मुझे अच्छी लगी...लाइने फ़िर कमाल की है.......
जवाब देंहटाएंअद्भुत कविता विष्णु जी की.
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाऐं.
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