रविवार, मई 17, 2009

चिट्ठा-क्लाउड

छम्मकछल्लो कहिस    लूज़ शंटिंग   धमाचौकड़ी

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कड़ियाँ - साभार - चिट्ठाजगत्

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22 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत खूब.... कई अनदेखे चिट्ठे चर्चा के इस चित्रात्मक अन्दाज़ में पढ़ने को मिल गए...

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  2. क्लाउडी चर्चा ! अनन्त आकाश कैसे दिखेगा ?

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  3. चर्चा के लिये आज बस केवल एक ही शब्द.. " बेहतरीन "
    क्या यह सँयोग या कोई अतीन्द्रिय सँप्रेषण ही है कि,
    कल रात मैं इस प्रकार की प्रतीकात्मक प्रस्तुति की कल्पना कर ही रहा था ।
    और... आज सुबह ही यह चरितार्थ दिख रहा है । फिर दोहराऊँगा " बेहतरीन !"

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  4. प्रस्‍तुतिकरण का बढिया अंदाज .. बधाई।

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  5. आज की चिट्ठाचर्चा बिना पन्नों की वो किताब लगी, जिसमे केवल विषय-सूची भर हो. पर अंदाज़ अच्छा है.

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  6. kya collage hai!kuchh naam to ek dam naye hain...shukriya

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  7. इस्टाइल भाई .बोले तो !!! बाह जी बाह

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  8. मिक्स्ड ब्लोग कटलेट!वाह मज़ा आ गया।

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  9. बहूत जोरदार स्टाइल है................नया अंदाज़ पसंद आया

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  10. यह एक अनोखा अंदाज रहा!!

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  11. सभी चिट्ठे तो हैं, चर्चा आप कर लें:)

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  12. अनूठी चर्चा और अनूठा अंदाज

    रामराम.

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  13. अब तक की सबसे रंगीन और हसीन चर्चा...
    वाह !!!!!!!!!!!

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  14. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  15. कुछ भी हो आनंद आ गया
    अनोखा तरीका Chalo sab ko nibata diya
    Shukriya

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  16. इसीलिए तो रवि रतलामी जी हमारे सबसे पसंदीदा चिट्ठाकारों में हैं।

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