गुरुवार, अगस्त 28, 2008

पाडभारती और ब्लागवाणी को वोट दें

पाडभारती और ब्लागवाणी को वोट दें


हां तो जी हम कह रहे थे कि चर्चा आज शाम को करेंगें लेकिन पहले काम की बात।
देबाशीष और शशिसिंह के जिद्दी प्रयासों के चलतें पाडभारती की शुरुआत पिछले साल हुई। शुरुआती अंक में देबाशीष ने कमेंट्रियाया था:
शशिसिंह
देबाशीष
हिन्दी चिट्ठाकारी ने अप्रेल 2007 में चार साल पूरे किये हैं। ये फासला कोई खास तो नहीं पर कई लोग इसी बिना पर पितृपुरुष और पितामह कहलाये जाने लगे हैं और अखबारों में छपने लगे हैं। पॉडभारती के लिये चिट्ठाकारी के इस छोटे सफर का अवलोकन कर रहे हैं लोकप्रिय चिट्ठाकार अनूप शुक्ला।
इस पर अपनी आवाज सुनकर हम पुन: खुश हो गये। और भी बहुत कुछ है वहां। पहले अंक में रवि श्रीवास्तव की आवाज है, संजय बेंगाणी हैं, रवीश कुमार हैं जो मोहल्ला विवाद पर अपनी राय जाहिर कर रहे थे। आप भी पाडभारती के अंक सुनेंगे तो अच्छा लगेगा। बाकी अंक भी सुने और सराहे जाने योग्य हैं।

पॉडभारती को प्रतिष्ठित टाटा नेन हॉटेस्ट स्टार्टअप पुरस्कार के लिये नामांकित किया गया है। नेशनल एन्टरप्रेनरशिप फाउंडेशन व टाटा समूह द्वारा सहआयोजित यह नई भारतीय कंपनियों के लिये एकमात्र सामुदायिक पुरस्कार है। तो आप पाडभारती को वोट दीजिये समझ लीजिये अपने को वोट दे रहे हैं क्योंकि एक बार सुनने के बाद हिंदी ब्लागिंग से जुड़े हर व्यक्ति को पाडभारती अपनी लगेगी।

पॉडभारती को वोट देने के लिये आप इस जालपते पर जा सकते हैं या एसएमएस भी कर सकते हैं। एसएमएस करने हेतु संदेश की जगह HOT<space>36 लिखें तथा इसे 56767 पर भेज दें।

ब्लागवाणी को वोट दें


आप इसी तरह अपने संकलक ब्लागवाणी को भी वोट दीजिये न! दोनों को एकसाथ वोट देने पर कोई पाबंदी नहीं है। ब्लागवाणी को वोट देने के लिये यह लिंक है। SMS से वोटिंग करने के लिये संदेश की जगह HOT<space>22 लिखें तथा इसे 56767 पर भेज दें।

ब्लागवाणी से संबंधित जानकारी कुश के टिप्पणी-सौजन्य से मिली। उनका आभार!

काम की बात के बाद अब चिट्ठाचर्चा की बात। अब करते हैं। तब तक आप वोट दे के आइये पाडभारती को। चिंता न करें हम कहीं जा नहीं रहे हैं जी।

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10 टिप्‍पणियां:

  1. वोट कर दिया!! शुभकामनाऐं. :)

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  2. .

    यह तो पता था कि देबू इसमें जी जान से लगे हैं,
    तकनीकी थ्रिल की बात ही कुछ और है..
    पर मेरे मन में यह सहज जिज्ञासा उठा करती है,
    कि पोडकास्ट-वोडकास्ट क्या चिट्ठाकारी की विधा है भी है ?
    या होस्टिंग कम्पनी द्वारा मारकेटिंग हेतु एक शग़ूफ़ा मात्र है ।

    वोट तो मैं दे दूँगा, आपकी अपील पर ही...
    देबूदा को भई, गुस्सा बहुत आता है ।

    बिरादरी के चलते वोट नहीं दिया करता,
    पर आज बल्कि अभी दे देता हूँ ।
    सादर - निट्ठल्ला

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  3. दे आया पॉडभारती को वोट। हार्दिक शुभकामनाएं।

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  4. वोट कर दिया है जी.. साथ साथ ब्लॉगवानी को भी कर दिया है.. अजी ब्लॉगवानी भी तो शामिल है इसमे.. उसके लिए सिर्फ़ HOT36 के स्थान पर HOT22 लिखना है..

    और नेट से करने वालो के लिए लिंक है..
    http://www.hotteststartups.in/viewandvote.do?method=fetch&businessFn=viewandvote&startupId=58

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  5. ब्लागवाणी को स्वप्रेरणा और पोडकास्ट को आपकी अपील पर वोट दे दिया !

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  6. प्रशंसा व वोट देने के लिये शुक्रिया! वैसे अनूप ने ब्लॉगवाणी के नामांकन की बात का श्रेय आधिकारिक रूप से कुश को दे दिया पर यह "तोड़ू ख़बर" अपन ने भी अनूप को बकायदा ईमेल लिख कर बताई थी, हमें भी आंशिक श्रेय दिया जाना चाहिये ;)

    उन्हें भी हमारे दल की बधाई!

    अमर बाबूः बात यहाँ पॉडकास्टिंग के चिट्ठाकारी से मिलान या सामिप्य की नहीं वरन् हिन्दी की है। यही हम सबको जोड़ने वाली समान कड़ी है। वैसे पॉडकास्टिंग को चिट्ठाकारी का ही अगला कदम माना जाता है, संसार भर में देखें तो अधिकांश पॉडकास्टर ब्लॉगर रहे हैं या हैं। जो पॉडकास्टर ब्लॉगर नहीं है वे या तो मुख्यधारा के मीडिया से जुड़े रहे हैं या फिर पेशेवर रेडियो व समाचार प्रस्तुतकर्ता हैं।

    अरविंद व अन्यः अपील पर नहीं सर काबलियत परख कर ही वोट दें! पॉडकास्ट सुनें और गुनें ;)

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  7. आप सभी की बधाईया कबूल, न दी हों तो दे दीजिये:)

    सारा श्रेय आपको ही है क्योंकि आपकी पोस्ट पढ़कर हमें पता चला कि ब्लागवाणी भी इस लिस्ट में शामिल है.

    देबाशीष और शशिसिंह जी को बधाईयां.

    बाकी कुछ हो या न हो लेकिन इन सबसे हिन्दी से दूर रहे लोगों का ध्यान हिन्दी की ओर अवश्य आयेगा.

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