सोमवार, अक्तूबर 27, 2008

शुभ दीवाली लेउ मनाय

सुमिरन करके टिप्पणीश्वर कौ करके वीर निठल्ला याद ।
चर्चा होगी अब आल्हा में कोई नहीं वाद प्रतिवाद ॥
सबतें पहले अनूप शुक्ला की सब मिलकें लेउ किलास ।
लिखें वीररस प्रेम पचीसी इनका रहा सफल पिरयास ॥
अब तय करें सफर शब्दों का छोटे की बारी है आज ।
सता रहे हो क्यों छोटे को वडनेरकरजी क्या है राज ?
चिटठाजगत बधाई ले ले चिट्ठे हो गये पाँच हज़ार
पर लिखने का रेट गिरा यूँ जैसे गिरत रहा बाज़ार
देश कनाडा बैठे बैठे समीर जी करते हैं शोध ।
छोटी पोस्ट मार कर देखें कब पाठक को आए क्रोध ॥
कितनी संख्या टिप्पणियों की कित्ता रहे पोस्ट आकार ।
चेतावनी चार लाइन की टिप्पणियों की है बौछार ॥
इस वार्निंग का मतलब समझें पोस्ट माइक्रो अर्थ विशेष
शेयर में अब कुछ न मिलेगा टिप्पणियों में करें निवेश ॥
जोनाथन लिविंगस्टन बकरी ज्ञानदत्त करते गुणगान ।
बहस यहाँ चलती रह्ती है अब आगे कर लो प्रस्थान ॥
दीवाली की बधाइयों की ब्लॉग जगत पर आई बाढ ।
जाकी रही भावना जैसी वह वैसी ही लेना काढ ॥
एक ओर कुन्नू सिंह बाँटें यहाँ अल्पना जी भी साथ ।
मानोरिया जी भी देते हैं इनसे भी लें हाथों हाथ ॥
स्वाति जी से भी तो लेलो यहाँ खडीं लेकर तैयार ।
जाकिर हुसैन आगे आकर कहते हैं शुभ हो त्यौहार ॥
यहाँ बधाई नए साल की मिलती दीवाली के साथ ।
दर्पण वाले बाँट रहे हैं आज बधाई दिल के साथ ॥
ऊपर जितनी मिली बधाई उससे भी है बढिया माल ।
दिनेशराय द्विवेदी जी की होम डिलीवरी इस साल ॥
आप बधाई में खोए हो ताऊ करते अत्याचार ।
गणेश जी से पूछ रहे यों बता पिताजी कहाँ फरार ॥
अमाँ तरुण से भी तो ले लें दीपावली मुबारकबाद ।
बोनस मिले अगर हर महीने बने अमावस्या का चाँद
आज हुई छोटी दीवाली भज ले नारायण का नाम
जोश में होश न गुम हो जाए करो सुरक्षित हो शुभकाम ॥
दीपावली मनाते हों जो कोई सज्जन पहली बार ।
भला मनाएं कैसे इसको यहाँ बाँच लें बस इक बार ॥
यहाँ मिठाई भिजवाता हूँ है पसंद तो माँगें और ।
लखटकिया अब अधिक न होंगें आखिर है मंदी का दौर ॥
वाहन बेचें रसीद ले लें मिली आज यह उचित सलाह ।
हरिशंकर परसाई जी की शुभदीवाली वाह जी वाह ॥
बाल उद्यान रंजना जी की सुन्दर कविता ले तैयार ।
बच्चों की सामग्री यहाँ पर प्रचुर मात्रा में भरमार ॥
दीवाली गणितीय रंगोली लेकर आये हैं अभिषेक ।
सुन्दर है मैं नहीं फेंकता खुद ही जाकर आओ देख ॥
सुन्दर कविता आशा जी की नहीं मारता हूँ मैं जोक ।
क्या क्या आस्ती क्या जास्ती सुनिए कहते हैं आलोक
आज शास्त्री जी पूछे हैं खुल कर दे दें अपनी राय
अवसर निकले तो मत कहना हमको नहीं बताया हाय ॥
सोच रहे हैं आप अगर जो अपनी साइट बनाई जाय ।
रतन सिंह शेखावत जी ने रख दी सब सामग्री लाय ॥
शुभकामना बहुत लेलीं अब मित्रो सुन लो कान लगाय ।
दीपावली हमारी भी है चुप्प कमीशन दो सरकाय ॥

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16 टिप्‍पणियां:

  1. वाह मजा आ गया दिवाली कि शूभकामनाएं वाली सारी पोस्टें मील गई।

    अब सभी पर जा जा के दिपावली की शूभकामनाऎं प्रापत करूंगा :)

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  2. भाई विवेक सिंह जी आपको दीपावली की बहुत बधाई और शुभकामनाएं ! आपका आल्हा तो गजब करता दिख रहा है !
    कमाल की चिठ्ठा चर्चा करते हैं आप ! आपकी ये काव्यमयी चर्चा मुझे शुक्लजी की एक लाईना के बाद परम प्रिय लगती है ! आज नक़ल का ज़माना है उसमे आपका ये नैसर्गिक प्रयास बहुत बधाई के काबिल है ! लगे रहिये , आपका ये प्रयास भविष्य में बहुत सुपरहिट होने वाला है ! आपको बहुत २ शुभकामनाएं !

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  3. आपको सपरिवार दीपोत्सव की शुभकामनाएं।
    सभी जने सुखी, स्वस्थ एवं प्रसन्न रहें यही प्रभू से प्रार्थना है।

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  4. दीपावली के पावन पर हार्दिक शुभकामना .

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  5. दिवाली मन गई।
    आप को भी

    दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
    दीपावली आप और आपके परिवार के लिए सर्वांग समृद्धि लाए!

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  6. विवेक जी, आपकी काव्‍यमय चर्चा से चिट्ठा चर्चा की खूबियों में नया आयाम जुड़ गया है। इसके लिए आपको धन्‍यवाद और बधाई।
    ****** परिजनों व सभी इष्ट-मित्रों समेत आपको प्रकाश पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। मां लक्ष्‍मी से प्रार्थना होनी चाहिए कि हिन्‍दी पर भी कुछ कृपा करें.. इसकी गुलामी दूर हो.. यह स्‍वाधीन बने, सश‍क्‍त बने.. तब शायद हिन्‍दी चिट्ठे भी आय का माध्‍यम बन सकें.. :) ******

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  7. .
    धन्यवाद विवेक, पर...

    शुभ तो अब बसैं कोठी बँगलन कैसिनो में
    दीवाली जाय बसे शेयर दिवालियन के तीर
    मुक्त लेखन औ' दो टूक ऊखन, सबै बिसरवाय दिये शिव
    कलम भोथरी गह हाथ तकैं, अब क्योंकर निट्ठल्ला वीर


    चिट्ठाचर्चा के भागीरथियों एवं चर्चित होते रहते महारथियों को मिले मेरी निट्ठल्ली शुभकामनायें

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  8. Deep parva ke deepakon ka prakash aapke jeevan path ko hamesha aalokit karta rahe, yahi shubh kamnayen.

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  9. अच्छा िलखा है आपने ।

    दीपावली की हािदॆक शुभकामनाएं । ज्योितपवॆ आपके जीवन में खुिशयों का आलोक िबखेरे, यही मंगलकामना है ।

    http://www.ashokvichar.blogspot.com

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  10. बढ़िया ।
    आपको व आपके परिवार को दीपावली की शुभकामनाएं ।
    घुघूती बासूती

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  11. बहुत सही माहौल जमाये हो..और ये टिप्पणीश्वर..हा हा!!!


    आपको एवं आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.

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  12. दीवाली शुभ हो। और यह काव्यमय चर्चा उत्तरोत्तर निखरी रहे।

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  13. हमारे मन का दीप खूब रौशन हो और उजियारा सारे जगत में फ़ैल जाए इसी कामना के साथ दीपावली की आपको और आपके परिवार को बहुत बहुत बधाई।

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  14. प्रिय विवेक, काव्यात्मक रचना द्वारा चिट्ठा-चर्चा एक अभिनव प्रयोग है, एवं यह काफी सफल रहा है. इस विधा को आगे बढायें.

    यदि चिट्ठा चर्चा का हर चर्चाकार इस तरह अपनी एक मौलिक विधा विकसित करे तो सोने में (नहीं, चिट्ठाचर्चा में) सुहागा हो जायगा.

    सस्नेह -- शास्त्री

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