शुक्रवार, अक्तूबर 17, 2008

आज की चर्चा एक दूजे के लिये

आज देश में मुम्बई के जलवे रहे। सेन्सेक्स का मुंह के बल गिरना सचिन के रिकार्ड और अमिताभ की घरवापसी ने संभाल लिया। मुंबई में ही रहते हैं अभय तिवारी। आज उनका जन्मदिन था। सो उनको भी बधाई फ़िर से।

चिट्ठों के चर्चे सुबह सुजाता ने किये। अब कल सुबह तरुण चर्चा करेंगे। इस बीच एकाध चिट्ठे के बारे में बतिया लूं।
इस बीच ज्ञानजी के ब्लाग पर कुछ समझदार लोग आये और उनकी कविता के बारे में सवाल दाग दिया- क्या यही कविता है। हमसे मिलते-जुलते विचार लेकिन ज्यादा बोल्ड। असल में कोई आदमी छुपकर अंग्रेजी बोले तो कान्फ़ीडेन्स बढ़ जाता है।

कुछ खुराफ़ातियों का मानना है कि ज्ञानजी कि कहीं ज्ञानजी के किसी चेले ने तो नहीं इत्ती बेबाक बात कही? ताकि टिप्पणी का पचासा हो जाये? हम ऐसा नहीं मानते हैं जी।

डा.अमर कुमार कम लिखते हैं। लेकिन जब लिखते हैं तो खूब लिखते हैं। कल की माइक्रो पोस्ट में उन्होंने न जाने कित्ते पहलुओं पर नजरे इनायत की। पता नहीं कैसे कल छूट गयी। भाषा काशीनाथ सिंह के घराने की। न जाने कौन सी कुंजी लगी है वहां कि पोस्ट से कापी करके यहां पेश नहीं कर पा रहे। आप उधरिच पढ़िये जी।

एक-दूजे के लिये डा.अनुराग आर्य के सौजन्य से



  1. सचिन ने तोडा लारा का रिकॉर्ड: येसेंसेक्स का ओर टूटना बाकी


  2. हमारे देश में सबसे ज्यादा क्या पसंद किया जाता है: -लाल बेलबोटम ओर सुकडू का ठुकडू


  3. मै इबादत करूँ या मोहब्बत करूँ : श्री लाल कृषण अडवानी का वक्तव्य



  4. यदि आपको अपने कम्पूटर से दूर रहना हो तो: अपना ब्लॉग ,कम्पूटर ,वेब-पेज ,डेस्कटॉप सवाँरे


  5. हंस के संपादक राजेंदर यादव के नाम खुला पत्र : आख़िर क्यों हर महिला असुरक्षित सी है


  6. गिरते गिरते: करवा चौथ की बधाई


  7. आज फ़िर ....: रुपये की हालत ख़राब


  8. अब किराए पर ले पति की सेवाये : देख लो खवाब पर चर्चा न करो


  9. हाँ जी इन दिनों हम प्यार में है: एक कवियेत्री की फितरत


  10. देखि है कही ऐसी मूंछे: उपहार जिसे अमेरिका लेने में हिचकता रहा


  11. रात को अलाव में काटा है: अब कहाँ से आएगी बिजली


  12. अथ श्री बन्दर कथा : करवा चौथ पर विशेष


एक लाइना



  1. भूतनाथ पहुंचा भावेश झा की गर्ल-फ्रेंड की बर्थ-डे पार्टी में:और बोला सचिनवा रिकार्ड तोड़ दिहिस


  2. हमसे रूठा न करो.: वर्ना हम भी रूठ जायेंगे


  3. साँप भी अब हुए शाकाहारी : लहसुन प्याज तक नहीं खाते


  4. इश्‍क-वि‍श्‍क, प्‍‍यार- व्‍यार, मैं क्‍या जानूँ :जान लो आजकल इसका फ़ैशन है, इसके बिना गुजर नहीं!



  5. मार्च ऑन मार्च ऑन: अक्टूबर के महीने मार्च!


  6. मैं इबादत करूँ...या मोहब्बत करूँ : दुविधा है तो सिक्का उछालो!


  7. ताऊ के कारनामे : क्या बतायें अब छोड़ो! हमसे न कहलवाओ


  8. प्रतिभा की नियति पतन, और सिर्फ़ पतन है: इसीलिये हम अपनी सारी प्रतिभा बाहर भेज देते हैं!



  9. मेरे तो तुम ही हो :और किसी के होने की सोचना भी नहीं


  10. मुझे मेरी पत्नी से बचाओ :वर्ना मैं कहीं का नहीं रहूंगा!

  11. मुझे मेरी पत्नी से बचाओ

और अंत में


आज काफ़ी देर इधर-उधर उलझे रहे। चर्चा के लिये चिट्ठे देखे तो तमाम शानदार च जानदार चिट्ठे लिखे गये आज। सचिन के रिकार्ड पर काफ़ी कुछ लिखा गया।

आज अनुराग आर्य ने एक-दूजे के लिये उपलब्ध कराये। पोस्टॊं के शीर्षक से खुराफ़ती गठबंधन बनाना डा.अनुराग और तरुण जैसे लोगों के बस की ही बात है।

शाम की चर्चा मैंने यह सोचकर शुरू की थी कि मौजा ही मौजा वाले अंदाज में कुछ चिट्ठों की जानकारी दे दिया करेंगे। कल मजाक-मजाक में दो घंटे घंटे। आज भी दो घंटे लग गये तब कहीं यहां तक आ पाये।

कविता वाचक्नवीजी ने भी चर्चा करने के बारे में स्वीकृति दी है। जल्द ही वे चर्चाकार मण्डली में शामिल होंगी।

फ़िलहाल इतना ही। आज आप मौज करिये। फ़िर कल बतियाते हैं।

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20 टिप्‍पणियां:

  1. कविता वाचक्नवीजी ने भी चर्चा करने के बारे में स्वीकृति दी है। जल्द ही वे चर्चाकार मण्डली में शामिल होंगी।
    सूचना के लिए आभारी हूँ
    चर्चा नैनो थी माफ़ कीजिए बुन्देली में कह रहा हूँ *"नोनी हथी..!" {*बेहतरीन-थी}

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  2. आप और अनुराग जी धन्य को भी और वाद को भी यानि थैंक को भी और यू को भी बराबर बराबर हिस्सों में बाँट लें। यह हमारी गुजारिश ही मानी जाए।

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  3. सभी ब्लागरों को चर्चा लेखकों की आबादी में वृद्धि की और अभय तिवारी को जन्मदिन की बधाई।

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  4. डॉक्टर साब का स्वागत है ! और आप तो जमाइए रहे हैं.

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  5. इस बार चौके लगाये भई तुमने लगे रहो!

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  6. अभय को यहीं बधाई दे दें। एक व्यक्ति के रूप में वह मुझे बहुत प्रिय हैं।

    आप जैसों की कृपा रही तो "समझदार ब्लॉगर असोसियेशन" आलोचना से ५० क्या ५०० टिप्पणियों के रिकार्ड पायेगी! आप ऐसे ही हेल्प करते रहें। :-)

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  7. ये बढ़िया चला आपका और अनुराग जी गठबंधन!! अनुराग जी के तो क्या कहने...आते हैं, छा जाते हैं.

    बेहतरीन चर्चा..बनाये रखिये.

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  8. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  9. अभय जी को जन्मदिन की बधाई।

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  10. अभय भाई को जन्म दिन की बहुत बधाई.

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  11. कविता वाचक्नवीजी को शुभकामनाऍ नया काम शुरू करने के लि‍ए, उन्हें अपार समय और धीरज मि‍ले:)

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  12. कल पढ़ नहीं पाया आज पढ़ रहा हूं वाह अनुराग जी बहुत खूब। और अभय जी को जन्मदिन मुबारक।

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  13. "शाम की चर्चा मैंने यह सोचकर शुरू की थी कि मौजा ही मौजा वाले अंदाज में कुछ चिट्ठों की जानकारी दे दिया करेंगे। कल मजाक-मजाक में दो घंटे घंटे। आज भी दो घंटे लग गये तब कहीं यहां तक आ पाये।"

    आप समय का जो निवेश कर रहे हैं, ईश्वर करे कि आपको यह चक्रवृद्धि ब्याज के साथ वापस मिल जाये -- जिससे कि और अधिक चर्चा के लिये समय निकल आये!!!

    सस्नेह -- शास्त्री

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  14. अभय जी को जन्म दिन की शुभकामनाये ...(देर से ही सही.)...एक दूजे के लिए ....सही नाम दिया आपने ....... आज दो दो दो चर्चाये दिख रही है.

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  15. अभय भाई को बढ़िया... डा. साहब का एक दूजे के लिए कमाल है.. और आपकी एक लाइना तो धमाल है..

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  16. अभय जी को जन्मदिन की बधाई ..एक दूजे के लिए बहुत बढ़िया रहा .

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  17. टिप्पणी प्रतिटिप्पणी का सिलसिला कहाँ गया ? ज्यादा नहीं तो दो एकाध नाम के लिए तो रखते . वैसे चर्चा टनाटन रही !

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