यानी फ़िलम विलम, गाने वाने, चुटकुले शुटकुले, घूमना फिरना।
तो आइए हम आपको पेश करते हैं इस हफ़्ते के सनसनीखेज लेख।
मरना ही है तो खा कर ही मरूँगा - पुनर्जन्म में विश्वास नहीं है।
स्लमडॉग मिलयनेयर - कुछ खास नहीं है।
किसी शायर की ग़ज़ल - सुनिए अगर आप हेमा मालिनी के पंखे हैं तो।
शाहरुख को अपने से लंबी लड़कियाँ पसंद हैं - तो हम क्या करें?
गाँव के नुक्कड़ के रेडियो का वीडियो - इस बार आवाज़ समेत।
स्टार स्क्रीन अवार्ड - हृतिक रोशन और प्रियंका चौपड़ा को।
अभय देओल के परिवार के बारे में ज़रूरी जानकारी - बोर्ड के इम्तिहान में आएगी, याद कर लो।
चाँदनी चौक टु चाइना - समझ नहीं आया फ़िल्म अच्छी है कि बुरी।
इटारसी से सिकंदराबाद - यायावरी। ये जवानी फिर कहाँ?
एक और स्लमडॉग समीक्षक - भैया फ़िल्म निकली नहीं समीक्षा पहले तैयार है।
कॉमिक्स के जुनूनी - पर ट्रेन तो नहीं छूटी न, अच्छी बात है। जय हो सुपर कमांडो ध्रुव की।
बस बहुत हुआ, आपको पता है न ज़्यादा मेहनत करने से क्या होता है?
जवाब देंहटाएंआया हूँ, तो टिप्पणी देकर ही जाऊँगा ।
क्योंकि बहुत सारे पठनीय लिंक देख कर जियरा धड़क धड़क जा रहा है ।:)
जय हो.. जय हो.. सुपर कमांडो ध्रुव कि जय हो..
जवाब देंहटाएंबहुत सही !
जवाब देंहटाएंसही निपटाया।
जवाब देंहटाएंसमय कम हो
तो भी काम
तो करना है।
अच्छी लाइनें और अच्छे लिंक .
जवाब देंहटाएंछोटी है ,मगर सभी छुट्टी मना रहे हैं
आपकी ट्रेन तो छूटी ही जा रही थी शायद। दितवार को भी इतनी जल्दी?
जवाब देंहटाएंkal or aaj ke charchaa ek saath mujh nishachar ne abhi dekhee shukriya behatreen post ke lie
जवाब देंहटाएंभई यूनीक ब्लॉग की जानकारी के लिए शुक्रिया
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