नभाटा का दफ्तर अब एक्सप्रेस बिल्डिंग में है, वहां से थोड़ी दूर पर। यह तथ्य मेरी जानकारी में नहीं था। मैं भी उन उल्लू के पठ्ठों में शुमार किया जाता हूं, जिनसे यह उम्मीद की जाती है, दुनिया जहान की खबर रखेंगे ,और अपने पिछवाड़े क्या हो रहा है, यह खबर नहीं थी।
लेख के अंत में वे शायराना गुगली मारने से बाज नहीं आते:
भौगोलिक दूरियों को तो ईमेल ने पाट दिया है, पर संवादहीनता की खाईयां बहुत बढ़ गयी हैं।
पारसी समुदाय का भारत के विकास में काफ़ी योगदान रहा है। पारसी नव वर्ष दिवस नवरोज के अवसर पर पारसी समाज के के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये सुब्रमणियन जी ने लिखा -भारत में पारसी समुदाय अपनी विलुप्ति की राह पर
बोधिसत्व की काकी का पिछले दिनों निधन हुआ। उनके बारे में लिखते हुये बोधि ने लिखा:
मेरी काको को सैकड़ों भजन याद थे। भागवत की कथाएँ मैंने बचपन में उनसे ही सुनी। जब भी मैं या घर के बच्चे बीमार होते काको सिरहाने रहती। कहती कुछ नहीं है बस मैं मंत्र पढ़ देती हूँ तुम ठीक हो जाओगे। उनके पास बर्र के काटने से लेकर नजर, टोना, बुखार, अधकपारी तक के मंत्र थे।
एक लाईना
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- क्या आपको भी मायावती से डर लगता है : डर लगता है हमें उन पत्रकारों से जो खबरे बताने के बजाय खबरे गढने में अधिक विश्वास रखते है
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- भारत में पारसी समुदाय अपनी विलुप्ति की राह पर :गूगल अर्थ कुछ न कर पायेगा इसमें
- सुत्रधार रामप्यारी की नमस्ते :नमस्ते रामप्यारी, खूब सारे चूहे खाओ फ़िर हज को जाओ
- चुरातत्व हीन पोस्टें
:लिखने में महारत हासिल है ज्ञान जी को! मजाल कोई चुराने की हिम्मत दिखाये!! - मौजत्व पर धोये...: फ़िर निचोड़े और फ़ैला दिये ब्लाग पर
- चना,मछली और सेव :का पोस्ट गठबंधन
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- पापा के बिना अब क्या है!!:एक खामोशी ,एक अकेलापन
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- अन्ना,आई लव यू...बला की तड़प थी तेरे अंदर :हमको भी तड़पा दिया उसने
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*"मैं भी उन उल्लू के पठ्ठों में शुमार किया जाता हूं, ...."
जवाब देंहटाएंआलोकजी, इसका मतलब समझते हैं या समझायें:)
आलोक जी एक महीने बाद
जवाब देंहटाएंनभाटा का आफिस गाजियाबाद
।
हम कुछ नहीं बोलेगा। हमें हड़का दिया है सांकृत्यायन जी ने। कल से यही सोच रहे हैं कि हम में चुरातत्व कितना है।
जवाब देंहटाएंलगता है, आपकी मित्रमंडली ने एक लाईना की प्रशंसा कर कर के आपको बिगाड़ दिया है।
जवाब देंहटाएंबेचारी पोस्ट!
एक लाईना से ही पाट दी??
चलो एक लाईना तो लिख दिया. आभार.
जवाब देंहटाएंthanks for including the link
जवाब देंहटाएंवाह वाह! इतवार का मजा "लेने" के लिए छोटी सी पोस्ट, लेकिन पाठक को भरपूर रस "देने" के लिए एक से एक एक-लाईने!!
जवाब देंहटाएंअच्छा हमारे प्रस्ताव का जवाब कब दे रहे हैं -- कि एक-लाईने लिखने का गुरुंत्र आप हम को दे दें!!
सस्नेह -- शास्त्री
एक लाइना में सारा, ब्रह्माण्ड समा जाता है।
जवाब देंहटाएंबढ़िया रविवासरीय चर्चा और एकलाइना तो हमेशा ही कमाल के होते हैं.
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंश्री आदि चर्चाकार जी को विदित हो कि,
इस समय पूरे मुल्क में आचार संहिता जारी की जा चुकी है..
साथ ही यह भी आग़ाह किया जाय..
कि अपनी ही बनायी हुई आचार संहिता का इस मुक्त-मंच पर दुरुपयोग न करें !
इत्ती छ्टँकी चर्चा के लिये आज उन्हें केवल चेतावनी देकर,
...अगली चर्चा तक बरी किया जाता है.. नाऊ नेक्स्ट केस ?
बहुत चकाचक एक लाईना. पोस्ट चाहे ना लिखी जाये चलेगी पर एक लाईना जरुर चाहिये. पबलिक डीमांड है जी ये.
जवाब देंहटाएंरामराम.