परिचयनामा : श्री समीरलाल "समीर" उडनतश्तरी
ताऊ द्वारा समीर जी का साक्षात्कार पढने के लिए यहाँ क्लिक करे..
ब्लॉग - रामपुरिया का हरयाणवी ताऊनामा !
श्री रबिन्द्रनाथ टैगोर जन्म दिन और गूगल : गूगल पर श्री रबिन्द्रनाथ टैगोर का चित्र देख कर याद आया की आज उनका जन्म दिन { 7 May 1861 – 7 August 1941) } हैं । वाह गूगल अच्छा याद दिलाया । एक कविता ही पढ़ ली टैगोर की दुबारा , आप भी पढे
अनुकरणीय पोस्ट
प्लास्टिक बोतलों का बहिष्कार दस रुपये बचाने के चक्कर में आपको लाखो रुपयों से हाथ धोना पड़ सकता है. पानी की बोतलों में लचीलापन लाने के लिए पिलास्टीसाइजर नामक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है और इसके साथ साथ पोलियर, होक्सी आदि कई केमिकलों का उपयोग किया जाता है जो छोटे छोटे बिल्डिंग ब्लाक्स के रूप में होते है और जो पानी में डिजाल्व होकर मानव शरीर में साइड इफेक्ट्स डालते है. इन बोतलों को इस्तेमाल करने के बाद नष्ट कर देना चाहिए पर लोग बाग़ दिए गए निर्देशों का पालन नहीं करते है
महेंद्र मिश्रा
आख़िरी ज़रूरत – µ पोस्ट एक सफल मनुष्य, जो अपने जीवन में हर कुछ हासिल कर चुका हो, अब और क्या चाह सकता है ? अपने जीवित रहने के चँद ज़रूरतें, और कुछ नहीं ! यानि एक डाक्टर, एक वकील और ज़ेड सेक्यूरिटी !
आज की पोस्ट
लौट आना मेरे नन्हे मित्र! - घुघूतीबासूती
पठनीय पोस्ट: डा प्रवीण चोपड़ा
अप्राकृतिक यौन-संबंधों का तूफ़ान
हिन्दी ब्लॉग सर्वे में भाग लीजिए
अपने तरह के पहले, हिन्दी में बने हिन्दी ब्लॉग सर्वे में भाग लें और अपनी पसंदगी-नापसंदगी दर्ज करें. नोट करें कि सर्वे पहले आएँ पहले पाएँ के आधार पर प्रथम 100 रेस्पांस के लिए ही खुली है (मुफ़्त का जुगाड़ है, जिसमें सीमा है, क्या करें) अत: देर न करें.
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रवि रतलामी का हिन्दी ब्लॉग
व्यंग्य बाण - नीरज भदावर
राजनीति और क्रिकेट का गठजोड़!
क्रिकेट और राजनीति हमारे जीवन के अहम हिस्से हैं। मगर ये देख बहुत अफसोस होता है कि इतने सालों में दोनों ने एक दूसरे से कुछ नहीं सीखा। टीवी पर आइपीएल देखने और राजनीतिक बहसें सुनने के दौरान मैंने महसूस किया कि अगर दोनों एक दूसरे की अच्छाइयां अपना लें तो
चिटठा चर्चा : प्रस्तुतकर्ता कुश
आज का कार्टून
प्रस्तुतकर्ता कप्तान
यूनीक चर्चा।
जवाब देंहटाएं-----------
SBAI TSALIIM
आप आए, बहार आई, पर बहुत थोड़ी आई।
जवाब देंहटाएंछा गए कुश भाई. कमाल की चर्चा.. लेआउट भी बढ़िया लग रहा है.
जवाब देंहटाएंgood workmanship as usual clap clap
जवाब देंहटाएंजोरदार
जवाब देंहटाएंले उड़ी यह ले आउटीय चर्चा!
जवाब देंहटाएंस्टाइल ! बॉस ! स्टाइल !
जवाब देंहटाएंप्यारे कुश, तुम लौट आये..
जवाब देंहटाएंअब देवी के मँदिर में मत्था और टेक लो,
फिर तुम्हें कोई कुछ न कहेगा, और न ही किसी के मूड पर तुम्हारा मेहनत से बनाया ले आउट बिगाड़ा जायेगा !
ले-आउटिंग और विज़ुअल भी ब्लागिंग की विधा है, जो इंक ब्लागिंग से कहीं अधिक कठिन है ।
जो साँचा है, वही बाँचा है, आकर्षित कर रहा,
बाकी थोड़े लिखे को बहुत समझना
और... आपको लिंक चर्चा में नियमित रहने पर दिया जायेगा ।
निट्ठल्ला परदेशियों से यूँ ही अँखियाँ नहीं मिलाया करता !
नियमित रहें, राबचिक चर्चा के लिये धन्यवाद !
थोड़े में बहुत.
जवाब देंहटाएं"देखिये न चर्चा कल शुरू की थी लेकिन आज ख़त्म हुई.. " और कॉफी ठंडी हो गई:)
जवाब देंहटाएंभाई ये तो कोई अलग ही चर्चा दिखी. पोस्ट के लेआऊट को निहारते ही रह गये. बहुत सुंदर लगा ये पोस्ट को इस तरह पेश करना. बहुत शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
यह भी रही जोरदार .
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर.. नये ले आऊट में कमाल लग रही है.
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरत चिट्ठा चर्चा । छोटी है पर शानदार । धन्यवाद
जवाब देंहटाएंइस ब्लॉग -कोलाज में कुछ और रंग बिखेरने थे ! आगे इंतजार रहेगा ! अच्छी इस्टाईल मारी है कुश आपने !
जवाब देंहटाएंये भी एक नया रंग हुआ कुश का..हर रंग फबता है!! बधाई.
जवाब देंहटाएंबस एक शब्द - अद्वितीय।
जवाब देंहटाएंकुश ने फिर किया खुश।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया ले आउट के साथ अच्छी चिठ्ठा चर्चा . मेरी ब्लॉग समयचक्र की पोस्ट प्लास्टिक बोतलों का बहिष्कार करे को चर्चा में स्थान देने के लिए मै आपका आभारी हूँ .
जवाब देंहटाएंबड़ी ढिंचक चर्चा ठेल दी आपने। आपकी इश्टाइल का जवाब नहीं। जमाए रहिए जी।
जवाब देंहटाएंमज़ेदार्।
जवाब देंहटाएंचिट्ठा-चर्चा का ये पत्रिका-रूप खूब बन पड़ा है, कुश
जवाब देंहटाएंचकाचक।
जवाब देंहटाएंवाह! वाह!
जवाब देंहटाएंबोले तो झक्कास...ये कुश ही कर सकते हैं.
आप आये और नया रंग लाये ..बेहतरीन लगी यह चर्चा पर बहुत नन्ही मुन्नी थी :)
जवाब देंहटाएंइतने सारे संशिप्त कमेन्ट .....लो जी कल लो बात ......नया रंग....नया कलेवर...खूब...
जवाब देंहटाएंनीरज भदावर नहीं
जवाब देंहटाएंनीरज बधवार हैं
राजनीति और क्रिकेट
का गठजोड़ जिन्होंने
खोला है ब्लॉग उनका
व्यंजना का झोला है
na he ise parkhne ka najar haina hi o nazar paida karna chahta hoon......
जवाब देंहटाएंaap baron par etbar hai....
usi ko duhrana chahta hoon.
goodam-good sir,